सिरसा: जिला के कस्बा नाथूसरी चौपटा में राजकीय चौ. देवीलाल बहुतकनीकी संस्थान के छात्रों ने दो छात्रों की एक प्राध्यापक द्वारा पिटाई को लेकर जाम लगा दिया। गुस्साएं छात्रों ने प्राध्यापक की कार भी तोड़ डाली।
मिली जानकारी के अनुसार संस्थान के छात्र रितेश पुनिया, संदीप, सुमित व सुनील जो कि संस्थान के छात्रावास में रहते हैं। छात्रावास के वार्डन एवं कम्प्यूटर प्राध्यापक जगमेल सिंह प्रात: छात्रावास आए तो उपरोक्त छात्र स्नान इत्यादि कर रहे थे। प्राध्यापक ने आव देखा न ताव और रितेश पुनिया, संदीप, सुमित व सुनील की बार-बार पिटाई करनी आरंभ कर दी। प्राध्यापक ने रितेश पुनिया को संस्थान प्रांगण में घसीटकर छात्र-छात्राओं के समक्ष भी खूब धुना। उपरोक्त छात्रों पर संदीप नामक एक छात्र का फोन चुराने का इल्जाम बताया जा रहा है। संदीप ने दो दिन पहले छात्रावास वार्डन जगमेल सिंह को अपना मोबाइल चोरी होने की शिकायत की थी।
प्राध्यापक द्वारा छात्रों की धुनाई से संस्थान के अन्य छात्र उत्तेजित हो उठे और सिरसा नाथूसरी चौपटा मार्ग को नारेबाजी करते हुए अवरूद्ध कर दिया जिससे वाहनों की लम्बी कतार लग गई और सवारियों को आवाजाही में काफी परेशानी झेलनी पड़ी। गुस्साए छात्रों ने संस्थान परिसर में प्राध्यापक जगमेल सिंह की खड़ी कार पर डंडों व पत्थरों से वारकर बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। समाचार लिखे जाने तक दोनों ओर से पुलिस थाने में कोई भी अभियोग दर्ज नहीं करवाया गया था। संस्थान के प्राचार्य डा. एन.के. भ्याना ने बताया कि प्राध्यापक व छात्रों के बीच आपसी सुलह से मामला सुलझा लिया गया है।
इसकी सूचना जब प्रशासनिक अधिकारियों को मिली तो नाथूसरी चौपटा पुलिस थाना के रामकुमार सहायक उपनिरीक्षक दलबल सहित मौके पर पहुंचे मगर छात्रों ने उनकी एक न सुनी और अपने आंदोलन को ओर तेज कर दिया। संस्थान के प्राचार्य डा.एस.के भ्याना ने मौके पर पहुंचकर छात्रों को उचित कार्यवाही का आश्वासन देकर शांत किया।
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Lahoo Ki Lau
10 मार्च 2010
विपक्ष का षडयंत्र के तहत विधानसभा से निलम्बन-चौटाला
चण्डीगढ़ (वि.) हरियाणा के विपक्षी विधायकों को विधानसभा से निलम्बित किए जाने की घटना को लोकतन्त्र की हत्या बताते हुए विपक्ष ने आज प्रदेश के राज्यपाल जगन्नाथ पहाडिय़ा से तुरन्त इस मामले में हस्तक्षेप किए जाने की मांग की। विपक्षी विधायकों ने हुड्डा सरकार पर प्रजातान्त्रिक मूल्यों, परम्पराओं व मर्यादाओं की धज्जियां उड़ाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने एक सोचे-समझे राजनीतिक षडय़ंत्र के तहत उन्हें विधानसभा से निलम्बित किया है। विधानसभा से निलम्बित किए गए विपक्ष के 35 विधायकों जिनमें इनेलो के 31, भाजपा के तीन व अकाली दल के एकमात्र विधायक ने विपक्ष के नेता ओमप्रकाश चौटाला के नेतृत्व में हरियाणा के राज्यपाल जगन्नाथ पहाडिय़ा से मुलाकात कर एक ज्ञापन दिया और हुड्डा सरकार द्वारा लोकतन्त्र को पैरों तले रौंदने का आरोप लगाया।
विपक्षी विधायकों के प्रतिनिधिमण्डल में इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कृष्ण पाल गुज्जर, भाजपा विधायक दल के नेता अनिल विज, इनेलो के प्रधान महासचिव अजय सिंह चौटाला, ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला, इनेलो विधायक दल के उपनेता शेर सिंह बडशामी, पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रामपाल माजरा, भिवानी से भाजपा विधायक घनश्याम सर्राफ, भाजपा के मीडिया प्रभारी राजीव जैन व अकाली दल विधायक चरणजीत सिंह सहित विधानसभा से निलम्बित किए गए सभी 35 विधायक शामिल थे। विपक्ष के नेता ने राज्यपाल को बताया कि मौजूदा सरकार जोड़-तोड़ व दलबदल के सहारे सत्ता में आई है और इसे हर समय यह भय सता रहा है कि इस खरीदो फरोख्त के सहारे हथियाई गई सत्ता का किसी भी समय पतन हो सकता है। इसी भय के चलते सत्तापक्ष ने जानबूझ कर पूरे विपक्ष को सदन की शेष अवधि के लिए निलम्बित किया है।
राज्यपाल को ज्ञापन देने के बाद हरियाणा राजभवन के बाहर पत्रकारों से बातचीत करते हुए चौटाला ने कहा कि कांग्रेस सरकार का लोकतन्त्र में विश्वास नहीं है और सरकार विपक्ष का सामना करने का साहस नहीं जुटा पा रही। चौटाला ने बताया कि राज्यपाल ने विपक्षी विधायकों की बात को पूरे ध्यान से सुना और उन्होंने जल्द इस मामले में जरूरी कार्रवाई किए जाने का भरोसा दिलाया। चौटाला ने कहा कि विपक्ष अगर विधानसभा से बाहर लोगों की बात को उठाता है तो उस पर लाठियां बरसाई जाती हैं और विधानसभा के अन्दर विधायक अगर अपनी बात रखने का प्रयास करें तो पूरे विपक्ष को विधानसभा सत्र की शेष अवधि के लिए निलम्बित कर दिया जाता है। उन्होंने इसे लोकतन्त्र के लिए काला अध्याय बताते हुए कहा कि इसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जा सकता।
विपक्षी विधायकों ने राज्यपाल को बताया कि प्रदेश में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में जबसे सरकार पर गठन हुआ है तभी से विधानसभा के अंदर व बाहर लगातार लोकतांत्रिक मर्यादाओं, संवैधानिक मूल्यों, प्रजातांत्रिक परम्पराओं व अधिकारों का हनन हो रहा है। सरकार अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए प्रजातंत्र की बुनियादी संस्थाओं को तबाह करने में लगी हुई है और लोकतंत्र की सभी स्थापित मर्यादाओं को पैरों तले रौंदा जा रहा है। प्रजातंत्र में लोगों के जनतांत्रिक अधिकारों की रक्षा करने व उन्हें उनके हक दिलाने के लिए विपक्ष की अहम भूमिका होती है। प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों व लोगों के साथ की जा रही ज्यादतियों को समय-समय पर विधानसभा में उठाना व इस बारे आपको भी अवगत करवाना विपक्षी विधायक अपना फर्ज समझते हैं।
चौटाला ने राज्यपाल को बताया कि पिछले कुछ समय से प्रदेश की जनता दिनों-दिन बढ़ रही महंगाई, सभी जरूरी वस्तुओं के आसमान छूते मूल्यों और डीजल, पेट्रोल व खाद इत्यादि के दामों में निरंतर वृद्धि को लेकर त्राहि-त्राहि कर रही है। आम आदमी के लिए अपना जीवन यापन करना भी बेहद कठिन हो गया है। प्रधानमंत्री व अन्य केंद्रीय नेताओं ने भी अनेक अवसरों पर कहा है कि महंगाई को रोकने में राज्य सरकारों की भी अहम जिम्मेवारी है। केंद्र व राज्य सरकार की अक्षमता के कारण आम व्यक्ति दो वक्त की दाल रोटी से भी वंचित हो गया है। सरकार बढ़ती महंगाई को रोकने में पूरी तरह से विफल रही है। विपक्षी विधायक प्रदेश की जनता द्वारा चुने गए निर्वाचित प्रतिनिधि है, वे प्रदेश की जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं और लोगों के उचित अधिकारों, परेशानियों, दिक्कतों व समस्याओं को विधानसभा के अंदर व बाहर उठाना उनका नैतिक फर्ज व लोकतांत्रिक अधिकार है।
इनेलो प्रमुख ने राज्यपाल को बताया कि पूरा विपक्ष चाहता था कि जनहित के इस सबसे अहम मुद्दे पर सदन में चर्चा की जाए और इसी आश्य को लेकर हमारी पार्टी की ओर से पांच मार्च को हरियाणा विधानसभा के प्रक्रिया तथा कार्य संचालन संबंधी नियमों के नियम 66 व 67 के अंतर्गत स्थगन प्रस्ताव दिया था। इसी संबंध में एक अन्य प्रस्ताव अम्बाला छावनी से भाजपा विधायक अनिल विज की ओर से भी आठ मार्च को दिया गया। राज्यपाल को दोनों स्थगन प्रस्तावों की प्रतियां भी सौंपी गई। पूरा विपक्ष इस अहम मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव के जरिए विधानसभा में चर्चा की मांग कर रहा था ताकि महंगाई से त्रस्त प्रदेश की जनता को राहत पहुंचाने के लिए व्यापक विचार विमर्श किया जा सके और राज्य सरकार को अहम सुझाव देकर उसकी जनविरोधी नीतियों को दुरूस्त करने के लिए लोकतांत्रिक तरीके से बाध्य किया जा सके। विपक्ष के इन अहम स्थगन प्रस्तावों को स्वीकार करने और महंगाई पर चर्चा करवाने की बजाए सत्ताधारी पार्टी ने एक बार फिर सभी प्रजातांत्रिक मूल्यों, परम्पराओं व मर्यादाओं का गला घोंटते हुए विधानसभा में सभी स्थापित लोकतांत्रिक मूल्यों की धज्जियां उड़ा दी और सरकार ने पूरे विपक्ष (नेता प्रतिपक्ष सहित) को बजट सत्र की शेष अवधि के लिए निलम्बित कर दिया। ऐसा करके सत्ताधारी पार्टी ने विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास किया है जिसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जा सकता और सत्ताधारी पार्टी को अपनी मनमानी करने की छूट नहीं दी जा सकती।
विपक्षी विधायकों ने राज्यपाल को दिए गए ज्ञापन में कहा कि स्वयं उनका राजनीतिक जीवन में विधानसभा की कार्यवाही को विभिन्न पदों पर रहकर उसमें हिस्सा लेने और उसका संचालन करने में बहुत लंबा राजनीतिक व प्रशासनिक अनुभव रहा है। वे गांधीवादी जीवन मूल्यों व आदर्शों में आस्था रखते हैं और उन्होंने पूरा जीवन प्रजातांत्रिक मूल्यों व परम्पराओं को सम्मानपूर्वक निर्वहन करने में प्राथमिकता दी है। वे भली भांति जानते हैं कि पूरे विपक्ष को अलोतांत्रिक तरीके से सदन से निलम्बित करके विधानसभा की कार्यवाही का संचालन करना पूरी तरह से प्रजातांत्रिक मूल्यों का हनन है और इससे किसी भी लोकतांत्रिक प्रक्रिया में स्वीकार नहीं किया जा सकता। असल में विपक्ष को सत्तापक्ष द्वारा महंगाई पर दिए गए स्थगन प्रस्ताव के कारण नहीं बल्कि एक सोची समझे राजनीतिक षड्यंत्र के तहत निलम्बित किया गया है। राज्यपाल को यह भी बताया गया कि सरकार ने उनको भी जानबूझ कर गुमराह करने का प्रयास किया है और उनके अभिभाषण में कुछ अंश ऐसे दर्ज किए हैं जो तथ्यों से विपरित है। राज्यपाल को दिए गए ज्ञापन में कहा गया कि पूरे विपक्ष को अलोकतांत्रिक तरीके से सत्तापक्ष द्वारा सदन से निलम्बित करके सदन की कार्यवाही को चलाना किसी भी दृष्टि से उचित नहीं ठहराया जा सकता। ज्ञापन में राज्यपाल से कहा गया कि प्रदेश के संवैधानिक मुखिया होने के नाते प्रजातांत्रिक मूल्यों, जनतांत्रिक परम्पराओं व लोकतंत्र की रक्षा करने और लोगों की भलाई के लिए इस मामले में उनका हस्तक्षेप किया जाना अति अनिवार्य है। साथ ही विपक्ष ने राज्यपाल को दिए ज्ञापन में यह उम्मीद भी जताई कि वे प्रदेश सरकार द्वारा लोगों के हितों के साथ किए जा रहे खिलवाड़ व कुठाराघात पर रोक लगाते हुए तुरंत इसमें हस्तक्षेप करेंगे।
विपक्षी विधायकों के प्रतिनिधिमण्डल में इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कृष्ण पाल गुज्जर, भाजपा विधायक दल के नेता अनिल विज, इनेलो के प्रधान महासचिव अजय सिंह चौटाला, ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला, इनेलो विधायक दल के उपनेता शेर सिंह बडशामी, पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रामपाल माजरा, भिवानी से भाजपा विधायक घनश्याम सर्राफ, भाजपा के मीडिया प्रभारी राजीव जैन व अकाली दल विधायक चरणजीत सिंह सहित विधानसभा से निलम्बित किए गए सभी 35 विधायक शामिल थे। विपक्ष के नेता ने राज्यपाल को बताया कि मौजूदा सरकार जोड़-तोड़ व दलबदल के सहारे सत्ता में आई है और इसे हर समय यह भय सता रहा है कि इस खरीदो फरोख्त के सहारे हथियाई गई सत्ता का किसी भी समय पतन हो सकता है। इसी भय के चलते सत्तापक्ष ने जानबूझ कर पूरे विपक्ष को सदन की शेष अवधि के लिए निलम्बित किया है।
