डबवाली (लहू की लौ) इन दिनों रोटी महंगी और शराब सस्ती है कहा जाए तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी। पूरे जिला में शराब तस्करी का धंधा अपने पूरे यौवन पर है और शराब की लत पूरी करने वालों को सस्ती व सुलभ ढंग से उपलब्ध हो रही है।
शराब तस्करों का फैलता जाल सरकार द्वारा मंजूरशुद ठेकों को जहां प्रभावित कर रहे हैं वहीं सरकार के राजस्व को भी भारी चूना लगा रहे हैं। ग्रामीण इलाकों में देसी शराब मात्र दस रूपए में पव्वा और 40 रूपए की बोतल आसानी से मिल रही है जिसके चलते शराब का सेवन करने वाले अनेक युवक सस्ती के लालच में स्वयं को नशे की गर्त में झोंकने का काम कर रहे हैं वहीं शहर के विभिन्न हिस्सों में तो हर ब्रांड की शराब सस्ती उपलब्ध करवाने का ठेका तस्कर लिए हुए हैं। जिला के हर गली-कूचे में सायं के समय सस्ती शराब बेचने व खरीदने वालों को सरेआम देखा जा सकता है। ऐसे में यदि घर बैठे सस्ती शराब उपलब्ध हो जाए तो शराबी को ठेके तक जाने की आवश्यकता है।
सिरसा जिला राजस्थान व पंजाब की सीमा के साथ सटे होने के कारण शराब का अवैध कारोबार पूरी तरह फल-फूल रहा है। सूत्र बताते हैं कि पंजाब की अपेक्षा राजस्थान की सीमा पर स्थित गांव -कस्बों से देसी व अंगे्रजी शराब की सस्ते दामों पर भारी खेप उपलब्ध होती है और पुलिस से आंख मिचौली खेलते हुए तस्कर अपने कार्य को अंजाम देते हुए भारी मात्रा में शराब गलियों-कूचों में बने गोदामों में भर लेते हैं । गोदामों में भरने के बाद फिर इसमें शुरू होता है मिलावट का काला काम, नशीले कप्सूलों को मिलाकर एक बोतल की अनेक बोतलें बनाई जाती है और फिर यही शराब सस्ती उपलब्ध करवाने का काम किया जाता है। सस्ती शराब खरीदने वालों में अधिकतर रिक्शा चालक व दिनभर देह तोड़ मेहनत-मजदूरी करने वाला एक भारी तबका इसे खरीद कर अपनी शराब की लत को पूरा करता है। मैडिसनयुक्त इस शराब का सेवन करने वाले लोग विभिन्न बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। यदि समय रहते इस सस्ती शराब पर अंकुश लगाने का कार्य नहीं किया गया तो किसी दिन यह नशीली शराब किसी बड़ी दुर्घटना का कारण भी बन सकती है। इसलिए पुलिस प्रशासन को ऐसी शराब की बिक्री करने वाले तस्करों पर सख्ती शिकंजा कसना चाहिए ताकि गरीब व मजदूर वर्ग इस शराब की भेंट चढऩे से बच सके।
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Lahoo Ki Lau
04 फ़रवरी 2010
गैस उपभोक्ताओं के हकों के लिए आंदोलन करेगी भाजपा
डबवाली (लहू की लौ) डबवाली शहर में कुकिंग गैस को लेकर लोगों में मची मारामारी को एजेण्डा बनाते हुए भारतीय जनता पार्टी ने भी मोर्चा खोल दिया है। मंगलवार को भाजपा नेता मण्डी किलियांवाली स्थित कश्मीर गैस एजेन्सी व डबवाली स्थित इण्डेन गैस एजेन्सी के अतिरिक्त काऊंटर पर पहुंचे और संचालकों को 15 दिन के भीतर नगर में कुकिंग गैस आपूर्ति नियमित करने के लिए कहा और ऐसा न करने पर आंदोलन की चेतावनी भी दे डाली। भाजपा मण्डल डबवाली के प्रभारी सतीश जग्गा, महामंत्री बलदेव सिंह मांगेआना, जिला सचिव दाता राम बसौड़, एसडी कपूर प्रदेश प्रभारी कर्मचारी प्रकोष्ठ, हेमराज बांसल जिला उपाध्यक्ष व्यापार प्रकोष्ठ, कृष्ण कीनिया जिला प्रधान मजदूर प्रकोष्ठ, नरेश बागड़ी जिला उपाध्यक्ष निकाय प्रकोष्ठ, नन्द लाल आदि नगर में बढ़ रही कुकिंग गैस की किल्लत को लेकर मण्डी किलियांवाली स्थित कश्मीर गैस एजेन्सी व डबवाली स्थित इण्डेन के अतिरिक्त काऊंटर पर पहुंचे। भाजपा नेताओं ने मौका पर उपस्थित एजेन्सी कर्मचारी को एक ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन की एक प्रतिलिपी पत्रकारों को देते हुए भाजपा नेताओं ने कहा कि कुकिंग गैस दैनिक जीवन यापन में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। लेकिन मौजूदा समय में उपरोक्त गैस एजेन्सी पर तरह-तरह के सवाल उठाये जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि पार्टी को कई उपभोक्ताओं की शिकायतें मिली हैं। जिसके मद्देनजर आज उन्होंने सम्बन्धित गैस एजेन्सी को एक ज्ञापन भी सौंपा। भाजपा नेताओं ने चेतावनी भी दी कि अगर 15 दिन के भीतर उपभोक्ताओं की शिकायतों का निवारण और नगर में गैस की नियमित आपूर्ति नहीं होती है तो उपभोक्ताओं के हक के लिये मण्डल भाजपा के कार्यकर्ता एजेन्सी के विरूद्ध आंदोलनरत होंगे।
उन्होंने बताया कि पार्टी को कई उपभोक्ताओं की शिकायतें मिली हैं। जिसके मद्देनजर आज उन्होंने सम्बन्धित गैस एजेन्सी को एक ज्ञापन भी सौंपा। भाजपा नेताओं ने चेतावनी भी दी कि अगर 15 दिन के भीतर उपभोक्ताओं की शिकायतों का निवारण और नगर में गैस की नियमित आपूर्ति नहीं होती है तो उपभोक्ताओं के हक के लिये मण्डल भाजपा के कार्यकर्ता एजेन्सी के विरूद्ध आंदोलनरत होंगे।
फर्जी बनाई गई कापियां कुकिंग गैस की आपूर्ति में बाधा साबित हो रही हैं-कंवलजीत
डबवाली (लहू की लौ) भारत गैस नई दिल्ली के एजीएम किशोर चन्द ने कहा कि उन्हें कश्मीर गैस एजेन्सी किलियांवाली पर अनियमितताओं की शिकायत मिली थी। जिसकी जांच की जा रही है।
वे कश्मीर गैस एजेन्सी पर ग्राहकों द्वारा उनसे की जा रही शिकायतों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने इस संवाददाता से बातचीत करते हुए कहा कि फिलहाल समस्या की जड़ कहा हैं इसकी तालाश की जा रही है। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि कसूर डिस्ट्रीब्यूशन और उपभोक्ताओं दोनों का ही है। उनसे जब यह कहा गया कि उपभोक्ताओं को उनके घर पर डिलीवरी न मिलने से ही समस्या पैदा हुई है तो उनका जवाब था कि वह इस बात का संभावनाओं का पता लगा रहे हैं कि गांवों में किस प्रकार से सही तरीके से डिलीवरी दी जा सकती है। उनके अनुसार समस्या की जड़ का पता लगाकर एजेन्सी और उपभोक्ता के बीच सामंजस्य स्थापित करने का प्रयास किया जाएगा।