राज्यपाल को ज्ञापन देने के बाद हरियाणा राजभवन के बाहर पत्रकारों से बातचीत करते हुए चौटाला ने कहा कि कांग्रेस सरकार का लोकतन्त्र में विश्वास नहीं है और सरकार विपक्ष का सामना करने का साहस नहीं जुटा पा रही। चौटाला ने बताया कि राज्यपाल ने विपक्षी विधायकों की बात को पूरे ध्यान से सुना और उन्होंने जल्द इस मामले में जरूरी कार्रवाई किए जाने का भरोसा दिलाया। चौटाला ने कहा कि विपक्ष अगर विधानसभा से बाहर लोगों की बात को उठाता है तो उस पर लाठियां बरसाई जाती हैं और विधानसभा के अन्दर विधायक अगर अपनी बात रखने का प्रयास करें तो पूरे विपक्ष को विधानसभा सत्र की शेष अवधि के लिए निलम्बित कर दिया जाता है। उन्होंने इसे लोकतन्त्र के लिए काला अध्याय बताते हुए कहा कि इसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जा सकता।
विपक्षी विधायकों ने राज्यपाल को बताया कि प्रदेश में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में जबसे सरकार पर गठन हुआ है तभी से विधानसभा के अंदर व बाहर लगातार लोकतांत्रिक मर्यादाओं, संवैधानिक मूल्यों, प्रजातांत्रिक परम्पराओं व अधिकारों का हनन हो रहा है। सरकार अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए प्रजातंत्र की बुनियादी संस्थाओं को तबाह करने में लगी हुई है और लोकतंत्र की सभी स्थापित मर्यादाओं को पैरों तले रौंदा जा रहा है। प्रजातंत्र में लोगों के जनतांत्रिक अधिकारों की रक्षा करने व उन्हें उनके हक दिलाने के लिए विपक्ष की अहम भूमिका होती है। प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों व लोगों के साथ की जा रही ज्यादतियों को समय-समय पर विधानसभा में उठाना व इस बारे आपको भी अवगत करवाना विपक्षी विधायक अपना फर्ज समझते हैं।
चौटाला ने राज्यपाल को बताया कि पिछले कुछ समय से प्रदेश की जनता दिनों-दिन बढ़ रही महंगाई, सभी जरूरी वस्तुओं के आसमान छूते मूल्यों और डीजल, पेट्रोल व खाद इत्यादि के दामों में निरंतर वृद्धि को लेकर त्राहि-त्राहि कर रही है। आम आदमी के लिए अपना जीवन यापन करना भी बेहद कठिन हो गया है। प्रधानमंत्री व अन्य केंद्रीय नेताओं ने भी अनेक अवसरों पर कहा है कि महंगाई को रोकने में राज्य सरकारों की भी अहम जिम्मेवारी है। केंद्र व राज्य सरकार की अक्षमता के कारण आम व्यक्ति दो वक्त की दाल रोटी से भी वंचित हो गया है। सरकार बढ़ती महंगाई को रोकने में पूरी तरह से विफल रही है। विपक्षी विधायक प्रदेश की जनता द्वारा चुने गए निर्वाचित प्रतिनिधि है, वे प्रदेश की जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं और लोगों के उचित अधिकारों, परेशानियों, दिक्कतों व समस्याओं को विधानसभा के अंदर व बाहर उठाना उनका नैतिक फर्ज व लोकतांत्रिक अधिकार है।
इनेलो प्रमुख ने राज्यपाल को बताया कि पूरा विपक्ष चाहता था कि जनहित के इस सबसे अहम मुद्दे पर सदन में चर्चा की जाए और इसी आश्य को लेकर हमारी पार्टी की ओर से पांच मार्च को हरियाणा विधानसभा के प्रक्रिया तथा कार्य संचालन संबंधी नियमों के नियम 66 व 67 के अंतर्गत स्थगन प्रस्ताव दिया था। इसी संबंध में एक अन्य प्रस्ताव अम्बाला छावनी से भाजपा विधायक अनिल विज की ओर से भी आठ मार्च को दिया गया। राज्यपाल को दोनों स्थगन प्रस्तावों की प्रतियां भी सौंपी गई। पूरा विपक्ष इस अहम मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव के जरिए विधानसभा में चर्चा की मांग कर रहा था ताकि महंगाई से त्रस्त प्रदेश की जनता को राहत पहुंचाने के लिए व्यापक विचार विमर्श किया जा सके और राज्य सरकार को अहम सुझाव देकर उसकी जनविरोधी नीतियों को दुरूस्त करने के लिए लोकतांत्रिक तरीके से बाध्य किया जा सके। विपक्ष के इन अहम स्थगन प्रस्तावों को स्वीकार करने और महंगाई पर चर्चा करवाने की बजाए सत्ताधारी पार्टी ने एक बार फिर सभी प्रजातांत्रिक मूल्यों, परम्पराओं व मर्यादाओं का गला घोंटते हुए विधानसभा में सभी स्थापित लोकतांत्रिक मूल्यों की धज्जियां उड़ा दी और सरकार ने पूरे विपक्ष (नेता प्रतिपक्ष सहित) को बजट सत्र की शेष अवधि के लिए निलम्बित कर दिया। ऐसा करके सत्ताधारी पार्टी ने विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास किया है जिसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जा सकता और सत्ताधारी पार्टी को अपनी मनमानी करने की छूट नहीं दी जा सकती।
विपक्षी विधायकों ने राज्यपाल को दिए गए ज्ञापन में कहा कि स्वयं उनका राजनीतिक जीवन में विधानसभा की कार्यवाही को विभिन्न पदों पर रहकर उसमें हिस्सा लेने और उसका संचालन करने में बहुत लंबा राजनीतिक व प्रशासनिक अनुभव रहा है। वे गांधीवादी जीवन मूल्यों व आदर्शों में आस्था रखते हैं और उन्होंने पूरा जीवन प्रजातांत्रिक मूल्यों व परम्पराओं को सम्मानपूर्वक निर्वहन करने में प्राथमिकता दी है। वे भली भांति जानते हैं कि पूरे विपक्ष को अलोतांत्रिक तरीके से सदन से निलम्बित करके विधानसभा की कार्यवाही का संचालन करना पूरी तरह से प्रजातांत्रिक मूल्यों का हनन है और इससे किसी भी लोकतांत्रिक प्रक्रिया में स्वीकार नहीं किया जा सकता। असल में विपक्ष को सत्तापक्ष द्वारा महंगाई पर दिए गए स्थगन प्रस्ताव के कारण नहीं बल्कि एक सोची समझे राजनीतिक षड्यंत्र के तहत निलम्बित किया गया है। राज्यपाल को यह भी बताया गया कि सरकार ने उनको भी जानबूझ कर गुमराह करने का प्रयास किया है और उनके अभिभाषण में कुछ अंश ऐसे दर्ज किए हैं जो तथ्यों से विपरित है। राज्यपाल को दिए गए ज्ञापन में कहा गया कि पूरे विपक्ष को अलोकतांत्रिक तरीके से सत्तापक्ष द्वारा सदन से निलम्बित करके सदन की कार्यवाही को चलाना किसी भी दृष्टि से उचित नहीं ठहराया जा सकता। ज्ञापन में राज्यपाल से कहा गया कि प्रदेश के संवैधानिक मुखिया होने के नाते प्रजातांत्रिक मूल्यों, जनतांत्रिक परम्पराओं व लोकतंत्र की रक्षा करने और लोगों की भलाई के लिए इस मामले में उनका हस्तक्षेप किया जाना अति अनिवार्य है। साथ ही विपक्ष ने राज्यपाल को दिए ज्ञापन में यह उम्मीद भी जताई कि वे प्रदेश सरकार द्वारा लोगों के हितों के साथ किए जा रहे खिलवाड़ व कुठाराघात पर रोक लगाते हुए तुरंत इसमें हस्तक्षेप करेंगे।
रामबाग में हंगामा
डबवाली (लहू की लौ) यहां के रामबाग में घुसकर एक व्यक्ति ने खूब हंगामा मचाया और उस पर मौका पर पहुंची पुलिस ने काबू पाया।
रामबाग प्रबन्धक कमेटी के अध्यक्ष कश्मीर सिंह तनेजा ने बताया कि मंगलवार सुबह अचानक एक व्यक्ति रामबाग में घुस आया और छत पर जा चढ़ा। देखते-ही-देखते उक्त व्यक्ति गुण्डागर्दी पर उतर आया और अपनी शर्ट उतारकर रौब झाडऩे लगा। वह बेसबाल बैट भी लिये हुए था और उसे हवा में घूमाये जा रहा था। यह तमाशा करीब एक घण्टा तक चलता रहा। उनके अनुसार रामबाग में संस्कार करने आये व्यक्ति भी यह देखकर हैरान रह गये।
तनेजा के अनुसार साहस करते हुए उन्होंने प्रबन्धक कमेटी सदस्यों को साथ लेकर उसे समझाने की कोशिश की। लेकिन वह उनके ही गले पड़ गया और गाली-गलौच करने लगा। मौका पर एएसआई बलवीर सिंह के नेतृत्व में पहुंची पुलिस ने उक्त व्यक्ति पर काबू पाया। आरोपी की पहचान विजय निवासी डबवाली के रूप में हुई है।
अध्यक्ष के अनुसार विजय रामबाग में बने शिव मन्दिर के पुजारी प्रेम कुमार का भाई है और उनमें आपस में तकरार चल रही है। उनके अनुसार प्रेम कुमार को समझा दिया गया है कि वह अपने पारिवारिक मामले घर पर ही निपटाये।
रामबाग प्रबन्धक कमेटी के अध्यक्ष कश्मीर सिंह तनेजा ने बताया कि मंगलवार सुबह अचानक एक व्यक्ति रामबाग में घुस आया और छत पर जा चढ़ा। देखते-ही-देखते उक्त व्यक्ति गुण्डागर्दी पर उतर आया और अपनी शर्ट उतारकर रौब झाडऩे लगा। वह बेसबाल बैट भी लिये हुए था और उसे हवा में घूमाये जा रहा था। यह तमाशा करीब एक घण्टा तक चलता रहा। उनके अनुसार रामबाग में संस्कार करने आये व्यक्ति भी यह देखकर हैरान रह गये।
तनेजा के अनुसार साहस करते हुए उन्होंने प्रबन्धक कमेटी सदस्यों को साथ लेकर उसे समझाने की कोशिश की। लेकिन वह उनके ही गले पड़ गया और गाली-गलौच करने लगा। मौका पर एएसआई बलवीर सिंह के नेतृत्व में पहुंची पुलिस ने उक्त व्यक्ति पर काबू पाया। आरोपी की पहचान विजय निवासी डबवाली के रूप में हुई है।
अध्यक्ष के अनुसार विजय रामबाग में बने शिव मन्दिर के पुजारी प्रेम कुमार का भाई है और उनमें आपस में तकरार चल रही है। उनके अनुसार प्रेम कुमार को समझा दिया गया है कि वह अपने पारिवारिक मामले घर पर ही निपटाये।
बिजली कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर किया रोष प्रदर्शन
डबवाली (लहू की लौ) संयुक्त कर्मचारी मंच हरियाणा से सम्बन्धित हरियाणा बिजली कर्मचारी मंच के कार्यकर्ताओं ने मंच के प्रदेशाध्यक्ष खेता राम की अध्यक्षता में एक्सीयन तथा एसडीई के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। इधर एक्सीयन ने प्रदर्शन को बेहुदा करार देते हुए इसे कामचोरों का प्रदर्शन बताया।
प्रदर्शनकारियों को बिजली कर्मचारी मंच के राज्य प्रधान खेता राम, उपप्रधान राजेन्द्र सिंह राठी, उपमहासचिव मेहर सिंह बांगड़, मुख्य संगठनकर्ता सतपाल सिंह पन्नू, वित्त सचिव राजेन्द्र सिंह मलिक, सोनीपत सर्कल सचिव राजेन्द्र कौशिक, यूनिट सचिव महेन्द्र सिंह मलिक, उपमहासचिव आर.डी. शर्मा, भाग सिंह, सर्कल सचिव हरभजन सिंह गिल, यूनिट प्रधान मोहन लाल ने भी सम्बोधित किया।
कर्मचारी नेताओं ने आरोप लगाया कि डबवाली एक्सीयन कार्यालय में कर्मचारियों के एसीपी केस, हाऊस रेंट अलाऊंस केस, सीएफसी फॉर सबस्टेशन, कर्मचारियों की पे स्लीप, पेंशन केस, ड्राईंग सेक्शन के लिए कम्प्यूटर का प्रबन्ध आदि मांगे काफी समय से लम्बित हैं। बार-बार प्रयास करने के बाद भी एक्सीयन ने इस मांगों का कोई समाधान नहीं किया।
उन्होनें आरोप लगाया कि 8 मार्च को 1 बजे का समय एक्सीयन ने यूनियन के साथ बातचीत के लिए दिया था। लेकिन जानबूझकर कार्यालय में हाजिर नहीं हुए। जिसके चलते यूनियन को आज मजबूरन प्रदर्शन का फैसला लेना पड़ा।
राज्य अध्यक्ष खेता राम ने सरकार की कर्मचारी व जनविरोधी नीतियों, निजीकरण, छंटनी, ठेकेदारी प्रथा आदि की कड़े शब्दों में निन्दा करते हुए सरकार व निगम मैनेजमेंट का गुडग़ाव व पानीपत सर्कलों को फ्रेंचाईजी को सौंपने का फैसला कर्मचारी विरोधी बताया।
इस प्रदर्शन के दौरान इस संवाददाता से बातचीत करते हुए राज्य अध्यक्ष खेता राम ने कहा कि निजीकरण की प्रक्रिया के चलते अधिकारी कर्मचारियों पर ओवर लोड डाल रहे हैं और छुट्टी के दिन भी उन्हें काम के लिए मजबूर कर रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गत दिवस बिना किसी कारण के कर्मचारियों का तबादले कर दिये गये। उनकी मांग है कि अधिकारी अपना रवैया बदलें और बिना किसी कारण के किये गये तबादले रद्द किये जायें।
इस प्रदर्शन में रविन्द्र मैहता, सिरसा यूनिट प्रधान मदन लाल, चौटाला सब यूनिट प्रधान मनी राम, उपप्रधान हरविन्द्र सिंह, राजदेव गांव डबवाली भी शामिल हुए। कर्मचारियों ने अधिकारियों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
इस संदर्भ में जब एक्सीयन आरके वर्मा से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि जनहित में शिकायत के आधार पर सम्बन्धित कर्मचारियों के तबादले किये गये थे। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ कर्मचारी निगम के काम को नहीं करना चाहते, इसलिए वे अधिकारियों पर अपना दबाव बनाकर फरलो पर रहना चाहते हैं।