इसी मौके पर उपस्थित सैल्ज ऑफिसर बठिण्डा कंवलजीत सिंह ने स्वीकार किया कि मण्डी किलियांवाली क्षेत्र में फर्जी कापियां बनी हुई हैं। जोकि सप्लाई में बाधा बन रही हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जो सप्लाई भारत गैस की डबवाली में आती है, वह हिसार से आती है और डबवाली तथा डबवाली क्षेत्र के उपभोक्ताओं को सप्लाई डबवाली से ही मिलनी चाहिए। आपात स्थिति में एजेन्सी मण्डी किलियांवाली से आपूर्ति कर सकती है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने स्पष्ट किया कि गैस की 20 या 25 दिन के बाद दिये जाने का कोई भी प्रावधान नहीं है। केवल प्रावधान यही है कि जब बुकिंग हो जाये तो डिलीवरी मिल जाये।
वे कश्मीर गैस एजेन्सी पर ग्राहकों द्वारा उनसे की जा रही शिकायतों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने इस संवाददाता से बातचीत करते हुए कहा कि फिलहाल समस्या की जड़ कहा हैं इसकी तालाश की जा रही है। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि कसूर डिस्ट्रीब्यूशन और उपभोक्ताओं दोनों का ही है। उनसे जब यह कहा गया कि उपभोक्ताओं को उनके घर पर डिलीवरी न मिलने से ही समस्या पैदा हुई है तो उनका जवाब था कि वह इस बात का संभावनाओं का पता लगा रहे हैं कि गांवों में किस प्रकार से सही तरीके से डिलीवरी दी जा सकती है। उनके अनुसार समस्या की जड़ का पता लगाकर एजेन्सी और उपभोक्ता के बीच सामंजस्य स्थापित करने का प्रयास किया जाएगा।
इसी मौके पर उपस्थित सैल्ज ऑफिसर बठिण्डा कंवलजीत सिंह ने स्वीकार किया कि मण्डी किलियांवाली क्षेत्र में फर्जी कापियां बनी हुई हैं। जोकि सप्लाई में बाधा बन रही हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जो सप्लाई भारत गैस की डबवाली में आती है, वह हिसार से आती है और डबवाली तथा डबवाली क्षेत्र के उपभोक्ताओं को सप्लाई डबवाली से ही मिलनी चाहिए। आपात स्थिति में एजेन्सी मण्डी किलियांवाली से आपूर्ति कर सकती है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने स्पष्ट किया कि गैस की 20 या 25 दिन के बाद दिये जाने का कोई भी प्रावधान नहीं है। केवल प्रावधान यही है कि जब बुकिंग हो जाये तो डिलीवरी मिल जाये।
पूर्व विधायक सुरेंद्र राठौड़ की तलाश तेज
श्रीगंगानगर। रेलगाड़ी में गोली चलाये जाने के मामले में मुख्य अभियुक्त श्रीगंगानगर के पूर्व विधायक सुरेंद्र राठौड़ की तलाश जीआरपी ने तेज कर दी है। उनका कोई अता-पता नहीं है। जीआरपी उस युवती को भी ढंूढ रही है, जो घटना के समय रेलगाड़ी में श्री राठौड़ के साथ थी। जीआरपी की डीएसपी निर्मला बिश्नोई ने आज बताया कि सुरेंद्र राठौड़ का पता लगाने के लिए श्रीगंगानगर में जवाहरनगर के थानाप्रभारी को सूचना दी गई है। श्री राठौड़ का निवास जवाहरनगर के सैक्टर 2 में है। इसके अलावा जयपुर में सुरेंद्र राठौड़ का पता लगाने की कार्यवाही की जा रही है। पता चला है कि जीआरपी की जोधपुर स्थित पुलिस अधीक्षक ने इस संबंध में जयपुर पुलिस से संपर्क किया है। यही नहीं जीआरपी के स्थानीय थाने के स्टाफ को भी सुरेंद्र राठौड़ के बारे में सूचनायें जुटाने के निर्देश दिये गए हैं।
डीएसपी निर्मला बिश्नोई ने बताया कि विगत रविवार की रात को हनुमानगढ़-जयपुर वाया बीकानेर होली-डे एक्सप्रेस रेलगाड़ी के सैकिंड क्लास एसी कोच में यात्रा कर रहे लोगों के नाम-पते रेलवे से हासिल किये जा रहे हैं और इन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है। अभी तक इस रेलगाड़ी में तैनात आरपीएफ के जवानों, एसी कोच के एक अटेंडेंट और इस रेलगाड़ी के एक अन्य डिब्बे में यात्रा कर रहे सेना के दो जवानों से बयान ले लिये गए हैं। इस एक्सपे्रस में उस दिन कुल 13 सैन्य अधिकारी व जवान यात्रा कर रहे थे। एसी कोच में जिस सैनिक से सुरेंद्र राठौड़ का झगड़ा हुआ, वह अपनी ड्यूटी पर कोटा चला गया है। इस सैनिक को उसकी यूनिट के मार्फत पूछताछ के लिए बुलाया गया है। निर्मला बिश्नोई के अनुसार अभी उस युवती का पता नहीं चला है, जो कोच में सुरेंद्र राठौड़ के साथ थी। झगड़ा किस बात पर हुआ, यह कोच के सभी यात्रियों से पूछताछ हो जाने के बाद पता चल पायेगा। राठौड़ का पता लगाने के लिए श्रीगंगानगर पुलिस के अलावा जयपुर पुलिस से भी संपर्क किया गया है। उनकी कोई जानकारी नहीं मिल रही।
उल्लेखनीय है कि रविवार की रात को सुरेंद्र राठौड़ एक युवती के साथ सूरतगढ़ से इस रेलगाड़ी में जयपुर जाने के लिए सवार हुए थे। महाजन रेलवे स्टेशन से गाड़ी के रवाना होते ही एक सैनिक के साथ सुरेंद्र राठौड़ का झगड़ा हो गया। इसमें बीच-बचाव करने आये कोच के अटेंडेंट अशोक बैरवा को गोली लग गई। बैरवा के बयान के आधार पर जीआरपी बीकानेर ने सुरेंद्र राठौड़ व एक अन्य के विरूद्ध हत्या के प्रयास के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। मुकदमे में अशोक बैरवा ने स्पष्ट बताया कि पिस्तौल सुरेंद्र राठौड़ के हाथ में थी। इस घटना की जांच के लिए बीकानेर में जीआरपी के एक विशेष दल का गठन किया गया है। अभी तक यह दल घायल अशोक बैरवा के विस्तृत बयान नहीं ले पाया है। अशोक बैरवा की हालत खतरे से बाहर है, लेकिन वह बयान देने के लिए अभी पूरी तरह फिट नहीं हुआ है।
डीएसपी निर्मला बिश्नोई ने बताया कि विगत रविवार की रात को हनुमानगढ़-जयपुर वाया बीकानेर होली-डे एक्सप्रेस रेलगाड़ी के सैकिंड क्लास एसी कोच में यात्रा कर रहे लोगों के नाम-पते रेलवे से हासिल किये जा रहे हैं और इन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है। अभी तक इस रेलगाड़ी में तैनात आरपीएफ के जवानों, एसी कोच के एक अटेंडेंट और इस रेलगाड़ी के एक अन्य डिब्बे में यात्रा कर रहे सेना के दो जवानों से बयान ले लिये गए हैं। इस एक्सपे्रस में उस दिन कुल 13 सैन्य अधिकारी व जवान यात्रा कर रहे थे। एसी कोच में जिस सैनिक से सुरेंद्र राठौड़ का झगड़ा हुआ, वह अपनी ड्यूटी पर कोटा चला गया है। इस सैनिक को उसकी यूनिट के मार्फत पूछताछ के लिए बुलाया गया है। निर्मला बिश्नोई के अनुसार अभी उस युवती का पता नहीं चला है, जो कोच में सुरेंद्र राठौड़ के साथ थी। झगड़ा किस बात पर हुआ, यह कोच के सभी यात्रियों से पूछताछ हो जाने के बाद पता चल पायेगा। राठौड़ का पता लगाने के लिए श्रीगंगानगर पुलिस के अलावा जयपुर पुलिस से भी संपर्क किया गया है। उनकी कोई जानकारी नहीं मिल रही।