प्रदर्शनकारियों को बिजली कर्मचारी मंच के राज्य प्रधान खेता राम, उपप्रधान राजेन्द्र सिंह राठी, उपमहासचिव मेहर सिंह बांगड़, मुख्य संगठनकर्ता सतपाल सिंह पन्नू, वित्त सचिव राजेन्द्र सिंह मलिक, सोनीपत सर्कल सचिव राजेन्द्र कौशिक, यूनिट सचिव महेन्द्र सिंह मलिक, उपमहासचिव आर.डी. शर्मा, भाग सिंह, सर्कल सचिव हरभजन सिंह गिल, यूनिट प्रधान मोहन लाल ने भी सम्बोधित किया।
कर्मचारी नेताओं ने आरोप लगाया कि डबवाली एक्सीयन कार्यालय में कर्मचारियों के एसीपी केस, हाऊस रेंट अलाऊंस केस, सीएफसी फॉर सबस्टेशन, कर्मचारियों की पे स्लीप, पेंशन केस, ड्राईंग सेक्शन के लिए कम्प्यूटर का प्रबन्ध आदि मांगे काफी समय से लम्बित हैं। बार-बार प्रयास करने के बाद भी एक्सीयन ने इस मांगों का कोई समाधान नहीं किया।
उन्होनें आरोप लगाया कि 8 मार्च को 1 बजे का समय एक्सीयन ने यूनियन के साथ बातचीत के लिए दिया था। लेकिन जानबूझकर कार्यालय में हाजिर नहीं हुए। जिसके चलते यूनियन को आज मजबूरन प्रदर्शन का फैसला लेना पड़ा।
राज्य अध्यक्ष खेता राम ने सरकार की कर्मचारी व जनविरोधी नीतियों, निजीकरण, छंटनी, ठेकेदारी प्रथा आदि की कड़े शब्दों में निन्दा करते हुए सरकार व निगम मैनेजमेंट का गुडग़ाव व पानीपत सर्कलों को फ्रेंचाईजी को सौंपने का फैसला कर्मचारी विरोधी बताया।
इस प्रदर्शन के दौरान इस संवाददाता से बातचीत करते हुए राज्य अध्यक्ष खेता राम ने कहा कि निजीकरण की प्रक्रिया के चलते अधिकारी कर्मचारियों पर ओवर लोड डाल रहे हैं और छुट्टी के दिन भी उन्हें काम के लिए मजबूर कर रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गत दिवस बिना किसी कारण के कर्मचारियों का तबादले कर दिये गये। उनकी मांग है कि अधिकारी अपना रवैया बदलें और बिना किसी कारण के किये गये तबादले रद्द किये जायें।
इस प्रदर्शन में रविन्द्र मैहता, सिरसा यूनिट प्रधान मदन लाल, चौटाला सब यूनिट प्रधान मनी राम, उपप्रधान हरविन्द्र सिंह, राजदेव गांव डबवाली भी शामिल हुए। कर्मचारियों ने अधिकारियों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
इस संदर्भ में जब एक्सीयन आरके वर्मा से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि जनहित में शिकायत के आधार पर सम्बन्धित कर्मचारियों के तबादले किये गये थे। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ कर्मचारी निगम के काम को नहीं करना चाहते, इसलिए वे अधिकारियों पर अपना दबाव बनाकर फरलो पर रहना चाहते हैं।
पंजाब में पी ए यू 201 धान का 40 लाख टन का भंडार खराब होने के कगार पर
धान से चावल की प्राप्ति दर की शर्त नरम करने के लिये हरसिमरत द्वारा शरद पवार को अपील
बठिण्डा (लहू की लौ) बठिडा से अकाली दल की लोक सभा सदस्य श्रीमती हरसिमरत कौर बादल ने के न्द्रीय कृषि मंत्री श्री शरद पवार को अपील की कि शीघ्र निर्णय लेते हुये धान से चावल की प्राप्ति की 67 प्रतिशत दर की शर्त को घटा कर 62 प्रतिशत किया जाये ताकि भारतीय खाद्य निगम पंजाब से 40 लाख टन धान का उठवा सके जोकि यहंा पडा खराब हो रहा है।
केन्द्रीय कृषि मंत्री को लिखे एक पत्र मेंं श्रीमती हरसिमरत कौर बादल ने उनको परिचित करवाया कि जब से रबी की फसल पकने वाली है, पंजाब को इस की संभाल की बडी समस्या का सामाना करना पड रहा है क्योकि एफ सी आई द्वारा धान को न उठाये जाने के कारण 40 लाख टन धान पंजाब में पडा खराब हो रहा हेै, जबकि इस समय देश भर में हजारों लोगों को प्रतिदिन भूखे पेट सोने के लिए मजबूर होना पड रहा है।
श्रीमती बादल ने केन्द्रीय कृषि मंत्री के ध्यान में लाया कि एफ सी आई द्वारा धान की पी ए यू 201 किस्म को यह कह कर उठाया नही जा रहा क्योकि इसमें नकुसान मजंूर शुद्धा 5 प्रतिशत से अधिक है उन्होंने बताया कि अधिक झाड और कम पानी की खपत करने वाली धान की इस किस्म को सी आई पी एच टी टी लुृधियाना द्वारा करवाई गई हेै आई सी आर स्टडी द्वारा पूरी तरह मान्यता मिली हुई हेेै। उन्होंने बताया कि पी एफ के अधिकारियों द्वारा लिये गये नमूनों को भी एक प्रयोग शाला द्वारा ठीक ठहराया जा चुका है।
वातावरण के परिवर्तन के चलते वर्ष 2001-2002 दौरान धान से चावल की प्राप्ति दर को 67 प्रतिशत से घटाकर 64 प्रतिशत करने का हवाला देते हुये श्रीमती बादल ने कहा कि पंजाब में बीती गर्म ऋ तु दौरान 65 प्रतिशत कम वर्षा होने के बावजूद यहां के किसानों और पंजाब सरकार ने अपने हर संभव स्त्रोत का प्रयोग किया ताकि देश की अन्न सुरक्षा को विश्वसनीय बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि सदी के सबसे बडे सूखे का सामना करते हुये पंजाब ने इन प्रयत्नों के बावजूद 168.35 लाख टन धान की पैदावार की जबकि देश के अन्य हिस्सों में धान के झाड में बडी कमी आई । श्रीमती बादल ने कहा कि सूखे की स्थिति को मददेनजर रखते हुये केवल कडी मेहनत के लिए तारीफ करने के अतिरिक्त न तो पंजाब के किसानो को और न ही राज्य को कोई मुआवजा दिया गया।
श्रीमती बादल ने अपील की है कि श्री शरद पवार स्वयं दखल अदांजी करते हुये एक बार के आधार पर धान से चावल की प्राप्ति की दर वाली शर्त में नरमी की इजाजत दे ताकि देश के अन्न भंडार केा पेशआ रहे इस संकट से निजात मिल सके।
बठिण्डा (लहू की लौ) बठिडा से अकाली दल की लोक सभा सदस्य श्रीमती हरसिमरत कौर बादल ने के न्द्रीय कृषि मंत्री श्री शरद पवार को अपील की कि शीघ्र निर्णय लेते हुये धान से चावल की प्राप्ति की 67 प्रतिशत दर की शर्त को घटा कर 62 प्रतिशत किया जाये ताकि भारतीय खाद्य निगम पंजाब से 40 लाख टन धान का उठवा सके जोकि यहंा पडा खराब हो रहा है।
केन्द्रीय कृषि मंत्री को लिखे एक पत्र मेंं श्रीमती हरसिमरत कौर बादल ने उनको परिचित करवाया कि जब से रबी की फसल पकने वाली है, पंजाब को इस की संभाल की बडी समस्या का सामाना करना पड रहा है क्योकि एफ सी आई द्वारा धान को न उठाये जाने के कारण 40 लाख टन धान पंजाब में पडा खराब हो रहा हेै, जबकि इस समय देश भर में हजारों लोगों को प्रतिदिन भूखे पेट सोने के लिए मजबूर होना पड रहा है।
श्रीमती बादल ने केन्द्रीय कृषि मंत्री के ध्यान में लाया कि एफ सी आई द्वारा धान की पी ए यू 201 किस्म को यह कह कर उठाया नही जा रहा क्योकि इसमें नकुसान मजंूर शुद्धा 5 प्रतिशत से अधिक है उन्होंने बताया कि अधिक झाड और कम पानी की खपत करने वाली धान की इस किस्म को सी आई पी एच टी टी लुृधियाना द्वारा करवाई गई हेै आई सी आर स्टडी द्वारा पूरी तरह मान्यता मिली हुई हेेै। उन्होंने बताया कि पी एफ के अधिकारियों द्वारा लिये गये नमूनों को भी एक प्रयोग शाला द्वारा ठीक ठहराया जा चुका है।
वातावरण के परिवर्तन के चलते वर्ष 2001-2002 दौरान धान से चावल की प्राप्ति दर को 67 प्रतिशत से घटाकर 64 प्रतिशत करने का हवाला देते हुये श्रीमती बादल ने कहा कि पंजाब में बीती गर्म ऋ तु दौरान 65 प्रतिशत कम वर्षा होने के बावजूद यहां के किसानों और पंजाब सरकार ने अपने हर संभव स्त्रोत का प्रयोग किया ताकि देश की अन्न सुरक्षा को विश्वसनीय बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि सदी के सबसे बडे सूखे का सामना करते हुये पंजाब ने इन प्रयत्नों के बावजूद 168.35 लाख टन धान की पैदावार की जबकि देश के अन्य हिस्सों में धान के झाड में बडी कमी आई । श्रीमती बादल ने कहा कि सूखे की स्थिति को मददेनजर रखते हुये केवल कडी मेहनत के लिए तारीफ करने के अतिरिक्त न तो पंजाब के किसानो को और न ही राज्य को कोई मुआवजा दिया गया।
श्रीमती बादल ने अपील की है कि श्री शरद पवार स्वयं दखल अदांजी करते हुये एक बार के आधार पर धान से चावल की प्राप्ति की दर वाली शर्त में नरमी की इजाजत दे ताकि देश के अन्न भंडार केा पेशआ रहे इस संकट से निजात मिल सके।
महिला को विदेश ले जाकर यौन शोषण किया
श्रीगंगानगर। एक विवाहित महिला को विदेश ले जाकर उसका देह शोषण किये जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। इस महिला को विदेश ले जाने वाला युवक हाल ही मलेशिया से वापिस आया है। महिला को भी वह साथ में ले आया। पीडि़त महिला ने आज शाम पदमपुर थाने में उपस्थित होकर रिपोर्ट दी, जिसके आधार पर रघुवीरसिंह निवासी चक 36 आरबी के विरूद्ध धारा 420, 366, 328, 376 में मुकदमा दर्ज किया गया। थानाप्रभारी बलराज मान ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। उनके अनुसार महिला मनदीपकौर (नाम तब्दील) की शादी लगभग 20 वर्ष पहले श्रीबिजयनगर के निकट एक चक में हुई थी। उसके 18 वर्ष की पुत्री है। मनदीपकौर का कहना है कि रघुवीरसिंह के साथ उसकी मामूली जान-पहचान थी। लगभग चार महीने पहले जब वह पदमपुर के निकट एक चक में अपने पीहर आई हुई थी, तब रघुवीरसिंह उसे विदेश भिजवाने का कहकर पासपोर्ट ले गया। बाद में उसने वीजा का इंतजाम किया। कुछ दिन बाद रघुवीरसिंह उसे दिल्ली ले गया, जहां एयरपोर्ट पर जाने पर फ्लाईट छूट जाने का कहकर एक होटल में ले गया। मनदीपकौर के मुताबिक होटल में रघुवीरसिंह ने उसे नशीली वस्तु खिला दी और फिर उसके साथ दुष्कर्म किया। अगले दिन रघुवीरसिंह उसे दूसरी फ्लाईट से मलेशिया ले गया, जहां उसे नशा दे-देकर उसके साथ यौन शोषण करता रहा। चार-पांच दिन पहले रघुवीरसिंह उसे वापिस ले गया। थानाप्रभारी के मुताबिक रघुवीरसिंह पुराने ट्रैक्टरों की खरीद-फरोख्त का काम करता था। इसी दौरान उसके कुछ ऐसे व्यक्तियों से संपर्क हुए, जो यहां के लोगों के विदेश भेजने का काम करते थे। इन व्यक्तियों के जरिये रघुवीरसिंह ने भी इस क्षेत्र के कुछ युवाओं को मलेशिया भिजवाया। उन्होंने बताया कि रघुवीरसिंह की तलाश शुरू कर दी गई है। मनदीपकौर का मैडिकल चैकअप करवाया जा रहा है।
विकलांग वृद्ध भिखारी की नृशंस हत्या
बीकानेर। बीकानेर रेलवे स्टेशन के सामने फुटपाथ पर एक विकलांग वृद्ध भिखारी की अज्ञात व्यक्तियों ने नृशंस हत्या कर दी। यह भिखारी आज सुबह अपनी ट्राई साईकिल के समीप चारपाई पर रक्त-रंजित अवस्था में मृत पाया गया। बीती रात इस भिखारी को तीन साधू वेशधारी व्यक्तियों के साथ शराब का सेवन करते हुए देखा गया था। पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति पर हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।प्राप्त जानकारी के अनुसार बीकानेर रेलवे स्टेशन परिसर से इन दिनों जीआरपी-आरपीएफ ने भिखारियों-खानाबदोश व्यक्तियों को खदेड़ा हुआ है। ऐसे व्यक्तियों में से अधिकांश ने अपना ठिकाना स्टेशन के सामने के फुटपाथ को बना लिया है। इसी फुटपाथ पर पिछले कुछ समय डेरा जमाये हुए विकलांग वृद्ध की रात को हत्या हो गई। नजदीक चाय-दूध का खोखा चलाने वाला व्यक्ति आज सुबह जब आया तो उसने भिखारी को मृत देखकर पुलिस को सूचना दी। मौके पर डीएसपी (शहर) मुरलीधर किराडू और कोटगेट थानाप्रभारी धर्मसिंह पूनिया पहुंचे। उन्होंने आसपास के लोगों से पूछताछ की। साथ ही उस वजनी वस्तु को तलाश किया, जिससे भिखारी के सिर में चोट मारी गई। थानाप्रभारी श्री पूनिया के अनुसार करीब 60 वर्षीय यह भिखारी पैरों से विकलांग था। उसने अपनी ट्राई साईकिल को फुटपाथ पर लगाकर इसी पर अपना आशियाना बनाया हुआ था। रात को वह नजदीक खोखेवाले की चारपाई पर सो जाता था। इस खोखेवाले के घर से ही उसके लिए खाना आता था। खोखेवाले ने बताया कि वह रात को जब 11 बजे घर जाने लगा, तब उसने भिखारी को साधू वेशधारी तीन भिखारियों के साथ शराब का सेवन करते हुए देखा था। थानाप्रभारी ने बताया कि मृतक गांजे की चिलम भी पीता था। उसके एक हाथ पर अस्पष्ट नाम गुदा हुआ है। यह नाम पढऩे में कैलाशचंद्र अथवा कृष्णचंद्र पराशर आता है। मृतक उत्तरप्रदेश का निवासी होने की संभावना है। उसके शव को अस्पताल की मोर्चरी में सुरक्षित रखवाया गया है। उसकी शिनाख्त के प्रयास किये जा रहे हैं। शिनाख्त नहीं होने पर उसका नाबालिग के रूप में अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया लगता है कि रात को शराब-चिलम का सेवन करते समय इस भिखारी का झगड़ा हो गया और उसके सिर में वजनी वस्तु मारकर हत्या कर दी गई।
09 मार्च 2010
महिला दिवस पर तीन पुरस्कारों की घोषणा
चण्डीगढ़ (लहू की लौ) हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डïा ने आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं को अपनी पसंद के क्षेत्रों में प्रोत्साहित एवं सम्मानित करने के लिए तीन राज्य पुरस्कार शुरू करने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री ने हरियाणा की उत्कृष्टï महिलाओं को सम्मानित करने के लिए यहां आयोजित एक राज्य स्तरीय समारोह में बोलते हुए कहा कि 'इंदिरा गांधी महिला शक्ति पुरस्कारÓ नामक प्रथम राज्य स्तरीय पुरस्कार के तहत एक लाख रुपये की नकद राशि दी जाएगी। 51,000 रुपये का दूसरा पुरस्कार 'कल्पना चावला शौर्य पुरस्कारÓ कहा जाएगा तथा यह पुरस्कार हरियाणा में जन्मी अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला की स्मृति में दिया जाएगा। इसी प्रकार, तीसरे पुरस्कार का नाम हरियाणा विधान सभा की पहली महिला अध्यक्ष श्रीमती शन्नो देवी के नाम पर रखा जाएगा और इसके तहत भी 51,000 रुपये की नकद राशि दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने अन्तर्राष्टï्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं को बधाई दी तथा उनकेे उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए यह दिवस विश्वभर में मनाया जाता है। उन्होंने हिन्दू पौराणिक कथाओं में से कुछ उदाहरण देते हुए कहा कि प्राचीन काल में भी महिलाओं को पुरूषों के बराबर अधिकार प्राप्त थे। उन्होंने कहा कि आज भी, विशेषकर हमारे देश में महिलाएं उच्च पदों पर आसीन हैं जैसेकि श्रीमती सोनिया गांधी, यूपीए सरकार की अध्यक्षा हैं, भारत की राष्टï्रपति भी एक महिला है और लोक सभा की अध्यक्ष भी महिला ही है। इससे स्पष्टï होता है कि हमारे देश में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में भी अनेक महिलाएं उच्च पदों पर आसीन हैं, जैसेकि मुख्य सचिव श्रीमती उर्वशी गुलाटी जिनकी बहन ने भी इसी पद पर कार्य करते हुए प्रदेश की सेवा की। उन्होंने प्रदेश में उच्च पदों पर आसीन कुछ अन्य वरिष्ठï महिला अधिकारियों का भी जिक्र किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला आरक्षण बिल उस समय से अधर में लटका है, जब वे सांसद थे। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही आश्चर्यजनक है कि कई बार कुछ महिलाओं ने ही स्वयं इस बिल का विरोध किया है। वे चाहते हैं कि अब यह बिल पास हो जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के शैक्षणिक एवं सामाजिक-आर्थिक स्तर को ऊंचा उठाने के लिए राज्य सरकार ने अनेक अनूठी योजनाएं शुरू की हैं। इन योजनाओं ने लिंगानुपात को संतुलित करने तथा कन्या भ्रूण हत्या को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
मुख्यमंत्री, जिन्होंने हरियाणा की उत्कृ ष्टï महिलाओं को भी सम्मानित किया, ने कहा कि यह बहुत ही उत्साहजनक है कि हरियाणा की एक महिला डॉ0 सुनीता देवी, हॉस्टल वार्डन, महर्षि विश्वविद्यालय, रोहतक को आज नई दिल्ली में भारत की राष्टï्रपति श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटिल 'रानी लक्ष्मी बाई पुरस्कारÓ प्रदान करके सम्मानित कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने डा० सुनीता देवी, जो इस अवसर पर उपस्थित नहीं थी, को सम्मान स्वरूप 51,000 रुपये देने की घोषणा की।
डा० सुनीता देवी आज राष्टï्रपति से पुरस्कार प्राप्त करने के लिए दिल्ली में हैं। रानी लक्ष्मी बाई पुरस्कार के तहत तीन लाख रुपये की नकद राशि तथा प्रशस्ति प्रमाण प्रत्र प्रदान किया जाता है। इस अवसर पर बताया गया कि डा० सुनीता देवी एक दुर्घटना में अपने दोनों हाथ खो चुकी हैं, लेकिन उन्होंने अपनी शिक्षा जारी रखी और आज वे पीएचडी हैं। स्वयं शारीरिक रूप से विकलांग होने के बाबजूद महिलाओं एवं बच्चों के उत्थान के लिए उन द्वारा किए जा रहे उत्कृष्टï कार्यों के लिए उन्हें इस पुरस्कार से नवाजा गया है।
हरियाणा की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती गीता भुक्कल ने महिलाओं के कल्याणार्थ अनेक योजनाएं क्रियान्वित करने के लिए मुख्यमंत्री की सराहना की तथा उनसे महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए केन्द्र सरकार की तर्ज पर राज्य पुरस्कार शुरू करने का आग्रह किया।
महिला एवं बाल विकास विभाग की मुख्य संसदीय सचिव श्रीमती अनिता यादव ने लोगों से आग्रह किया कि वे दहेज प्रथा एवं कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए एक जन आंदोलन चलाएं। उन्होंने हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की उपाध्यक्ष श्रीमती आशा हुड्डïा की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने सदा उन्हें महिलाओं एवं बच्चों के लिए कल्याणकारी कार्यक्रम क्रियान्वित करने के लिए प्रेरित किया है।
हरियाणा की मुख्य सचिव श्रीमती उर्वशी गुलाटी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने महिलाओं, विशेषकर सरकारी कर्मचारियों के लिए अनेक कल्याणकारी कार्यक्रम क्रियान्वित किए हैं। अब महिला कर्मचारी अपने अर्जित अवकाश के अलावा 730 दिनों का बाल अनुरक्षण अवकाश प्राप्त कर सकती हैं। सरकारी नौकरी में आने के लिए अविवाहित महिलाओं की आयु सीमा को बढ़ाकर 45 वर्ष कर दिया गया है।
महिला एवं बाल विकास विभाग की वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव श्रीमती शकुन्तला जाखू ने कहा कि महिला सशक्तिकरण पर विशेष बल देने तथा महिलाओं के लिए नये अवसर सृजित करने के लिए हमें विकास के एजेंडे को एक नये दृष्टिïकोण के साथ आगे बढ़ाना होगा। सरकार के अधिकारियों को ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों की ऐसी महिलाओं से बातचीत करनी चाहिए, जिन्हें अवसर नहीं मिल रहे हैं ताकि वे उनकी आवश्यकताओं को समझ सकें।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 'आशा- आहार है औषध, औषध है आहारÓ नामक पुस्तक भी जारी की, जो हरियाणा के आयुष विभाग द्वारा तैयार की गई है।
मुख्यमंत्री ने हरियाणा की उत्कृष्टï महिलाओं को पुरस्कार भी दिए। डा० सुनीता देवी के अलावा जिन अन्य तीन महिलाओं को स्त्री शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया, उनमें श्रीमती सोमवती, गांव बालसमन्द, जिला हिसार; श्रीमती नेहा शर्मा, गांव सागरपुर, जिला फरीदाबाद तथा सुश्री एस आर थरेशा विगास, मंडी डबवाली शामिल हैं। उन्हें 11-11 हजार रुपये की नकद राशि दी गई। अर्जुन अवार्ड प्राप्तकर्ता सर्वसुश्री गीता ज्युत्शी, सुनीता शर्मा, प्रितम सीवाच, ममता खरब, गीतिका झाखड़, शिल्पा सिंह, नीलम जय सिंह एवं अंजु दुआ को 5100-5100 रुपये प्रदान कर सम्मानित किया गया। साहसिक खेलों की श्रेणी में जिला कैथल की सुश्री ममता सौदा को सम्मानित किया गया।
वर्ष 2008-09 में लिंगानुपात में सुधार लाने में प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने के लिए झज्जर, गुडगांव एवं फरीदाबाद की तीन उपायुक्तों को क्रमश: पांच लाख रुपये, तीन लाख रुपये एवं दो लाख रुपये प्रदान कर सम्मानित किया गया। सिरसा की श्रीमती साधना मित्तल को दस बाल विवाह रोकने के लिए 11,000 रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया। उद्यमियों की श्रेणी में श्रीमती चन्द्रीका थाटिया, श्रीमती सुनीता हांडा एवं श्रीमती रेनू कालड़ा को 11,000-11,000 रुपये प्रदान कर सम्मानित किया गया। समाज में अपना उल्लेखनीय योगदान देने के लिए जिन तीन साक्षर महिला समूहों को सम्मानित किया गया, उनमें श्रीमती सीमा रानी, गांव गिद्दावाली, जिला सिरसा; श्रीमती बालकिशा, गांव सुबरी, जिला करनाल तथा श्रीमती पिंकी, गांव कामी, जिला सोनीपत शामिल हैं। प्रत्येक समूह को 11,000-11,000 रुपये दिए गये। श्रेष्ठ आंगवाड़ी वर्कर पुरस्कार के तहत श्रीमती नारायण देवी, गांव पन्नीवाला मोटा, जिला सिरसा; श्रीमती विजय रानी, गांव इंदिरा नगर, जिला फतेहाबाद तथा श्रीमती मधुबाला, गांव खेड़ी बरकी, जिला हिसार को 5100-5100 रुपये दिए गये।
सम्मानित की गई एएनएम तथा आशा वर्करस में सर्वश्रीमती कृष्णा देवी, एएनएम उप केन्द्र, मोतलाकलां, जिला रेवाड़ी ; अनीता रानी, एएनएम, वजीराबाद, जिला गुडग़ांव; लाजवंती, एएनएम उप केन्द्र, नंगल चौधरी, जिला महेन्द्रगढ़; वंदना, आशा वर्कर, समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, कालका, जिला पंचकूला; सुनीता जैन, आशा वर्कर, समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, उगराखेड़ी, जिला पानीपत तथा राजरानी, आशा वर्कर, समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, इन्द्री, जिला करनाल शामिल हैं। प्रत्येक को 5100-5100 रुपये दिए गये।
सरकार ने पहली बार 6 मार्च, 2010 को पंचकूला में राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया। इसलिए, विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाली 18 महिलाओं को सम्मानित किया गया। 400 मीटर की दौड़ में सोनीपत की ज्योति ने प्रथम, हिसार की ऋतु ने द्वितीय तथा करनाल की रिंकू ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 400 मीटर रिले दौड़ में भिवानी की मंजू, सोनिया, मंजू एवं रेनू ने प्रथम, पानीपत की मुनेश, माफी एव कविता ने द्वितीय तथा कैथल की कविता, रानी, बीरा एवं रेनू तृतीय स्थान प्राप्त किया। साईकिल दौड़ में फतेहाबाद की प्रोमिला, अंबाला की निधि एवं गुडग़ांव की नीरज मित्तल ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान हासिल किया। इसी प्रकार, मटका दौड़ में भिवानी की बीरमती, रोहतक की रानी तथा भिवानी एवं रोहतक की नीरजा एवं अनिल ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया। 100 मीटर दौड़ में भिवानी की बिमला, रेवाड़ी की सुमन एवं जीन्द की कविता क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रही। सभी को 2100-2100 रुपये के नकद पुरस्कार दिए गये।