उल्लेखनीय है कि रविवार की रात को सुरेंद्र राठौड़ एक युवती के साथ सूरतगढ़ से इस रेलगाड़ी में जयपुर जाने के लिए सवार हुए थे। महाजन रेलवे स्टेशन से गाड़ी के रवाना होते ही एक सैनिक के साथ सुरेंद्र राठौड़ का झगड़ा हो गया। इसमें बीच-बचाव करने आये कोच के अटेंडेंट अशोक बैरवा को गोली लग गई। बैरवा के बयान के आधार पर जीआरपी बीकानेर ने सुरेंद्र राठौड़ व एक अन्य के विरूद्ध हत्या के प्रयास के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। मुकदमे में अशोक बैरवा ने स्पष्ट बताया कि पिस्तौल सुरेंद्र राठौड़ के हाथ में थी। इस घटना की जांच के लिए बीकानेर में जीआरपी के एक विशेष दल का गठन किया गया है। अभी तक यह दल घायल अशोक बैरवा के विस्तृत बयान नहीं ले पाया है। अशोक बैरवा की हालत खतरे से बाहर है, लेकिन वह बयान देने के लिए अभी पूरी तरह फिट नहीं हुआ है।
पार्षद ने विकलांग युवती से हस्ताक्षर के बदले अस्मत मांगी
श्रीगंगानगर। विकलांगता संबंधी दस्तावेज पर हस्ताक्षर करवाने आई एक विकलांग युवती से बदले में पार्षद ने उसकी अस्मत मांग ली। रोते हुए यह युवती अपने घर चली गई। राज्य सरकार द्वारा चलाये जा रहे अभियान-प्रशासन शहरों की ओर के तहत आज पुरानी आबादी के केदार चौक के समीप लगाये गए शिविर में इस युवती ने पार्षद की मांग का खुलासा किया तो हंगामा हो गया। भनक लगने पर मीडिया कर्मी पहुंच गए। शिविर में नगरपरिषद के अध्यक्ष जगदीश जांदू उपस्थित थे। युवती के आरोपों से श्री जांदू भी सन्न रह गए। युवती को पार्षद के विरूद्ध पुलिस को शिकायत करने की सलाह दी गई। मामला थाने में ले जाया जा रहा था कि उससे पहले आरोपित पार्षद ने युवती के घर जाकर हाथजोड़ी की और माफी मांग ली। दोपहर करीब 12 बजे यह युवती शिविर में पहुंची थी। उस समय काफी संख्या में लोग शिविर में अपना काम करवाने तथा शिकायतें लेकर आये हुए थे। एक राजपूत परिवार की इस युवती अनीता (नाम तब्दील) ने जब रोते हुए पुरानी आबादी के एक पार्षद द्वारा की गई मांग के बारे में जगदीश जांदू व अन्य मौजिज लोगों को बताया तो वे हैरान रह गए। अनीता के अनुसार वह कल शाम को करीब 7.30 बजे पार्षद के घर अपनी विकलांगता संबंधी कुछ कागजातों पर हस्ताक्षर करवाने गई थी ताकि आज लगने वाले शिविर में कागजों को पेश कर सके। पार्षद ने कागजों पर हस्ताक्षर करने के बजाय उससे ओर तरह की बातें की। बातों ही बातों में उसने कथित रूप से अपनी पति से किनारा कर लेने और उसी के साथ रहने की पेशकश की। यही नहीं उसने रात को अपने घर में ही रूक जाने के लिए कहा। इन आरोपों से शिविर में हंगामा हो जाने पर अनीता के एक करीबी रिश्तेदार वहां आया। उसे शिविर में आने पर पता चला कि पार्षद ने क्या हरकत की है? अनीता ने शिविर में आये इलेक्ट्रोनिक मीडिया के प्रतिनिधियों को अपना बयान रिकॉर्ड करवाया। इस हंगामे के समय आरोपित पार्षद शिविर में ही था, जो अनीता के आरोप लगाये जाने पर खिसक गया। अनीता के उक्त करीबी रिश्तेदार व कुछ अन्य लोगों ने इस पार्षद के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करवाने के लिए थाने की राह पकड़ ली, लेकिन वे थाने में नहीं पहुंचे। शाम को संपर्क करने पर अनीता के रिश्तेदार ने बताया कि उक्त पार्षद ने घर में आकर माफी मांग ली है। कुछ अन्य लोगों में बीच में पड़ जाने के कारण कानूनी कार्यवाही का विचार त्याग दिया गया। दूसरी तरफ संपर्क करने पर इस पार्षद ने कहा कि यह उनके विरोधियों की शरारत है। जब से वे दोबारा पार्षद चुने गए हैं, उनके विरोधी उन पर कोई न कोई लांछन लगाने का मौका नहीं चूकते। कुछ दिन पहले इन्हीं विरोधियों ने उन पर पेंशन घोटाले का आरोप लगाया था। पार्षद के अनुसार जिस युवती ने आरोप लगाये हैं, उससे वे पूरी तरह परिचित हैं। पूर्व में उसके कई कार्य करवाये हैं। अनीता का पति विकलांग है, उसे समाज कल्याण विभाग से ट्राई साईकिल दिलवाई। अनीता खुद भी विकलांग है। इस दंपत्ति का विकलांगता प्रमाण पत्र बना हुआ है। विकलांग पेंशन मिल रही है। बीपीएल कार्ड भी उन्होंने बनवाकर दिया था। अब अनीता चाहती थी कि उसे समाज कल्याण विभाग से केलीपर-बूट मिल जायेंगे, जिससे उसे चलने-फिरने में परेशानी न हो। अनीता उसकी बहू के समान है और वे उसके बारे में कोई गलत नहीं सोच नहीं सकते। उधर पुलिस का कहना है कि अगर इस मामले की रिपोर्ट मिलेगी तो इस पर अवश्य कार्यवाही की जाएगी। डीएसपी (शहर) हरीराम गहलोत ने बताया कि अभी तक किसी ने रिपोर्ट नहीं दी है।
युवक को गंदे पानी के खड्ढे में डूबोकर मार दिया
हनुमानगढ़। हनुमानगढ़ टाउन की मुखर्जी कॉलोनी के समीप गंदे पानी के खड्ढे में आज शाम एक युवक की डूबोकर हत्या कर दी गई। हत्या करने के बाद फरार हो रहे युवक को लोगों ने घेरकर पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। मृतक के शव को पुलिस ने खड्ढे में से निकलवाया और अस्पताल पहुंचाया। पोस्टमार्टम की कार्यवाही कल होगी।
हनुमानगढ़ टाउन पुलिस ने बताया कि मुखर्जी कॉलोनी निवासी 35 वर्षीय राजेंद्र पुत्र मंगलाराम सायं पौने 5 बजे घर के समीप गंदे पानी के खड्ढे के किनारे शौच करने के लिए गया था। इसी दौरान वहां राजेंद्र का पड़ोसी विनोद (19) पुत्र रोहताश वहां आ गया, जोकि शराब के नशे में थे। विनोद किसी बात को लेकर राजेंद्र से झगडऩे लगा। झगड़ते हुए यह दोनों जने खड्ढे में गिर गये। विनोद ने खड्ढे में राजेंद्र को पीटना जारी रखा और उसे बार-बार पानी में धकेला। विनोद द्वारा जोर से धक्का देने से राजेंद्र गहरे पानी में डूब गया और विनोद वहां से भाग खड़ा हुआ।