मुख्यमंत्री ने हरियाणा की उत्कृष्टï महिलाओं को सम्मानित करने के लिए यहां आयोजित एक राज्य स्तरीय समारोह में बोलते हुए कहा कि 'इंदिरा गांधी महिला शक्ति पुरस्कारÓ नामक प्रथम राज्य स्तरीय पुरस्कार के तहत एक लाख रुपये की नकद राशि दी जाएगी। 51,000 रुपये का दूसरा पुरस्कार 'कल्पना चावला शौर्य पुरस्कारÓ कहा जाएगा तथा यह पुरस्कार हरियाणा में जन्मी अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला की स्मृति में दिया जाएगा। इसी प्रकार, तीसरे पुरस्कार का नाम हरियाणा विधान सभा की पहली महिला अध्यक्ष श्रीमती शन्नो देवी के नाम पर रखा जाएगा और इसके तहत भी 51,000 रुपये की नकद राशि दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने अन्तर्राष्टï्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं को बधाई दी तथा उनकेे उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए यह दिवस विश्वभर में मनाया जाता है। उन्होंने हिन्दू पौराणिक कथाओं में से कुछ उदाहरण देते हुए कहा कि प्राचीन काल में भी महिलाओं को पुरूषों के बराबर अधिकार प्राप्त थे। उन्होंने कहा कि आज भी, विशेषकर हमारे देश में महिलाएं उच्च पदों पर आसीन हैं जैसेकि श्रीमती सोनिया गांधी, यूपीए सरकार की अध्यक्षा हैं, भारत की राष्टï्रपति भी एक महिला है और लोक सभा की अध्यक्ष भी महिला ही है। इससे स्पष्टï होता है कि हमारे देश में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में भी अनेक महिलाएं उच्च पदों पर आसीन हैं, जैसेकि मुख्य सचिव श्रीमती उर्वशी गुलाटी जिनकी बहन ने भी इसी पद पर कार्य करते हुए प्रदेश की सेवा की। उन्होंने प्रदेश में उच्च पदों पर आसीन कुछ अन्य वरिष्ठï महिला अधिकारियों का भी जिक्र किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला आरक्षण बिल उस समय से अधर में लटका है, जब वे सांसद थे। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही आश्चर्यजनक है कि कई बार कुछ महिलाओं ने ही स्वयं इस बिल का विरोध किया है। वे चाहते हैं कि अब यह बिल पास हो जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के शैक्षणिक एवं सामाजिक-आर्थिक स्तर को ऊंचा उठाने के लिए राज्य सरकार ने अनेक अनूठी योजनाएं शुरू की हैं। इन योजनाओं ने लिंगानुपात को संतुलित करने तथा कन्या भ्रूण हत्या को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
मुख्यमंत्री, जिन्होंने हरियाणा की उत्कृ ष्टï महिलाओं को भी सम्मानित किया, ने कहा कि यह बहुत ही उत्साहजनक है कि हरियाणा की एक महिला डॉ0 सुनीता देवी, हॉस्टल वार्डन, महर्षि विश्वविद्यालय, रोहतक को आज नई दिल्ली में भारत की राष्टï्रपति श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटिल 'रानी लक्ष्मी बाई पुरस्कारÓ प्रदान करके सम्मानित कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने डा० सुनीता देवी, जो इस अवसर पर उपस्थित नहीं थी, को सम्मान स्वरूप 51,000 रुपये देने की घोषणा की।
डा० सुनीता देवी आज राष्टï्रपति से पुरस्कार प्राप्त करने के लिए दिल्ली में हैं। रानी लक्ष्मी बाई पुरस्कार के तहत तीन लाख रुपये की नकद राशि तथा प्रशस्ति प्रमाण प्रत्र प्रदान किया जाता है। इस अवसर पर बताया गया कि डा० सुनीता देवी एक दुर्घटना में अपने दोनों हाथ खो चुकी हैं, लेकिन उन्होंने अपनी शिक्षा जारी रखी और आज वे पीएचडी हैं। स्वयं शारीरिक रूप से विकलांग होने के बाबजूद महिलाओं एवं बच्चों के उत्थान के लिए उन द्वारा किए जा रहे उत्कृष्टï कार्यों के लिए उन्हें इस पुरस्कार से नवाजा गया है।
हरियाणा की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती गीता भुक्कल ने महिलाओं के कल्याणार्थ अनेक योजनाएं क्रियान्वित करने के लिए मुख्यमंत्री की सराहना की तथा उनसे महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए केन्द्र सरकार की तर्ज पर राज्य पुरस्कार शुरू करने का आग्रह किया।
महिला एवं बाल विकास विभाग की मुख्य संसदीय सचिव श्रीमती अनिता यादव ने लोगों से आग्रह किया कि वे दहेज प्रथा एवं कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए एक जन आंदोलन चलाएं। उन्होंने हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की उपाध्यक्ष श्रीमती आशा हुड्डïा की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने सदा उन्हें महिलाओं एवं बच्चों के लिए कल्याणकारी कार्यक्रम क्रियान्वित करने के लिए प्रेरित किया है।
हरियाणा की मुख्य सचिव श्रीमती उर्वशी गुलाटी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने महिलाओं, विशेषकर सरकारी कर्मचारियों के लिए अनेक कल्याणकारी कार्यक्रम क्रियान्वित किए हैं। अब महिला कर्मचारी अपने अर्जित अवकाश के अलावा 730 दिनों का बाल अनुरक्षण अवकाश प्राप्त कर सकती हैं। सरकारी नौकरी में आने के लिए अविवाहित महिलाओं की आयु सीमा को बढ़ाकर 45 वर्ष कर दिया गया है।
महिला एवं बाल विकास विभाग की वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव श्रीमती शकुन्तला जाखू ने कहा कि महिला सशक्तिकरण पर विशेष बल देने तथा महिलाओं के लिए नये अवसर सृजित करने के लिए हमें विकास के एजेंडे को एक नये दृष्टिïकोण के साथ आगे बढ़ाना होगा। सरकार के अधिकारियों को ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों की ऐसी महिलाओं से बातचीत करनी चाहिए, जिन्हें अवसर नहीं मिल रहे हैं ताकि वे उनकी आवश्यकताओं को समझ सकें।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 'आशा- आहार है औषध, औषध है आहारÓ नामक पुस्तक भी जारी की, जो हरियाणा के आयुष विभाग द्वारा तैयार की गई है।
मुख्यमंत्री ने हरियाणा की उत्कृष्टï महिलाओं को पुरस्कार भी दिए। डा० सुनीता देवी के अलावा जिन अन्य तीन महिलाओं को स्त्री शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया, उनमें श्रीमती सोमवती, गांव बालसमन्द, जिला हिसार; श्रीमती नेहा शर्मा, गांव सागरपुर, जिला फरीदाबाद तथा सुश्री एस आर थरेशा विगास, मंडी डबवाली शामिल हैं। उन्हें 11-11 हजार रुपये की नकद राशि दी गई। अर्जुन अवार्ड प्राप्तकर्ता सर्वसुश्री गीता ज्युत्शी, सुनीता शर्मा, प्रितम सीवाच, ममता खरब, गीतिका झाखड़, शिल्पा सिंह, नीलम जय सिंह एवं अंजु दुआ को 5100-5100 रुपये प्रदान कर सम्मानित किया गया। साहसिक खेलों की श्रेणी में जिला कैथल की सुश्री ममता सौदा को सम्मानित किया गया।
वर्ष 2008-09 में लिंगानुपात में सुधार लाने में प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने के लिए झज्जर, गुडगांव एवं फरीदाबाद की तीन उपायुक्तों को क्रमश: पांच लाख रुपये, तीन लाख रुपये एवं दो लाख रुपये प्रदान कर सम्मानित किया गया। सिरसा की श्रीमती साधना मित्तल को दस बाल विवाह रोकने के लिए 11,000 रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया। उद्यमियों की श्रेणी में श्रीमती चन्द्रीका थाटिया, श्रीमती सुनीता हांडा एवं श्रीमती रेनू कालड़ा को 11,000-11,000 रुपये प्रदान कर सम्मानित किया गया। समाज में अपना उल्लेखनीय योगदान देने के लिए जिन तीन साक्षर महिला समूहों को सम्मानित किया गया, उनमें श्रीमती सीमा रानी, गांव गिद्दावाली, जिला सिरसा; श्रीमती बालकिशा, गांव सुबरी, जिला करनाल तथा श्रीमती पिंकी, गांव कामी, जिला सोनीपत शामिल हैं। प्रत्येक समूह को 11,000-11,000 रुपये दिए गये। श्रेष्ठ आंगवाड़ी वर्कर पुरस्कार के तहत श्रीमती नारायण देवी, गांव पन्नीवाला मोटा, जिला सिरसा; श्रीमती विजय रानी, गांव इंदिरा नगर, जिला फतेहाबाद तथा श्रीमती मधुबाला, गांव खेड़ी बरकी, जिला हिसार को 5100-5100 रुपये दिए गये।
सम्मानित की गई एएनएम तथा आशा वर्करस में सर्वश्रीमती कृष्णा देवी, एएनएम उप केन्द्र, मोतलाकलां, जिला रेवाड़ी ; अनीता रानी, एएनएम, वजीराबाद, जिला गुडग़ांव; लाजवंती, एएनएम उप केन्द्र, नंगल चौधरी, जिला महेन्द्रगढ़; वंदना, आशा वर्कर, समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, कालका, जिला पंचकूला; सुनीता जैन, आशा वर्कर, समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, उगराखेड़ी, जिला पानीपत तथा राजरानी, आशा वर्कर, समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, इन्द्री, जिला करनाल शामिल हैं। प्रत्येक को 5100-5100 रुपये दिए गये।
सरकार ने पहली बार 6 मार्च, 2010 को पंचकूला में राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया। इसलिए, विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाली 18 महिलाओं को सम्मानित किया गया। 400 मीटर की दौड़ में सोनीपत की ज्योति ने प्रथम, हिसार की ऋतु ने द्वितीय तथा करनाल की रिंकू ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 400 मीटर रिले दौड़ में भिवानी की मंजू, सोनिया, मंजू एवं रेनू ने प्रथम, पानीपत की मुनेश, माफी एव कविता ने द्वितीय तथा कैथल की कविता, रानी, बीरा एवं रेनू तृतीय स्थान प्राप्त किया। साईकिल दौड़ में फतेहाबाद की प्रोमिला, अंबाला की निधि एवं गुडग़ांव की नीरज मित्तल ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान हासिल किया। इसी प्रकार, मटका दौड़ में भिवानी की बीरमती, रोहतक की रानी तथा भिवानी एवं रोहतक की नीरजा एवं अनिल ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया। 100 मीटर दौड़ में भिवानी की बिमला, रेवाड़ी की सुमन एवं जीन्द की कविता क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रही। सभी को 2100-2100 रुपये के नकद पुरस्कार दिए गये।
कृषि-व्यवसाय-योजना एवं विकास नामक परियोजना का शुभारंभ आज
हिसार (लहू की लौ) हरियाणा के राज्यपाल श्री जगन्नाथ पहाडिय़ा, जो इस विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं, 10 मार्च को चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार में ''कृषि-व्यवसाय-योजना एवं विकासÓÓ नामक परियोजना का शुभारंभ करेंगे।
यह जानकारी देते हुए आज विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. के.एस. खोखर ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा कृषि टैक्नोलॉजी विकास की दिशा में किए जा रहे सराहनीय कार्यों से प्रभावित होकर गत दिनों भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् ने विश्वविद्यालय के मानव संसाधन निदेशालय को करीब ढ़ाई करोड़ रूपए की उक्त परियोजना प्रदान की थी।
उन्होंने कहा कि परियोजना शुभारंभ से जुड़ा समारोह गृहविज्ञान महाविद्यालय सभागार में 10 मार्च को 11.30 बजे आरंभ होगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के लागू होने से देश व प्रदेश के कृषि एवं ग्रामीण विकास कार्यक्रमों में तीव्रता आएगी।
उन्होंने कहा कि मानव संसाधन निदेशालय की बौद्धिक संपदा अधिकार इकाई ने उक्त परियोजना के लोकार्पण के बाद उसे व्यावहारिक तौर पर लागू करने के लिए रूपरेखा तैयार कर ली है।
परियोजना लोकार्पण से पूर्व महामहिम राज्यपाल गृहविज्ञान महाविद्यालय प्रांगण में प्रदर्शनी का भी अवलोकन करेंगे। इस प्रदर्शनी में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों द्वारा विकसित समय, श्रम व पैसा बचत की नई तकनीकों को प्रदर्शित किया जाएगा। समारोह के बाद राज्यपाल विश्वविद्यालय का दौरा कर विभिन्न कार्यक्रमों का मुआयना भी करेंगे।
यह जानकारी देते हुए आज विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. के.एस. खोखर ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा कृषि टैक्नोलॉजी विकास की दिशा में किए जा रहे सराहनीय कार्यों से प्रभावित होकर गत दिनों भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् ने विश्वविद्यालय के मानव संसाधन निदेशालय को करीब ढ़ाई करोड़ रूपए की उक्त परियोजना प्रदान की थी।
उन्होंने कहा कि परियोजना शुभारंभ से जुड़ा समारोह गृहविज्ञान महाविद्यालय सभागार में 10 मार्च को 11.30 बजे आरंभ होगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के लागू होने से देश व प्रदेश के कृषि एवं ग्रामीण विकास कार्यक्रमों में तीव्रता आएगी।
उन्होंने कहा कि मानव संसाधन निदेशालय की बौद्धिक संपदा अधिकार इकाई ने उक्त परियोजना के लोकार्पण के बाद उसे व्यावहारिक तौर पर लागू करने के लिए रूपरेखा तैयार कर ली है।
परियोजना लोकार्पण से पूर्व महामहिम राज्यपाल गृहविज्ञान महाविद्यालय प्रांगण में प्रदर्शनी का भी अवलोकन करेंगे। इस प्रदर्शनी में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों द्वारा विकसित समय, श्रम व पैसा बचत की नई तकनीकों को प्रदर्शित किया जाएगा। समारोह के बाद राज्यपाल विश्वविद्यालय का दौरा कर विभिन्न कार्यक्रमों का मुआयना भी करेंगे।
अनुसूचित जाति के बच्चों को दी जाएगी नि:शुल्क कोचिंग
डबवाली (लहू की लौ) तकनीकी शिक्षा विभाग हरियाणा द्वारा सत्र 2010 के लिए डिप्लोमा प्रवेश परीक्षा (डीईटी-2010)/अखिल भारतीय इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (ए.आई.र्ई.ई.ई.) के माध्यम से डिप्लोमा और बी टैक कार्यक्रमों में दाखिला लेने के इच्छुक हरियाणा के अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों के लिए नि:शुल्क कोचिंग के लिए पंजीकरण 8 मार्च से आरम्भ किया जाएगा।
तकनीकी शिक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों को प्रदेश के विभिन्न केन्द्रों पर डी ई टी और ए.आई.र्ई.ई.ई. के लिए नि:शुल्क कोचिंग दी जाएगी, जिनमें भिवानी, चरखी दादरी, तोशाम, झज्जर, बहादुरगढ़, रोहतक हिसार, बरवाला, हांसी, रेवाड़ी, सिरसा, जीन्द, नरवाना, टोहाना, कैथल, गुहला चीक्का, करनाल, नीलोखेड़ी, कुरुक्षेत्र, सोनीपत, गोहाना, पानीपत, महेन्द्रगढ़, नारनौल, फरीदाबाद, पलवल, गुडग़ांव, अंबाला कैंट, अंबला शहर, पंचकूला और जगाधरी शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त, जिन केन्द्रों पर डी ई टी की नि:शुल्क कोचिंग दी जाएगी, उनमें बवानीखेड़ा, लोहारू, भादरा, कलानौर, रतिया, उकलाना, उचानाकलां, डबवाली, ऐलनाबाद, भुना, निगदु, असंध, पेहवा, लाडवा, खरखौदा, नारायणगढ़, रायपुररानी और पिंजौर शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि डिप्लोमा प्रवेश परीक्षा (डी ई टी-2010)/अखिल भारतीय इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (ए.आई.र्ई.ई.ई.) के लिए पंजीकरण 8 मार्च, 2010 से आरम्भ होगा तथा पंजीकरण की अंतिम तिथि 18 मार्च, 2010 है तथा इन प्रवेश परीक्षाओं के लिए नि:शुल्क कोचिंग 21 मार्च से आरम्भ हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा डिप्लोमा प्रवेश परीक्षा डीईटी-2010 और ए.आई.र्ई.ई.ई-2010 के लिए हरियाणा के अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को के्रश कोर्स कोचिंग नि:शुल्क दी जा रही है। विद्यार्थियों को अध्ययन सामग्री भी नि:शुल्क प्रदान की जाएगी।
उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों, जो विद्यार्थी दसवीं की परीक्षा में बैठे हैं और डीईटी-2010 में बैठने के इच्छुक हैं, वे डीईटी कोचिंग के पात्र हैं। इसके अतिरिक्त, जो विद्यार्थी विज्ञान संकाय से 12वीं की बोर्ड परीक्षा दे रहे हैं और ए.आई.र्ई.ई.ई-2010 में बैठने के इच्छुक हैं, वे ए.आई.र्ई.ई.ई कोचिंग के लिए पात्र हैं।
उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के सभी इच्छुक उम्मीदवार अपने नजदीकी केन्द्र में डीईटी या ए.आई.र्ई.ई.ई की कोचिंग ले सकते हैं, उन्हें पंजीकरण के लिए अनुसूचित जाति स्कूल सर्टिफिकेट लाना होगा।
तकनीकी शिक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों को प्रदेश के विभिन्न केन्द्रों पर डी ई टी और ए.आई.र्ई.ई.ई. के लिए नि:शुल्क कोचिंग दी जाएगी, जिनमें भिवानी, चरखी दादरी, तोशाम, झज्जर, बहादुरगढ़, रोहतक हिसार, बरवाला, हांसी, रेवाड़ी, सिरसा, जीन्द, नरवाना, टोहाना, कैथल, गुहला चीक्का, करनाल, नीलोखेड़ी, कुरुक्षेत्र, सोनीपत, गोहाना, पानीपत, महेन्द्रगढ़, नारनौल, फरीदाबाद, पलवल, गुडग़ांव, अंबाला कैंट, अंबला शहर, पंचकूला और जगाधरी शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त, जिन केन्द्रों पर डी ई टी की नि:शुल्क कोचिंग दी जाएगी, उनमें बवानीखेड़ा, लोहारू, भादरा, कलानौर, रतिया, उकलाना, उचानाकलां, डबवाली, ऐलनाबाद, भुना, निगदु, असंध, पेहवा, लाडवा, खरखौदा, नारायणगढ़, रायपुररानी और पिंजौर शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि डिप्लोमा प्रवेश परीक्षा (डी ई टी-2010)/अखिल भारतीय इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (ए.आई.र्ई.ई.ई.) के लिए पंजीकरण 8 मार्च, 2010 से आरम्भ होगा तथा पंजीकरण की अंतिम तिथि 18 मार्च, 2010 है तथा इन प्रवेश परीक्षाओं के लिए नि:शुल्क कोचिंग 21 मार्च से आरम्भ हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा डिप्लोमा प्रवेश परीक्षा डीईटी-2010 और ए.आई.र्ई.ई.ई-2010 के लिए हरियाणा के अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को के्रश कोर्स कोचिंग नि:शुल्क दी जा रही है। विद्यार्थियों को अध्ययन सामग्री भी नि:शुल्क प्रदान की जाएगी।
उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों, जो विद्यार्थी दसवीं की परीक्षा में बैठे हैं और डीईटी-2010 में बैठने के इच्छुक हैं, वे डीईटी कोचिंग के पात्र हैं। इसके अतिरिक्त, जो विद्यार्थी विज्ञान संकाय से 12वीं की बोर्ड परीक्षा दे रहे हैं और ए.आई.र्ई.ई.ई-2010 में बैठने के इच्छुक हैं, वे ए.आई.र्ई.ई.ई कोचिंग के लिए पात्र हैं।
उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के सभी इच्छुक उम्मीदवार अपने नजदीकी केन्द्र में डीईटी या ए.आई.र्ई.ई.ई की कोचिंग ले सकते हैं, उन्हें पंजीकरण के लिए अनुसूचित जाति स्कूल सर्टिफिकेट लाना होगा।
शादी के बहाने देह शोषण का आरोप
श्रीगंगानगर। स्थानीय पुरानी आबादी की एक युवती ने एक युवक पर शादी करने के बहाने से देह शोषण करने का आरोप लगाया है। युवती द्वारा आज महिला थाने में दर्ज करवाये गए मुकदमे में युवक के परिजनों को भी नामजद किया गया है। पुलिस ने धारा 420, 323, 376 और 34 में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
प्रकरण की जानकारी देते पुलिस ने बताया कि पुरानी आबादी की 22 वर्षीय युवती मनीषा (नाम तब्दील) की मां लगभग दो वर्ष पहले बीमार हो जाने के कारण ब्लॉक एरिया के एक प्राइवेट हस्पताल में उपचार के लिए भर्ती हुई थी। उस समय मनीषा को मां की देखभाल के लिए कुछ दिन इस अस्पताल में रहना पड़ा। इस दौरान उसकी मामूली जान-पहचान बसंतसिंह जटसिख नामक युवक से हो गई। मनीषा का कहना है कि बसंतसिंह उन दिनों में कई बार अस्पताल में उसकी मां का हाल-चाल जानने के बहाने से आया। बाद में वह उसके घर भी आने-जाने लगा। यह जान-पहचान दोस्ती और फिर प्यार में बदल गई।
पुलिस के मुताबिक बसंतसिंह निकटवर्ती गांव ढाबां झालार का निवासी है और वह आईलेट कर रहा है। मनीषा ने मुकदमे में बताया कि घर में आना-जाना हो जाने पर बसंतसिंह ने उसके साथ शारीरिक संबंध बना लिये। बाद में वह उसके साथ विवाह करने को तैयार हो गया। विगत 17 जून को सुरजीतसिंह कॉलोनी के एक गुरूद्वारा में उसके साथ विवाह कर लिया, लेकिन बसंतसिंह उसे अपने घर ढाबां झालार लेकर नहीं गया। बसंत ने मिनी मायापुरी ऑटो मोबाइल मार्केट के एक होटल में कमरा बुक करवाया हुआ था। होटल में उसे चार दिन तक रखा। इस दौरान वह उसके साथ शारीरिक संसर्ग करता रहा। बसंतसिंह ने अपने घर का माहौल ठीक न होने की मजबूरी जताकर उसे अपने घर ले जाने को तैयार नहीं हुआ। मनीषा के मुताबिक बसंतसिंह ने उसे कुछ दिन तक अपने घर रहने के लिए कहा। वह अपने मां-बाप के पास रहने लगी। इस दौरान बसंतसिंह अकसर उसके पास आता रहा।
पुलिस के अनुसार बसंतसिंह पर मनीषा के घरवाले दबाव डालने लगे कि वह मनीषा को अपने गांव-अपने घर लेकर जाये तो वह टाल-मटोल करने लगा। तब बसंतसिंह ने मनीषा से कहा कि वह आईलेट करके विदेश जाना चाहता है। उसने अभी तक घरवालों को विवाह कर लेने के बारे में कुछ नहीं बताया है। मनीषा को जब बसंतसिंह अपने गांव लेकर नहीं गया तो मनीषा की मां दो-तीन रिश्तेदारों को लेकर ढाबां झालार चली गई। जहां बसंतसिंह के परिजनों ने बताया कि उन्हें पता है कि बसंत ने विवाह कर लिया है, लेकिन वे मनीषा को अपने साथ नहीं रखेंगे। बसंत ने तो मनीषा के साथ मौज-मस्ती करने के लिए संबंध बनाये थे।
पुलिस के मुताबिक मनीषा ने मुकदमे में बसंतसिंह के पिता प्रेमसिंह, भाई रूपसिंह, मां परमजीतकौर, भाभी राजनकौर (पत्नी रूपसिंह) और प्रेमसिंह की एक कथित रखेल अमरजीतकौर को भी नामजद किया है। यह मामला मनीषा द्वारा अदालत में दायर किये गए इस्तगासा के आधार पर दर्ज किया गया है।
प्रकरण की जानकारी देते पुलिस ने बताया कि पुरानी आबादी की 22 वर्षीय युवती मनीषा (नाम तब्दील) की मां लगभग दो वर्ष पहले बीमार हो जाने के कारण ब्लॉक एरिया के एक प्राइवेट हस्पताल में उपचार के लिए भर्ती हुई थी। उस समय मनीषा को मां की देखभाल के लिए कुछ दिन इस अस्पताल में रहना पड़ा। इस दौरान उसकी मामूली जान-पहचान बसंतसिंह जटसिख नामक युवक से हो गई। मनीषा का कहना है कि बसंतसिंह उन दिनों में कई बार अस्पताल में उसकी मां का हाल-चाल जानने के बहाने से आया। बाद में वह उसके घर भी आने-जाने लगा। यह जान-पहचान दोस्ती और फिर प्यार में बदल गई।
पुलिस के मुताबिक बसंतसिंह निकटवर्ती गांव ढाबां झालार का निवासी है और वह आईलेट कर रहा है। मनीषा ने मुकदमे में बताया कि घर में आना-जाना हो जाने पर बसंतसिंह ने उसके साथ शारीरिक संबंध बना लिये। बाद में वह उसके साथ विवाह करने को तैयार हो गया। विगत 17 जून को सुरजीतसिंह कॉलोनी के एक गुरूद्वारा में उसके साथ विवाह कर लिया, लेकिन बसंतसिंह उसे अपने घर ढाबां झालार लेकर नहीं गया। बसंत ने मिनी मायापुरी ऑटो मोबाइल मार्केट के एक होटल में कमरा बुक करवाया हुआ था। होटल में उसे चार दिन तक रखा। इस दौरान वह उसके साथ शारीरिक संसर्ग करता रहा। बसंतसिंह ने अपने घर का माहौल ठीक न होने की मजबूरी जताकर उसे अपने घर ले जाने को तैयार नहीं हुआ। मनीषा के मुताबिक बसंतसिंह ने उसे कुछ दिन तक अपने घर रहने के लिए कहा। वह अपने मां-बाप के पास रहने लगी। इस दौरान बसंतसिंह अकसर उसके पास आता रहा।
पुलिस के अनुसार बसंतसिंह पर मनीषा के घरवाले दबाव डालने लगे कि वह मनीषा को अपने गांव-अपने घर लेकर जाये तो वह टाल-मटोल करने लगा। तब बसंतसिंह ने मनीषा से कहा कि वह आईलेट करके विदेश जाना चाहता है। उसने अभी तक घरवालों को विवाह कर लेने के बारे में कुछ नहीं बताया है। मनीषा को जब बसंतसिंह अपने गांव लेकर नहीं गया तो मनीषा की मां दो-तीन रिश्तेदारों को लेकर ढाबां झालार चली गई। जहां बसंतसिंह के परिजनों ने बताया कि उन्हें पता है कि बसंत ने विवाह कर लिया है, लेकिन वे मनीषा को अपने साथ नहीं रखेंगे। बसंत ने तो मनीषा के साथ मौज-मस्ती करने के लिए संबंध बनाये थे।
पुलिस के मुताबिक मनीषा ने मुकदमे में बसंतसिंह के पिता प्रेमसिंह, भाई रूपसिंह, मां परमजीतकौर, भाभी राजनकौर (पत्नी रूपसिंह) और प्रेमसिंह की एक कथित रखेल अमरजीतकौर को भी नामजद किया है। यह मामला मनीषा द्वारा अदालत में दायर किये गए इस्तगासा के आधार पर दर्ज किया गया है।
महिला दिवस पर फिर महिला बनी झपटमारों का निशाना