जानकारी के मुताबिक इस झगड़े के दौरान काफी लोग एकत्रित हो गए थे, लेकिन राजेंद्र को बचाने के लिए कोई आगे नहीं आया। विनोद के भाग जाने के बाद ही लोगों ने राजेंद्र को तत्काल बाहर नहीं निकाला, बल्कि पुलिस के आने का इंतजार करते रहे। पुलिस जब आई, तब तक राजेंद्र की मृत्यु हो चुकी थी। पुलिस ने शव को निकलवाया और अस्पताल पहुंचाया। उधर भाग रहे विनोद को लोगों ने पकड़ लिया। जब उसे थाने लाया जा रहा था, तब भी रास्ते में विनोद लोगों की गिरफ्त से छूटकर भाग गए। तब उसे पीछा करके लोगों ने पुन: पकड़ा।
इस मामले में जांच करने के लिए मौके पर गए एएसआई हीरालाल ने बताया कि राजेंद्र की पत्नी मधु द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर विनोद के विरूद्ध धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि विनोद और राजेंद्र में कुछ दिन पहले ही झगड़ा हो गया था। राजेंद्र के शव का कल पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। विनोद को शीघ्र गिरफ्तार कर लिये जाने की संभावना है।
हनुमानगढ़ टाउन पुलिस ने बताया कि मुखर्जी कॉलोनी निवासी 35 वर्षीय राजेंद्र पुत्र मंगलाराम सायं पौने 5 बजे घर के समीप गंदे पानी के खड्ढे के किनारे शौच करने के लिए गया था। इसी दौरान वहां राजेंद्र का पड़ोसी विनोद (19) पुत्र रोहताश वहां आ गया, जोकि शराब के नशे में थे। विनोद किसी बात को लेकर राजेंद्र से झगडऩे लगा। झगड़ते हुए यह दोनों जने खड्ढे में गिर गये। विनोद ने खड्ढे में राजेंद्र को पीटना जारी रखा और उसे बार-बार पानी में धकेला। विनोद द्वारा जोर से धक्का देने से राजेंद्र गहरे पानी में डूब गया और विनोद वहां से भाग खड़ा हुआ।
जानकारी के मुताबिक इस झगड़े के दौरान काफी लोग एकत्रित हो गए थे, लेकिन राजेंद्र को बचाने के लिए कोई आगे नहीं आया। विनोद के भाग जाने के बाद ही लोगों ने राजेंद्र को तत्काल बाहर नहीं निकाला, बल्कि पुलिस के आने का इंतजार करते रहे। पुलिस जब आई, तब तक राजेंद्र की मृत्यु हो चुकी थी। पुलिस ने शव को निकलवाया और अस्पताल पहुंचाया। उधर भाग रहे विनोद को लोगों ने पकड़ लिया। जब उसे थाने लाया जा रहा था, तब भी रास्ते में विनोद लोगों की गिरफ्त से छूटकर भाग गए। तब उसे पीछा करके लोगों ने पुन: पकड़ा।
इस मामले में जांच करने के लिए मौके पर गए एएसआई हीरालाल ने बताया कि राजेंद्र की पत्नी मधु द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर विनोद के विरूद्ध धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि विनोद और राजेंद्र में कुछ दिन पहले ही झगड़ा हो गया था। राजेंद्र के शव का कल पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। विनोद को शीघ्र गिरफ्तार कर लिये जाने की संभावना है।
03 फ़रवरी 2010
शिवसेना की गतिविधियां अलोकतांत्रिक: शाहरुख
न्यूयार्क। आईपीएल में पाकिस्तान के खिलाडिय़ों को तवज्जो न मिलने पर अपनी टिप्पणी से शिवसेना के गुस्से का शिकार बने शाहरुख खान ने कहा है कि वह इसके लिए माफी नहीं मांगेंगे। शाहरुख ने शिवसेना की गतिविधियों को अलोकतांत्रिक करार दिया है। अपनी टिप्पणी पर कायम शाहरुख ने जोर देते हुए कहा कि हर भारतीय इस बात से सहमत है कि भारत एक अच्छा देश है, जहां हर मेहमान का स्वागत होता है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि सिर्फ एक अभिनेता के शब्दों के साथ बहुत अहमियत जुड़ी हुई है। भारत में शिवसेना की प्रतिक्रियाओं के बारे में पूछे गए प्रश्न के जवाब में शाहरुख ने कहा कि मुझे ऐसी प्रतिक्रियाएं अस्वस्थ, अलोकतांत्रिक और गैरसंवेदनशील लगती हैं। आप सिर्फ इतना ही कह सकते हैं कि आपका जो भी मानना है, आप उस पर कायम रहें और मुझे आशा है कि मेरे पास इतनी शक्ति है कि मैं ऐसा कर सकूंगा। शाहरुख ने कहा कि एक भारतीय होने के नाते मुझे कोई शर्म नहीं है, न दु:ख है और न ही उसके लिए माफी मांगना चाहता हूं जो मैंने कहा है। आईपीएल पर उपजे विवाद के बाद कोलकाता नाइट राइडर्स क्रिकेट टीम के मालिक शाहरुख ने पाकिस्तानी खिलाडिय़ों की उपेक्षा के खिलाफ आवाज उठाई थी। शाहरुख ने कहा था कि अगर उनकी टीम को खिलाडिय़ों को नियुक्त करने का मौका मिलता तो वह सीमा पार के खिलाडिय़ों को लेते।
शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने इस मामले को देशभक्ति से जोड़ते हुए शाहरुख की फिल्म 'माय नेम इज खानÓ के पोस्टर फाड़ दिए थे और शाहरुख के मुंबई स्थित बंगले के बाहर प्रदर्शन भी किए थे। पार्टी ने चेतावनी दी थी कि जब तक शाहरुख माफी नहीं मांगते वे फिल्म को प्रदर्शित नहीं होने देंगे। शिवसेना के नेता अनिल परब ने कहा था कि शाहरुख अगर पाकिस्तानी खिलाडिय़ों के पक्ष में बोलना चाहते हैं तो उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। प्रदर्शनकारियों ने शाहरुख के घर के बाहर मुंबई से पाकिस्तान की टिकट के प्रतीक के तौर पर पोस्टर लहराए थे। पार्टी के वरिष्ठ नेता मनोहर जोशी ने कहा था कि यह देशभक्ति का मुद्दा है और शाहरुख को राजनीति में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। शाहरुख ने कहा कि उनका वक्तव्य एक भारतीय के दृष्टिकोण से था और उनका मानना है कि सीमा के तनाव को व्यक्तिगत नफरत में नहीं बदळा जाना चाहिए। अपनी फिल्म के प्रचार के सिलसिले में यहां आए शाहरुख ने कहा कि मैंने जो भी कहा, जो एक मुद्दा बन गया- मैंने एक भारतीय होने के नाते कहा, मुझे लगता है कि हर भारतीय यही कहेगा कि हम एक अच्छे देश के निवासी हैं जहां हर मेहमान का स्वागत होता है।
शाहरुख ने कहा कि हर देश की सीमा पर तनाव होता है लेकिन उस तनाव के कारण हम हमारे बच्चों और युवाओं को गलत चीज नहीं सिखा सकते। 'माय नेम इज खानÓ का प्रचार कर रहे शाहरुख से पत्रकार फिल्म के बजाए इस विवाद के बारे में प्रश्न पूछते ज्यादा नजर आए। शाहरुख ने कहा कि मैं कोई राजनीतिज्ञ नहीं हूं और कोई कट्टरपंथी भी नहीं हूं, मैं सिर्फ एक अभिनेता हूं और बहुत सी बातें कहता हूं। कई बार मेरी बातों को लोग सही या गलत तरीके से लेते हैं लेकिन इसे इतना ज्यादा तूल नहीं देना चाहिए।
शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने इस मामले को देशभक्ति से जोड़ते हुए शाहरुख की फिल्म 'माय नेम इज खानÓ के पोस्टर फाड़ दिए थे और शाहरुख के मुंबई स्थित बंगले के बाहर प्रदर्शन भी किए थे। पार्टी ने चेतावनी दी थी कि जब तक शाहरुख माफी नहीं मांगते वे फिल्म को प्रदर्शित नहीं होने देंगे। शिवसेना के नेता अनिल परब ने कहा था कि शाहरुख अगर पाकिस्तानी खिलाडिय़ों के पक्ष में बोलना चाहते हैं तो उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। प्रदर्शनकारियों ने शाहरुख के घर के बाहर मुंबई से पाकिस्तान की टिकट के प्रतीक के तौर पर पोस्टर लहराए थे। पार्टी के वरिष्ठ नेता मनोहर जोशी ने कहा था कि यह देशभक्ति का मुद्दा है और शाहरुख को राजनीति में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। शाहरुख ने कहा कि उनका वक्तव्य एक भारतीय के दृष्टिकोण से था और उनका मानना है कि सीमा के तनाव को व्यक्तिगत नफरत में नहीं बदळा जाना चाहिए। अपनी फिल्म के प्रचार के सिलसिले में यहां आए शाहरुख ने कहा कि मैंने जो भी कहा, जो एक मुद्दा बन गया- मैंने एक भारतीय होने के नाते कहा, मुझे लगता है कि हर भारतीय यही कहेगा कि हम एक अच्छे देश के निवासी हैं जहां हर मेहमान का स्वागत होता है।
शाहरुख ने कहा कि हर देश की सीमा पर तनाव होता है लेकिन उस तनाव के कारण हम हमारे बच्चों और युवाओं को गलत चीज नहीं सिखा सकते। 'माय नेम इज खानÓ का प्रचार कर रहे शाहरुख से पत्रकार फिल्म के बजाए इस विवाद के बारे में प्रश्न पूछते ज्यादा नजर आए। शाहरुख ने कहा कि मैं कोई राजनीतिज्ञ नहीं हूं और कोई कट्टरपंथी भी नहीं हूं, मैं सिर्फ एक अभिनेता हूं और बहुत सी बातें कहता हूं। कई बार मेरी बातों को लोग सही या गलत तरीके से लेते हैं लेकिन इसे इतना ज्यादा तूल नहीं देना चाहिए।
अल कायदा बेकसूर मुस्लिमों का हत्यारा: ओबामा
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का मानना है कि अल कायदा दुनिया भर के बेकसूर मुसलमानों का सबसे बड़ा हत्यारा है। ओबामा ने यूट्यूब को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि मुझे लगता है कि यह समझना अहम है कि हमारा युद्ध एक समूह विशेष के खिलाफ है- अल कायदा और उसके चरमपंथी सहयोगी, जो दुनिया भर में फैले हुए हैं, जो हम पर हमला करते हैं, हमारे सहयोगियों पर, दुनिया भर के दूतावासों पर और सबसे दुखद तौर पर मासूम लोगों पर हमला करते हैं- वे यह नहीं देखते कि जिन पर हमला कर रहे हैं उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि और मजहब क्या है। ओबामा ने कहा कि अल कायदा संभवत: मासूम और बेकसूर मुस्लिमों का सबसे बड़ा हत्यारा है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका को हर मोर्चे पर आतंकवाद से लडऩा है। ओबामा ने कहा कि हमें अफगानिस्तान और पाकिस्तान की सीमा वाले इलाकों में उनसे ठोस तरीके से निपटना होगा, जहां उन्होंने अब भी पकड़ बना रखी है। उन्होंने कहा कि अब वे यमन और सोमालिया जैसे इलाकों में भी फैल रहे हंै। हम उनकी कार्रवाइयों को सीमित करने और उन्हें उन इलाकों में नष्ट करने के लिए अपने अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ मिल कर काम कर रहे हंै।
ओबामा ने कहा- लेकिन हमें उनके नए विचारों से भी लडऩा होगा। हमें मुस्लिमों के उस बहुसंख्यक समुदाय के साथ मिल कर काम करना होगा जो इस हिंसा को नकार चुके हैं। ओबामा को महसूस होता है कि उनके प्रशासन ने इस दिशा में उतना अच्छा काम नहीं किया, जितना किया जाना चाहिए। ओबामा ने कहा कि हमें यमन जैसे देशों में आर्थिक परियोजनाएं शुरू करनी चाहिए, जो बहुत गरीब हैं। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि वहां के युवा लोगों को मौके मिलें। यही बात पाकिस्तान में भी सच है। उन्होंने कहा कि इन चरमपंथी संगठनों से निपटने के लिए हमें हमारी पूरी शक्ति से लडऩा होगा।
ओबामा ने कहा- लेकिन हमें उनके नए विचारों से भी लडऩा होगा। हमें मुस्लिमों के उस बहुसंख्यक समुदाय के साथ मिल कर काम करना होगा जो इस हिंसा को नकार चुके हैं। ओबामा को महसूस होता है कि उनके प्रशासन ने इस दिशा में उतना अच्छा काम नहीं किया, जितना किया जाना चाहिए। ओबामा ने कहा कि हमें यमन जैसे देशों में आर्थिक परियोजनाएं शुरू करनी चाहिए, जो बहुत गरीब हैं। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि वहां के युवा लोगों को मौके मिलें। यही बात पाकिस्तान में भी सच है। उन्होंने कहा कि इन चरमपंथी संगठनों से निपटने के लिए हमें हमारी पूरी शक्ति से लडऩा होगा।
सपा से निकाले गये अमर सिंह, बोले धन्यवाद मुलायम
नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी से निकाले जाने के बाद अमर सिंह ने आज पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव को इसके लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि अब मैं अपनी तरह से काम करने के लिए आजाद हूं। उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए राजनीतिक निर्वाण है। अमर ने मुलायम सिंह के खिलाफ एक भी शब्द कहने से इंकार करते हुए कहा कि मैंने १४ वर्षों तक पार्टी की दिन रात सेवा की उसके बदळे मुझे यह सिला मिला। उन्होंने कहा कि वैसे भी पार्टी में रहकर अंग्रेजी, कम्प्यूटर और ब्लॉगिंग का विरोध करने पर मुझे घुटन महसूस होती थी। उन्होंने कहा कि यह हैरत की बात है कि पार्टी प्रमुख को यह समझने में १४ साल का समय लग गया कि पार्टी का पूंजीवाद हो गया। जबकि उत्तर प्रदेश विकास परिषद का गठन स्वयं मुलायम सिंह ने मुख्यमंत्री रहते हुए कहा था जिसमें देश के प्रमुख उद्योगपति शामिल थे।
उन्होंने कहा कि मैं १४ साल प्रवक्ता रहा और अब १४ दिन पुराने प्रवक्ता मोहन सिंह मेरे खिलाफ आग उगल रहे हैं जबकि वह लोकसभा चुनावों के समय मेरे पास गिड़गिड़ाकर आर्थिक मदद मांगने आए लेकिन चुनाव में तीसरे नंबर पर रहे। अब वह ललचाई आंखों से राज्यसभा पर निगाह लगाए हुए हैं, मेरी उन्हें शुभकामना है कि राज्यसभा उन्हें मिल जाए।
उन्होंने कहा कि मुझसे सोमवार को मुलायम सिंह की ओर से पार्टी सांसद राशिद मसूद ने संपर्क किया और पूछा कि क्या पार्टी में आपके लौटने की संभावनाएं हैं तो मैंने साफ इंकार कर दिया क्योंकि मैं इस आरोप से खिन्न हूं कि कल्याण सिंह को पार्टी से जोडऩे के लिए मैं जिम्मेदार हूं और मेरे पास मुलायम परिवार के खिलाफ सीडी है। उन्होंने इस कथित भ्रामक प्रचार पर भी सपा को आड़े हाथों लिया कि वह मायावती का पक्ष ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी दो दिन पहले ही प्रदेश सरकार ने मेरे खिलाफ एक मुकदमे को गति प्रदान की है। मेरे खिलाफ मायावती ने जो मुकदमे कराए हैं वह मुलायम और उनके परिवार की ढाल बनकर जब मैं खड़ा हुआ तब दर्ज कराए गए। वर्तमान प्रवक्ता पर तो ऐसा कोई मुकदमा नहीं है। यही नहीं मुलायम परिवार के किसी सांसद ने भी संसद के दोनों सदनों में मुलायम का कभी बचाव नहीं किया।
उन्होंने कहा कि मैंने अपने ब्लॉग में ज्योति बसु और सोनिया गांधी के त्याग की जो तारीफ की उसमें कुछ भी गलत नहीं है। अपने दिल्ली स्थित सरकारी आवास पर संवाददाताओं से बातचीत कर रहे अमर सिंह ने कहा कि मैंने पार्टी को यह सुझाव देकर कुछ गलत नहीं किया कि जब कांग्रेस और भाजपा जैसी पार्टियां महिला आरक्षण के समर्थन में हैं तो इस विधेयक का विरोध करके कोई फायदा नहीं। साथ ही यह सुझाव भी कोई गलत नहीं था कि पार्टी को अब मुस्लिम या अति पिछड़े को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए। मुलायम को खुद बार-बार मुख्यमंत्री या फिर अपने परिवार के लोगों को इस पद पर लाने का प्रयास नहीं करना चाहिए।
पार्टी प्रवक्ता के आरोपों से नाराज अमर सिंह ने कहा कि इन लोगों ने बड़ी बेशर्मी से मेरे योगदान को नकारते हुए मुझे कमीना और पागल तक कहा। यदि यह विशेषण मुझे नहीं दिए जाते तो मैं घर पर रहता लेकिन इन विशेषणों के कारण मैं सभाएं करने पर विवश हुआ। उन्होंने कहा कि मैंने तो पार्टी से सिक लीव मांगी थी और अपनी बीमारी की बात कहकर, कुछ दिन आराम करने की बात कहकर कुछ गलत नहीं किया।
अमर ने साफ किया कि उन्होंने अभी कोई राजनीतिक निर्णय नहीं लिया है और जो लोकमंच बनाया है उसके जरिए वह काम करेंगे। उन्होंने कहा कि हमने तो क्षत्रियों की सभा में भी अति पिछड़ों के हित की बात की।
उन्होंने कहा कि मैं १४ साल प्रवक्ता रहा और अब १४ दिन पुराने प्रवक्ता मोहन सिंह मेरे खिलाफ आग उगल रहे हैं जबकि वह लोकसभा चुनावों के समय मेरे पास गिड़गिड़ाकर आर्थिक मदद मांगने आए लेकिन चुनाव में तीसरे नंबर पर रहे। अब वह ललचाई आंखों से राज्यसभा पर निगाह लगाए हुए हैं, मेरी उन्हें शुभकामना है कि राज्यसभा उन्हें मिल जाए।
उन्होंने कहा कि मुझसे सोमवार को मुलायम सिंह की ओर से पार्टी सांसद राशिद मसूद ने संपर्क किया और पूछा कि क्या पार्टी में आपके लौटने की संभावनाएं हैं तो मैंने साफ इंकार कर दिया क्योंकि मैं इस आरोप से खिन्न हूं कि कल्याण सिंह को पार्टी से जोडऩे के लिए मैं जिम्मेदार हूं और मेरे पास मुलायम परिवार के खिलाफ सीडी है। उन्होंने इस कथित भ्रामक प्रचार पर भी सपा को आड़े हाथों लिया कि वह मायावती का पक्ष ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी दो दिन पहले ही प्रदेश सरकार ने मेरे खिलाफ एक मुकदमे को गति प्रदान की है। मेरे खिलाफ मायावती ने जो मुकदमे कराए हैं वह मुलायम और उनके परिवार की ढाल बनकर जब मैं खड़ा हुआ तब दर्ज कराए गए। वर्तमान प्रवक्ता पर तो ऐसा कोई मुकदमा नहीं है। यही नहीं मुलायम परिवार के किसी सांसद ने भी संसद के दोनों सदनों में मुलायम का कभी बचाव नहीं किया।
उन्होंने कहा कि मैंने अपने ब्लॉग में ज्योति बसु और सोनिया गांधी के त्याग की जो तारीफ की उसमें कुछ भी गलत नहीं है। अपने दिल्ली स्थित सरकारी आवास पर संवाददाताओं से बातचीत कर रहे अमर सिंह ने कहा कि मैंने पार्टी को यह सुझाव देकर कुछ गलत नहीं किया कि जब कांग्रेस और भाजपा जैसी पार्टियां महिला आरक्षण के समर्थन में हैं तो इस विधेयक का विरोध करके कोई फायदा नहीं। साथ ही यह सुझाव भी कोई गलत नहीं था कि पार्टी को अब मुस्लिम या अति पिछड़े को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए। मुलायम को खुद बार-बार मुख्यमंत्री या फिर अपने परिवार के लोगों को इस पद पर लाने का प्रयास नहीं करना चाहिए।
पार्टी प्रवक्ता के आरोपों से नाराज अमर सिंह ने कहा कि इन लोगों ने बड़ी बेशर्मी से मेरे योगदान को नकारते हुए मुझे कमीना और पागल तक कहा। यदि यह विशेषण मुझे नहीं दिए जाते तो मैं घर पर रहता लेकिन इन विशेषणों के कारण मैं सभाएं करने पर विवश हुआ। उन्होंने कहा कि मैंने तो पार्टी से सिक लीव मांगी थी और अपनी बीमारी की बात कहकर, कुछ दिन आराम करने की बात कहकर कुछ गलत नहीं किया।
अमर ने साफ किया कि उन्होंने अभी कोई राजनीतिक निर्णय नहीं लिया है और जो लोकमंच बनाया है उसके जरिए वह काम करेंगे। उन्होंने कहा कि हमने तो क्षत्रियों की सभा में भी अति पिछड़ों के हित की बात की।
02 फ़रवरी 2010
वीरचन्द गुप्ता वरच्युस क्लब के अध्यक्ष बने
डबवाली (लहू की लौ) यहां के वरच्युस कल्ब इण्डिया के वार्षिक चुनाव मुख्य सलाहाकर आत्मा राम अरोड़ा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुए।
यह जानकारी देते हुए क्लब के प्रवक्ता राजेश हाकू ने बताया कि बैठक में वर्ष 2010 के लिये प्रधान वीर चन्द गुप्ता, उपप्रधान मंगतराय बांसल, जनरल सचिव अशोक टीना, सहसचिव रमेश सेठी, फाईनैंस सचिव विजय बांसल, सह फाईंनैंस सचिव विजय मुंजाल, पीआरओ राजेश हाकू, एपीआरओ सुमित भारती, शिक्षा निर्देशक नरेश शर्मा, सह शिक्षा निदेशक राजकुमार, सांस्कृतिक सचिव संजीव शाद, सह सांस्कृतिक सचिव पालविन्द्र शास्त्री, निदेशक समाज सेवा एडवोकेट भूपिन्द्र सूर्या, सह निदेशक समाज सेवा ज्ञानी ज्ञान सिंह, निदेशक स्वास्थ्य सेवायें डॉ. मथुरा दास चलाना, सह निदेशक स्वास्थ्य सेवायें डॉ. लवलीन नागपाल, निदेशक खेल कूद राकेश शर्मा, सह निदेशक खेलकूद एडवोकेट जतिन्द्र खैरा के अतिरिक्त मनोज कुमार आफिस इन्चार्ज का कार्य भार सौंपा गयाञ इसके अतिरिक्त प्रबंधक समिति में संतोश शर्मा, तरसेम गर्ग, परमजीत कोचर, जतिन्द्र शर्मा, वेद कालड़ा को प्रबंधक समिति का सदस्य बनाया गया। इस मौके पर कल्ब के संस्थापक केशव शर्मा, सलाहकार डॉ. प्रशोत्तम सिंगला, पूर्व वित्त सचिव विजय बांसल भी उपस्थित थे।