श्रीगंगानगर। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के दिन आज एक महिला अज्ञात झपटमारों का निशाना बन गई। जिला अस्पताल में नर्स रत्ना (40) दोपहर 2 बजे ड्यूटी समाप्त होने पर शंकर कॉलोनी अपने घर जा रही थी कि रास्ते में बैंक कॉलोनी की सुनसान गली में मोटरसाइकिल पर आये दो युवकों में से एक ने उसके गले से सोने की चैन झपट ली। दोनों युवक तेजी से मोटरसाइकिल भगा ले गए। दिनदिहाड़े हुई इस घटना से एक बार फिर शहर में दहशत फैल गई। जानकारी मिलते ही डीएसपी (शहर) हरीराम गहलोत खुद बाईपास मार्गों पर नाकाबंदी करने निकल पड़े, जबकि सदर थानाप्रभारी नंदराम सैनी ने मौके पर जाकर अज्ञात युवकों के बारे में जानकारियां जुटाईं। पुरानी आबादी थानाप्रभारी धीरेंद्र शेखावत ने भी मोटरसाइकिल सवारों को पकडऩे के लिए भागदौड़ की, लेकिन सफलता नहीं मिली। डीएसपी गहलोत ने बताया कि युवकों के पास बिना नंबरी काले रंग का बजाज पल्सर मोटरसाइकिल था। इनमें एक युवक मोटा तथा दूसरा पतला था। इनमें से एक युवक के ब्राउन कलर के बाल थे। श्री गहलोत के अनुसार बजाज के डीलरों से पिछले एक महीने में पल्सर मोटरसाइकिल के खरीददारों के नाम-पतों की सूची मांगी गई है। इससे शायद कोई सुराग मिल जाये। शंकर कॉलोनी के थर्ड ब्लॉक के मकान नं. 4 निवासी रत्ना पत्नी बेबी सिप्पी शर्मा की रिपोर्ट के आधार पर सदर थाना में धारा 382 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
किशोर ने दिखाई हिम्मत: दोपहर लगभग सवा 2 बजे झपटमारी की यह घटना 64 बैंक कॉलोनी के सामने हुई। उस समय नर्स रत्ना पैदल अपने घर जा रही थी। चैन झपटे जाने पर जैसे ही रत्ना ने शोर मचाया, नजदीक के एक मकान से एक किशोर तुरंत ही बाहर आया। उसने भाग रहे युवकों को मारने के लिए ईंट उठाई, लेकिन एक झपटमार युवक ने पलटकर उसे आंखें दिखाई और धमकाया तो यह किशोर डर गया। उसने ईंट वहीं छोड़ दी। युवकों के भाग जाने के बाद वहां काफी भीड़ लग गई। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि झपटमार युवक बड़ी तेजी से मोटरसाइकिल हनुमानगढ़ रोड की तरफ भगा ले गए।
अनसुलझी वारदातें: श्रीगंगानगर शहर में एक के बाद एक झपटमारी की घटनायें हो रही हैं। यह सभी वारदातें पुलिस के लिए चुनौती बन गई हैं। पुलिस इनमें से एक भी वारदात को नहीं खोल पाई। पिछले महीने तो एक ही दिन में तीन घंटे की अवधि में झपटमारी की तीन घटनायें हो गई थीं। इसके चार दिन बाद डी ब्लॉक में एक ग्रहणी सुमन से चैन झपटकर भाग रहे दो युवक अपना मोटरसाइकिल व मोबाइल फोन मौके पर छोड़ गए। पुलिस ने इस वारदात में शामिल साधूवाली गांव के हरिओम बावरी नामक युवक को पकड़ा, लेकिन उसके दो अन्य साथियों की पहचान हो जाने के बाद भी उन्हें पकड़ा नहीं जा सका। हरिओम से भी पुलिस पहले हुई वारदातों के बारे में कुछ भी जानकारी हासिल नहीं कर पाई।
किशोर ने दिखाई हिम्मत: दोपहर लगभग सवा 2 बजे झपटमारी की यह घटना 64 बैंक कॉलोनी के सामने हुई। उस समय नर्स रत्ना पैदल अपने घर जा रही थी। चैन झपटे जाने पर जैसे ही रत्ना ने शोर मचाया, नजदीक के एक मकान से एक किशोर तुरंत ही बाहर आया। उसने भाग रहे युवकों को मारने के लिए ईंट उठाई, लेकिन एक झपटमार युवक ने पलटकर उसे आंखें दिखाई और धमकाया तो यह किशोर डर गया। उसने ईंट वहीं छोड़ दी। युवकों के भाग जाने के बाद वहां काफी भीड़ लग गई। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि झपटमार युवक बड़ी तेजी से मोटरसाइकिल हनुमानगढ़ रोड की तरफ भगा ले गए।
अनसुलझी वारदातें: श्रीगंगानगर शहर में एक के बाद एक झपटमारी की घटनायें हो रही हैं। यह सभी वारदातें पुलिस के लिए चुनौती बन गई हैं। पुलिस इनमें से एक भी वारदात को नहीं खोल पाई। पिछले महीने तो एक ही दिन में तीन घंटे की अवधि में झपटमारी की तीन घटनायें हो गई थीं। इसके चार दिन बाद डी ब्लॉक में एक ग्रहणी सुमन से चैन झपटकर भाग रहे दो युवक अपना मोटरसाइकिल व मोबाइल फोन मौके पर छोड़ गए। पुलिस ने इस वारदात में शामिल साधूवाली गांव के हरिओम बावरी नामक युवक को पकड़ा, लेकिन उसके दो अन्य साथियों की पहचान हो जाने के बाद भी उन्हें पकड़ा नहीं जा सका। हरिओम से भी पुलिस पहले हुई वारदातों के बारे में कुछ भी जानकारी हासिल नहीं कर पाई।
08 मार्च 2010
अग्निकांड पीडि़त 10 मार्च को डीएवी के खिलाफ निकालेंगे कैंडल मार्च
डबवाली (लहू की लौ) अग्निकांड पीडि़त एसोसिएशन की एक आवश्यक बैठक अग्निकांड स्मारक स्थल पर रविवार शाम को विनोद बांसल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। जिसमें पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा अग्निकांड पीडि़तों के पक्ष में सुनाये गये मुआवजा के विरोध में डीएवी द्वारा उच्चतम न्यायालय में जाने पर कड़ी आपत्ति जताई गई। यह जानकारी देते हुए विनोद बांसल ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया कि डीएवी की इस नीति के खिलाफ अग्निकांड पीडि़त 10 मार्च बुधवार को शाम 5 बजे कैंडल मार्च का आयोजन करेंगे। यह मार्च अग्रवाल धर्मशाला से शुरू होकर मुख्य बाजार में से होता हुआ अग्निकांड स्मारक स्थल तक पहुंचेगा।
इस मौके पर अग्निकांड पीडि़तों में से डॉ. अरूण बांसल, राजीव वढ़ेरा, सुनील सेठी, शमशेर सिंह, सुच्चा सिंह आदि उपस्थित थे।
इस मौके पर अग्निकांड पीडि़तों में से डॉ. अरूण बांसल, राजीव वढ़ेरा, सुनील सेठी, शमशेर सिंह, सुच्चा सिंह आदि उपस्थित थे।
अग्निकांड पीडि़तों के लिए मुआवजा राशि घोषित करना इनेलो के संघर्ष की जीत
डबवाली (लहू की लौ) प्रदेश सरकार द्वारा अग्निकांड पीडि़तों के लिए मुआवजा राशि जारी करने के कदम को इनेलो के संघर्ष की जीत बताते हुए इनेलो नेताओं ने विधायक अजय सिंह चौटाला का आभार जताया है।
पूर्व विधायक डॉ. सीता राम, रणवीर सिंंह राणा जिला प्रधान महासचिव इनेलो तथा पूर्व अध्यक्ष नगर सुधार मंडल डबवाली, दर्शन मोंगा, सतपाल महाश्य, पार्षद सुखमन्दर सिंह सरां, हरबन्स लाल भीटीवाला, मदन लाल गुप्ता, सुभाष मित्तल पार्षद, डॉ. ओमप्रकाश सचदेवा, मल्ली ग्रोवर, ओमकार गोयल, मलकीत सिंह सूच, सुरेन्द्र छिन्दा पार्षद, बिल्लू जुनेजा, नसीब गार्गी, अशोक सिंगला, अजनीश कैनेडी ने संयुक्त रूप से कहा कि लगभग तीन माह पूर्व उच्च न्यायालय ने अपने महत्वपूर्ण फैसले में प्रदेश सरकार को निर्देश जारी किये थे कि अग्निकांड पीडि़तों को तयशुदा मुआवजा राशि प्रदान करे। परन्तु प्रदेश सरकार ने जनभावनाओं की अनदेखी करते हुए उच्चतम न्यायालय में जाने की तैयारी करके अग्निकांड पीडि़तों के जख्मों को कुरेदने का काम किया। इस बारे में जब स्थानीय विधायक अजय सिंंह चौटाला को जानकारी मिली तो उन्होंने लोकतांत्रिक प्रक्रिया अपनाते हुए अग्निकांड पीडि़तों के लिए संघर्ष का बिगुल बजा दिया।
इनेलो नेताओं ने आगे कहा कि अजय सिंह चौटाला ने कार्यकर्ताओं के साथ अग्रिकांड पीडि़तों के लिए धरना दिया और उपमण्डलाधीश की मार्फत राज्यपाल को एक ज्ञापन भेजकर सरकार को उच्चतम न्यायालय में जाने से रोकने का आग्रह किया था। परिणाम स्वरूप प्रदेश सरकार को उच्चतम न्यायालय में अपील करने की हठधर्मिता छोड़कर मुआवजा राशि जारी करने के लिए विवश होना पड़ा। नेताओं ने कहा कि अगर कांग्रेस सरकार ने मानवीय भावनाओं को समझती तो उच्च न्यायालय का फैसला होते ही राशि जारी कर देती। उन्होंने मांग की कि प्रदेश कांग्रेस सरकार को अग्निकांड पीडि़तों को अन्य प्रमुख मांगों जैसे सरकारी नौकरी प्रदान करना, बर्न यूनिट स्थापित करने जैसी मांगों को तुरन्त प्रभाव से स्वीकार कर लेना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि अजय चौटाला ने डबवाली अग्निकांड के शहीदों की पुण्यतिथि पर पांच पीडि़त परिवारों को नौकरी देने की घोषणा करके तीन को तो नौकरी दे दी है।
पूर्व विधायक डॉ. सीता राम, रणवीर सिंंह राणा जिला प्रधान महासचिव इनेलो तथा पूर्व अध्यक्ष नगर सुधार मंडल डबवाली, दर्शन मोंगा, सतपाल महाश्य, पार्षद सुखमन्दर सिंह सरां, हरबन्स लाल भीटीवाला, मदन लाल गुप्ता, सुभाष मित्तल पार्षद, डॉ. ओमप्रकाश सचदेवा, मल्ली ग्रोवर, ओमकार गोयल, मलकीत सिंह सूच, सुरेन्द्र छिन्दा पार्षद, बिल्लू जुनेजा, नसीब गार्गी, अशोक सिंगला, अजनीश कैनेडी ने संयुक्त रूप से कहा कि लगभग तीन माह पूर्व उच्च न्यायालय ने अपने महत्वपूर्ण फैसले में प्रदेश सरकार को निर्देश जारी किये थे कि अग्निकांड पीडि़तों को तयशुदा मुआवजा राशि प्रदान करे। परन्तु प्रदेश सरकार ने जनभावनाओं की अनदेखी करते हुए उच्चतम न्यायालय में जाने की तैयारी करके अग्निकांड पीडि़तों के जख्मों को कुरेदने का काम किया। इस बारे में जब स्थानीय विधायक अजय सिंंह चौटाला को जानकारी मिली तो उन्होंने लोकतांत्रिक प्रक्रिया अपनाते हुए अग्निकांड पीडि़तों के लिए संघर्ष का बिगुल बजा दिया।
इनेलो नेताओं ने आगे कहा कि अजय सिंह चौटाला ने कार्यकर्ताओं के साथ अग्रिकांड पीडि़तों के लिए धरना दिया और उपमण्डलाधीश की मार्फत राज्यपाल को एक ज्ञापन भेजकर सरकार को उच्चतम न्यायालय में जाने से रोकने का आग्रह किया था। परिणाम स्वरूप प्रदेश सरकार को उच्चतम न्यायालय में अपील करने की हठधर्मिता छोड़कर मुआवजा राशि जारी करने के लिए विवश होना पड़ा। नेताओं ने कहा कि अगर कांग्रेस सरकार ने मानवीय भावनाओं को समझती तो उच्च न्यायालय का फैसला होते ही राशि जारी कर देती। उन्होंने मांग की कि प्रदेश कांग्रेस सरकार को अग्निकांड पीडि़तों को अन्य प्रमुख मांगों जैसे सरकारी नौकरी प्रदान करना, बर्न यूनिट स्थापित करने जैसी मांगों को तुरन्त प्रभाव से स्वीकार कर लेना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि अजय चौटाला ने डबवाली अग्निकांड के शहीदों की पुण्यतिथि पर पांच पीडि़त परिवारों को नौकरी देने की घोषणा करके तीन को तो नौकरी दे दी है।
जरूरतमंद को गरीब कहना गलत-काण्डा
डबवाली (लहू की लौ) श्री सालासर पैदल यात्रा संघ ने रविवार को यहां के कम्युनिटी हाल में 51 कन्याओं की सामूहिक शादियों का 10वां आयोजन मुख्यातिथि गोबिन्द काण्डा मुख्य सेवक तारा बाबा कुटिया, सिरसा के सानिध्य में सम्पन्न किया। जिसमें 15 शादियां हिन्दू रीति-रिवाज से और 36 शादियां आनन्द कारज से करवाई गई।
सालासर पैदल यात्रा संघ ने करवाई 51 कन्याओं की सामूहिक शादियां
इस मौके पर नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देते हुए गोबिन्द काण्डा ने कहा कि जो लड़कियां सामूहिक आयोजन के दौरान विवाह बंधन में बंधी है, वे गरीब नहीं, जरूरतमंद जरूर हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दुनियां में कोई गरीब नहीं है और किसी को भी गरीब कहकर अपमानित नहीं किया जाना चाहिए। काण्डा ने इस मौके पर सामाजिक संस्थाओं से भ्रूण हत्या के खिलाफ भी आवाज बुलन्द करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि उनके तथा उनके भाई गोपाल काण्डा के दरवाजे डबवाली के लोगों के लिए हमेशा से खुले हैं। वे कोई भी अपनी समस्या उनके समक्ष रखकर उसका समाधान पा सकते हैं।
संघ के प्रधान मामराज शर्मा ने बताया कि 10 वर्षों में संघ 448 सामूहिक शादियां करवा चुका है। उन्होंने यह भी बताया कि इस मौके पर श्री राम शरणम् डबवाली ने भी विशेष सहयोग दिया।
इस अवसर पर स्वामी शंकरानन्द, लाल जी महर्षि, एसडीएम मुनीश नागपाल, विकास गर्ग दिल्ली, भागीरथ गुप्ता एडवोकेट सिरसा ने भी अपने विचार रखे। इस मौके पर नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा
जैन, डॉ. प्रेमकान्ता आहलुवालिया, रामलाल बागड़ी, दरिया सिंह नामधारी, राजेन्द्र जैन, राकेश बांसल जेई, बख्तावर मल दर्दी, मुरारी लाल शर्मा, राकेश वधवा, मोहन लाल कौशिक, बलवन्त तायल, रमेश झालरिया, रमेश काला ठेकेदार, राजेन्द्र कुमार बिट्टू ठेकेदार, राजकुमार पटवारी, श्याम सुन्दर मित्तल, राकेश सिंगला, सुरेश मित्तल, गोपाल मित्तल, पार्षद रमेश बागड़ी, यशपाल गर्ग, महावीर प्रसाद गोयल, सतपाल बागड़ी, विजय बागड़ी, सुभाष मित्तल, मास्टर प्रकाश चन्द गुप्ता, लेडीज कब मास्टर शेरगढ़ मंजू बाला, मनोज कुमार, जगदीश राय आदि उपस्थित थे। मंच संचालन बंटी गोयल ने किया। इस मौके पर गोबिन्द काण्डा ने संघ को 31,000 रूपये, राजन सिंगला चण्डीगढ़ ने 51,000 रूपये की सहयोगी राशि दी।
सालासर पैदल यात्रा संघ ने करवाई 51 कन्याओं की सामूहिक शादियां
इस मौके पर नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देते हुए गोबिन्द काण्डा ने कहा कि जो लड़कियां सामूहिक आयोजन के दौरान विवाह बंधन में बंधी है, वे गरीब नहीं, जरूरतमंद जरूर हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दुनियां में कोई गरीब नहीं है और किसी को भी गरीब कहकर अपमानित नहीं किया जाना चाहिए। काण्डा ने इस मौके पर सामाजिक संस्थाओं से भ्रूण हत्या के खिलाफ भी आवाज बुलन्द करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि उनके तथा उनके भाई गोपाल काण्डा के दरवाजे डबवाली के लोगों के लिए हमेशा से खुले हैं। वे कोई भी अपनी समस्या उनके समक्ष रखकर उसका समाधान पा सकते हैं।
संघ के प्रधान मामराज शर्मा ने बताया कि 10 वर्षों में संघ 448 सामूहिक शादियां करवा चुका है। उन्होंने यह भी बताया कि इस मौके पर श्री राम शरणम् डबवाली ने भी विशेष सहयोग दिया।
इस अवसर पर स्वामी शंकरानन्द, लाल जी महर्षि, एसडीएम मुनीश नागपाल, विकास गर्ग दिल्ली, भागीरथ गुप्ता एडवोकेट सिरसा ने भी अपने विचार रखे। इस मौके पर नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा
जैन, डॉ. प्रेमकान्ता आहलुवालिया, रामलाल बागड़ी, दरिया सिंह नामधारी, राजेन्द्र जैन, राकेश बांसल जेई, बख्तावर मल दर्दी, मुरारी लाल शर्मा, राकेश वधवा, मोहन लाल कौशिक, बलवन्त तायल, रमेश झालरिया, रमेश काला ठेकेदार, राजेन्द्र कुमार बिट्टू ठेकेदार, राजकुमार पटवारी, श्याम सुन्दर मित्तल, राकेश सिंगला, सुरेश मित्तल, गोपाल मित्तल, पार्षद रमेश बागड़ी, यशपाल गर्ग, महावीर प्रसाद गोयल, सतपाल बागड़ी, विजय बागड़ी, सुभाष मित्तल, मास्टर प्रकाश चन्द गुप्ता, लेडीज कब मास्टर शेरगढ़ मंजू बाला, मनोज कुमार, जगदीश राय आदि उपस्थित थे। मंच संचालन बंटी गोयल ने किया। इस मौके पर गोबिन्द काण्डा ने संघ को 31,000 रूपये, राजन सिंगला चण्डीगढ़ ने 51,000 रूपये की सहयोगी राशि दी।
गर्मी से पहले आया जल संकट
औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) गर्मी अभी शुरू भी नहीं हुई लेकिन गांव नुहियांवाली में ग्रामीणों को अभी से पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। गांववासियों के अनुसार इस समस्या का कारण पानी की सप्लाई सुचारू रूप से न होना है। गांववासी रायसिंह, बद्रीराम, दलीप कुमार, रामकुमार व रोशन लाल आदि ने बताया कि गांव के जलघर में पानी स्टोर करने हेतु दो बड़ी डिग्गियां हैं और एक नलकूप लगा हुआ है लेकिन जलघर कर्मियों द्वारा सुचारू ढंग से जल सप्लाई न किए जाने के कारण गांव के सभी हिस्सों में पानी नहीं पहुंच पाता। ऐसी स्थिति में गांव के मुख्य चौक व फिरनी वाले क्षेत्र में पानी नहीं पहुंच पाता। गांववासियों ने आरोप लगाया कि कर्मचारी पानी सप्लाई करते समय भेदभाव करते हैं जिसके कारण लोगों को पानी खरीदना पड़ रहा है।
इस विषय में विभाग के कनिष्ठ अभियंता एसपी जैन से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि पूरे गांव में जल सप्लाई सुचारू रूप से करने की व्यवस्था शीघ्र कर दी जाएगी और यदि कोई जलघर कर्मी लापरवाही करता पाया गया तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
इस विषय में विभाग के कनिष्ठ अभियंता एसपी जैन से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि पूरे गांव में जल सप्लाई सुचारू रूप से करने की व्यवस्था शीघ्र कर दी जाएगी और यदि कोई जलघर कर्मी लापरवाही करता पाया गया तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
वाहन चालक परेशान
औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) सिरसा से संगरिया लिंक रोड खस्ता हालत में है और गांव घुकांवाली से लेकर रामपुरा बिश्रोइया तक सड़क बेहद खराब स्थिति है जिसके कारण मात्र 15 किलोमीटर का यह मार्ग पार करने में वाहन चालकों को अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस मार्ग पर सड़क धंस गई है और सड़क ऊबड़ खाबड़ हो गई है जिसके कारण वाहनों के दुघर्टनाग्रस्त होने की संभावना बनी रहती है।
वाहन चालकों नुहियांवाली के रामेश्वर, रत्ताखेड़ा के सही राम, घुकांवाली के मेजर सिंह व निहाल बैनिवाल तथा गांव राजपुरा के सरदारा सिंह व सर्वजीत आदि ने बताया कि सड़ का यह टुकड़ा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है और जगह जगह गड्ढे हो जाने के कारण उन्हें भारी परेशानी होती है। उन्होंने बताया कि इस विषय में विभाग के अधिकारियों को अनेक बार अवगत करवाया गया है लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। उल्लेखनीय है कि सिरसा संगरिया नामक इस मार्ग के आसाखेड़ा से गोरीवाला व पन्नीवाला मोटा से घुकांवाली तक के हिस्से को नए सिरे से बना दिया गया है लेकिन यह 15 किलोमीटर का टुकड़ा अभी भी खस्ताहाल है जिसे अतिशीघ्र ठीक किए जाने की आवश्यकता है।
इस विषय में पीडब्ल्यूडी सिरसा के एसडीओ बुधराम से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि इस सड़क की रिपेयर सन 2001-02 में करवाई गई थी। अब अगले वित्त वर्ष के शुरू में इस सड़क की रिपेयर करवा दी जाएगी।
वाहन चालकों नुहियांवाली के रामेश्वर, रत्ताखेड़ा के सही राम, घुकांवाली के मेजर सिंह व निहाल बैनिवाल तथा गांव राजपुरा के सरदारा सिंह व सर्वजीत आदि ने बताया कि सड़ का यह टुकड़ा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है और जगह जगह गड्ढे हो जाने के कारण उन्हें भारी परेशानी होती है। उन्होंने बताया कि इस विषय में विभाग के अधिकारियों को अनेक बार अवगत करवाया गया है लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। उल्लेखनीय है कि सिरसा संगरिया नामक इस मार्ग के आसाखेड़ा से गोरीवाला व पन्नीवाला मोटा से घुकांवाली तक के हिस्से को नए सिरे से बना दिया गया है लेकिन यह 15 किलोमीटर का टुकड़ा अभी भी खस्ताहाल है जिसे अतिशीघ्र ठीक किए जाने की आवश्यकता है।
इस विषय में पीडब्ल्यूडी सिरसा के एसडीओ बुधराम से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि इस सड़क की रिपेयर सन 2001-02 में करवाई गई थी। अब अगले वित्त वर्ष के शुरू में इस सड़क की रिपेयर करवा दी जाएगी।
अघोषित कटों से किसान परेशान
बनवाला (जसवन्त जाखड़) बनवाला क्षेत्र में बिजली के अघोषित कट लगने के कारण किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने मांग की है कि बिजली सप्लाई में शीघ्र ही सुधार न किया गया तो वे बिजलीघर के समक्ष प्रदर्शन करने व ताला जड़ देने को मजबूर हो जाएंगे। साहिब राम नंबरदार, जगदीश जाखड़, महावीर कुम्हार, श्रवण गोदारा, जयबीर जाखड़, बनवारी जाखड़, राममूर्ति जाखड़, सुशील व प्रवीण शर्मा आदि किसानो ने बताया कि उन्हें नियमानुसार बिजली 5 घंटे मिल रही थी लेकिन अब इन 5 घंटों में इतने कट लगा दिए जाते हैं कि खेतों में सिंचाई कार्य पूरा नहीं पाता इसलिए किसानों को डीजल फंूककर सिंचाई करनी पड़ती है। उन्होंने बताया कि गांव को मिलने वाली बिजली में भी कट बढ़ा दिए गए हैं जिसके कारण बच्चों को पढ़ाई करने में वाधा उत्पन हो रही है। किसानों ने बताया कि 5 घंटे में कई बार कट लगा दिए जाते हैं जिसके कारण किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने बताया कि यदि इस प्रकार से बिजली के कट लगते रहे तो सभी किसानों को एकजुट होकर बिजली घर पर ताला लगाने पर मजबूर होना पडेगा। उन्होंने बताया कि किसानों को पिछले 10 दिन से यह परेशानी आ रही है जिसके कारण किसानों को पूरी रात जागते हुए काटनी पड़ती है। उन्होंने मांग की कि उन्हें पूरे 5 घंटे बिजली दी जाए ताकि परेशानी का सामना न करना पड़े। इस विषय में विभाग के उपमंडल अधिकारी डबवाली गुलशन वधवा से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि बिजली के कट ऊपर से मिले आदेशों के अनुसार लगाए जाते हैं और ज्यादा लोड होने के कारण वोल्टेज कम हो जाती है लेकिन लोड की समस्या को शीघ्र ही दूर कर दिया जाएगा।
दोनों कार चोर कार सहित काबू
औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) शनिवार को गांव नुहियांवाली से चोरी की गई कार को चुराने वाले दोनों कार चोरों को ओढ़ां पुलिस ने कार सहित गिरफ्तार कर लिया है। सोमवार को उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा। यह जानकारी देते हुए थाना प्रभारी हीरा सिंह ने बताया कि नुहियांवाली में निर्माणाधीन 400 केवी पावर हाऊस में कार्यरत कनिष्ठ अभियंता भरत कुमार का भाई भाल सिंह पुत्र मोहन लाल गांव धोतड़ सफेद रंग कर मारूति कार में अपने भाई से मिलने आया और रोड पर डिग्गी के पास कार खड़ी करके अपने भाई से मिलने चला गया। एक घंटे बाद जब वो वापिस आया तो देखा कार वहां पर नहीं थी। इधर उधर पूछताछ किए जाने पर पता चला कि ईश्वर पुत्र कालूराम व मंगतू पुत्र गुरदयाल दोनों निवासी नुहियांवाली कार को चोरी करके ले गए हैं। ओढ़ां पुलिस ने भाल सिंह के बयान पर इन दोनों के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी। रविवार को उन दोनों की तलाश में हंसराज एएसआई के नेतृत्व में मुद्दई भाल सिंह के साथ गई पुलिस टीम ने दोनों को घुकांवाली के बस अड्डे पर काबू कर लिया। उन्होंने बताया कि घुकांवाली के बस स्टेंड पर कार में सवार उन दोनों को भाल सिंह ने पहचान लिया। कार को ईश्वर चला रहा था और मंगतु उसके साथ बैठा था। पुलिस ने दोनों को कार सहित काबू कर लिया तथा सोमवार को उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा।
मांगों के समर्थन में ज्ञापन सौपेंगे वन मजदूर
डबवाली (लहू की लौ) वन विभाग मजदूर यूनियन रेंज शाखा डबवाली की साधारण बैठक रेंज प्रधान अजमेर सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। जिसमें वन विभाग मजदूर यूनियन के 26 मार्च को होने वाले जिला सम्मेलन के बारे में बताया गया। इस मौके पर यूनियन के जिला प्रधान भाला राम भारूखेड़ा ने कहा कि वामपंथी पार्टी के आह्वान पर महंगाई के विरोध में 12 मार्च को संसद का घेराव किया जाएगा। जिसमें हजारों मजदूर भाग लेंगे। वन विभाग रेंज डबवाली के प्रधान अजमेर सिंह ने कहा कि सोमवार को वे अपनी मांगों को लेकर रेंज ऑफिसर का मांग पत्र देंगे। मांग पूरी न होने पर सभी मजदूर आंदोलन करेंगे। इस बैठक में वीरचन्द, सुभा राम, विजय, राजकुमार, गोगी आदि भी शामिल हुए।
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