यह जानकारी देते हुए क्लब के प्रवक्ता राजेश हाकू ने बताया कि बैठक में वर्ष 2010 के लिये प्रधान वीर चन्द गुप्ता, उपप्रधान मंगतराय बांसल, जनरल सचिव अशोक टीना, सहसचिव रमेश सेठी, फाईनैंस सचिव विजय बांसल, सह फाईंनैंस सचिव विजय मुंजाल, पीआरओ राजेश हाकू, एपीआरओ सुमित भारती, शिक्षा निर्देशक नरेश शर्मा, सह शिक्षा निदेशक राजकुमार, सांस्कृतिक सचिव संजीव शाद, सह सांस्कृतिक सचिव पालविन्द्र शास्त्री, निदेशक समाज सेवा एडवोकेट भूपिन्द्र सूर्या, सह निदेशक समाज सेवा ज्ञानी ज्ञान सिंह, निदेशक स्वास्थ्य सेवायें डॉ. मथुरा दास चलाना, सह निदेशक स्वास्थ्य सेवायें डॉ. लवलीन नागपाल, निदेशक खेल कूद राकेश शर्मा, सह निदेशक खेलकूद एडवोकेट जतिन्द्र खैरा के अतिरिक्त मनोज कुमार आफिस इन्चार्ज का कार्य भार सौंपा गयाञ इसके अतिरिक्त प्रबंधक समिति में संतोश शर्मा, तरसेम गर्ग, परमजीत कोचर, जतिन्द्र शर्मा, वेद कालड़ा को प्रबंधक समिति का सदस्य बनाया गया। इस मौके पर कल्ब के संस्थापक केशव शर्मा, सलाहकार डॉ. प्रशोत्तम सिंगला, पूर्व वित्त सचिव विजय बांसल भी उपस्थित थे।
भारत में अमेरिका ने आतंकवादी हमलों की आशंका जताई
वाशगटन। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने भारत में आतंकी हमले होने की आशंका के मद्देजनर भारत आने वाले अपने नागरिकों को सतर्क रहने को कहा है। भारत में आतंकवादी हमलों की योजना के बारे में लगातार मिल रही सूचना को देखते हुए अमेरिका ने यह परामर्श जारी किया है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने परामर्श में कहा है कि अमेरिकी सरकार को लगातार सूचना मिल रही है कि आतंकवादी संगठन भारत में हमले की साजिश रच सकते हैं।
परामर्श में कहा गया है कि आतंकवादी और उनसे सहानुभूति रखने वालों ने उन स्थानों पर हमले किए हंै जहां पर अमेरिकी नागरिक या अन्य पश्चिमी देशों के लोग जाते हैं। इन जगहों पर जाने से पहले सावधानी बरतें।
इसमें कहा गया है कि वे धार्मिक स्थानों समेत सार्वजनिक जगह पर जाते समय वहां की सुरक्षा व्यवस्था को देख ले। इसमें सलाह दी गई है कि सुरक्षा के मद्देनजर वे खुद को ज्यादा जाहिर न करें।
मालूम हो कि इससे पहले भी पिछले अमेरिकी सरकार ने इसी प्रकार के दिशा निर्देश जारी किए थे और इस भारत ने क$डा एतराज भी जताया था।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने परामर्श में कहा है कि अमेरिकी सरकार को लगातार सूचना मिल रही है कि आतंकवादी संगठन भारत में हमले की साजिश रच सकते हैं।
परामर्श में कहा गया है कि आतंकवादी और उनसे सहानुभूति रखने वालों ने उन स्थानों पर हमले किए हंै जहां पर अमेरिकी नागरिक या अन्य पश्चिमी देशों के लोग जाते हैं। इन जगहों पर जाने से पहले सावधानी बरतें।
इसमें कहा गया है कि वे धार्मिक स्थानों समेत सार्वजनिक जगह पर जाते समय वहां की सुरक्षा व्यवस्था को देख ले। इसमें सलाह दी गई है कि सुरक्षा के मद्देनजर वे खुद को ज्यादा जाहिर न करें।
मालूम हो कि इससे पहले भी पिछले अमेरिकी सरकार ने इसी प्रकार के दिशा निर्देश जारी किए थे और इस भारत ने क$डा एतराज भी जताया था।
बिहार में अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे : राहुल
बेतिया। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव राहुल गांधी ने आज कहा कि उनकी पार्टी बिहार में अगला विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ेगी। बिहार के दो दिवसीय दौरे के क्रम में राहुल आज पश्चिम चंपारण जिले के भितिहरवा गांव पहुंचे। उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आश्रम में जाकर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। गांधी आश्रम परिसर में राहुल ने आंतरिक चुनाव में शामिल होने के लिए पार्टी के संभावित युवा उम्मीदवरों के साथ बातचीत की।
राहुल ने कहा कि जनता का भरोसा खोने के कारण बिहार में कांग्रेस की यह दुर्गति हुई थी और अगला चुनाव उनकी पार्टी अपने दम पर लड़ेगी। उन्होंने कहा कि हवाई नेताओं के दिन लद गए। अब नेता पैराशूट से नहीं गिराए जाएंगे बल्कि गांव के पंचायत से बनेंगे। राहुल ने कहा कि जिनकी जमीन मजबूत होगी, वही आगे बढेंग़े तथा जो जनता के बीच जाकर उनके लिए संघर्ष करेगा उसी को पार्टी का टिकट दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि युवा कांगेस की ओर देश के युवाओं का झुकाव तेजी से बढ़ रहा है और युवाओं के जरिए पार्टी के संगठन को मजबूत बनाया जाएगा। राहुल ने कहा कि बिहार में बदळाव लाना है और युवा कांग्रेस के नेता यहां की जनता के लिए लड़ेंगे।
पश्चिम चंपारण जिले के भितिहरवा गांव से विशेष हेलिकाप्टर से रवाना हुए राहुल दरभंगा के ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में आयोजित एक गैर राजनीतिक कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को संबोधित करेंगे। दरभंगा में भी राहुल पार्टी के आंतरिक चुनाव में शामिल होने के लिए संभावित उम्मीदवरों के साथ बातचीत करेंगे। राहुल आज ही दरभंगा से गया के लिए रवाना होंगे और बोधगया में पार्टी के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के राज्य स्तरीय सम्मेलन को संबोधित करेंगे। राहुल वहां भी पार्टी के आंतरिक चुनाव में शामिल होने के लिए संभावित उम्मीदवरों के साथ बातचीत करेंगे। राहुल आज ही गया से पटना लौट आएंगे और शाम में यहां कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में पार्टी की एक समिति को संबोधित करेंगे।
राहुल ने कहा कि जनता का भरोसा खोने के कारण बिहार में कांग्रेस की यह दुर्गति हुई थी और अगला चुनाव उनकी पार्टी अपने दम पर लड़ेगी। उन्होंने कहा कि हवाई नेताओं के दिन लद गए। अब नेता पैराशूट से नहीं गिराए जाएंगे बल्कि गांव के पंचायत से बनेंगे। राहुल ने कहा कि जिनकी जमीन मजबूत होगी, वही आगे बढेंग़े तथा जो जनता के बीच जाकर उनके लिए संघर्ष करेगा उसी को पार्टी का टिकट दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि युवा कांगेस की ओर देश के युवाओं का झुकाव तेजी से बढ़ रहा है और युवाओं के जरिए पार्टी के संगठन को मजबूत बनाया जाएगा। राहुल ने कहा कि बिहार में बदळाव लाना है और युवा कांग्रेस के नेता यहां की जनता के लिए लड़ेंगे।
पश्चिम चंपारण जिले के भितिहरवा गांव से विशेष हेलिकाप्टर से रवाना हुए राहुल दरभंगा के ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में आयोजित एक गैर राजनीतिक कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को संबोधित करेंगे। दरभंगा में भी राहुल पार्टी के आंतरिक चुनाव में शामिल होने के लिए संभावित उम्मीदवरों के साथ बातचीत करेंगे। राहुल आज ही दरभंगा से गया के लिए रवाना होंगे और बोधगया में पार्टी के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के राज्य स्तरीय सम्मेलन को संबोधित करेंगे। राहुल वहां भी पार्टी के आंतरिक चुनाव में शामिल होने के लिए संभावित उम्मीदवरों के साथ बातचीत करेंगे। राहुल आज ही गया से पटना लौट आएंगे और शाम में यहां कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में पार्टी की एक समिति को संबोधित करेंगे।
मुंबई मुद्दे पर दखलंदाजी नहीं करे संघ: उद्धव
मुंबई। मुबई में उत्तर भारतीयों को किसी भी तरह के भेदभाव से बचाने संबंधी आरएसएस प्रवक्ता राम माधव के वक्तव्य पर संघ को आड़े हाथों लेते हुए शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने आज कहा कि संगठन महाराष्ट्र की राजधानी के मुद्दे पर दखलंदाजी न करे। उद्धव ने आज यहां संवाददाताओं से कहा- राम माधव को मुंबई मुद्दे की चिंता नहीं करनी चाहिए और हमें देशभक्ति या एकता का पाठ नहीं पढ़ाना चाहिये। वर्ष १९९२ के हिंदू-मुस्लिम दंगों के दौरान शिवसेना ने हिंदुओं की रक्षा की थी लेकिन उस समय आरएसएस कहां था। उन्होंने कहा कि राम माधव को दक्षिण भारतीय राज्यों के बारे में चिंता करनी चाहिए और उन राज्यों में हिंदी सिखानी चाहिये। मुंबई को मराठी माणूस की ही बताने के शिवसेना के दावे को दरकिनार करते हुए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी हाल ही में कहा था कि मुंबई सभी भारतीयों के लिए है। सभी भाषा, समुदाय और जाति के लोग भारत की संतान हैं। कोई भी भारतीयों को रोजगार की तलाश में देश के किसी हिस्से में जाने से नहीं रोक सकता।
महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद पर उद्धव ने कहा कि हजारों मराठी लोग कर्नाटक में भेदभाव का शिकार हो रहे हैं लेकिन माधव उनके बारे में कभी कुछ नहीं कहते। उद्धव ने यह भी कहा कि आरएसएस असम में हिंदी भाषी लोगों के साथ हो रहे भेदभाव पर क्यों चुप्पी साधे है। शिवसेना के मराठी जनता के प्रति रुख को दोहराते हुए उद्धव ने कहा- मराठी जनता की राह में आने वाले किसी भी व्यक्ति को पहले शिवसेना का सामना करना होगा।
इस बीच, मुंबई क्षेत्रीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कृपाशंकर सिंह ने राम माधव के वक्तव्य की आलोचना करते हुए कहा कि आरएसएस महात्मा गांधी की हत्या को नहीं रोक सका। फिर वह उत्तर भारतीयों पर हमलों को कैसे रोकेगा।
महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद पर उद्धव ने कहा कि हजारों मराठी लोग कर्नाटक में भेदभाव का शिकार हो रहे हैं लेकिन माधव उनके बारे में कभी कुछ नहीं कहते। उद्धव ने यह भी कहा कि आरएसएस असम में हिंदी भाषी लोगों के साथ हो रहे भेदभाव पर क्यों चुप्पी साधे है। शिवसेना के मराठी जनता के प्रति रुख को दोहराते हुए उद्धव ने कहा- मराठी जनता की राह में आने वाले किसी भी व्यक्ति को पहले शिवसेना का सामना करना होगा।
इस बीच, मुंबई क्षेत्रीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कृपाशंकर सिंह ने राम माधव के वक्तव्य की आलोचना करते हुए कहा कि आरएसएस महात्मा गांधी की हत्या को नहीं रोक सका। फिर वह उत्तर भारतीयों पर हमलों को कैसे रोकेगा।
31 जनवरी 2010
कांग्रेस में कलह
डबवाली (लहू की लौ) हल्का डबवाली के विधानसभा चुनाव में जिस प्रकार से कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा उससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में मायूसी ही नहीं बल्कि खटास भी पैदा हो गई है। इसी के चलते हल्का डबवाली कांग्रेस के प्रधान रामजी लाल तथा शहरी प्रधान नवरतन बांसल ने भी सोनिया गांधी को एक पत्र लिखकर पार्टी को सुचारू रूप से चलाने की मांग रखनी पड़ी है।
इन नेताओं सहित अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी को भेजे पत्र में कहा है कि जब से हरियाणा में कांग्रेस पार्टी की सरकार आई है, तब से डबवाली हल्का में चंद लोगों ने फूट पाओ राज करो की नीति अपना रखी है। डबवाली में कुछ शरारती तत्व और कार्यकर्ताओं ने गुटबाजी बनाकर पार्टी पर कुठाराघात किया है और पार्टी के पुराने वफादार कार्यकर्ताओं को पार्टी की बैठकों में न बुलाकर, उनको इज्जत और मान न देकर बाहर का रास्ता दिखा दिया है। जिस कारण पार्टी कार्यकर्ताओं में रोष है और पुराने वफादार कार्यकर्ता अपने-अपने घर बैठ गये हैं।
इस पत्र पर गोपाल मित्तल, साहब राम पुहाल, बलदेव राज शर्मा, कश्मीर सिंह तनेजा आदि के भी हस्ताक्षर हैं। पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि सन् 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी अशोक तंवर ने पार्टी संगठन को साथ लेकर चलते हुए लोकसभा चुनाव से विजयश्री पाई। परंतु इसी वर्ष विधानसभा चुनाव में पार्टी संगठन व वर्करों की अनदेखी के चलते कांग्रेस पार्टी बुरी तरह पराजित हुई। उनका आरोप है कि कुछ चंद लोगों ने कांग्रेस प्रत्याशी को अपनी मुट्ठी में रखा और इससे कांग्रेस वर्कर नाराज हुए। जो हार का कारण बने।
शिकायत में यह भी लिखा है कि सन् 2005 में भी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी जगन्नाथ चुनाव हारे। उन्हें भी यहां फूट का सामना करना पड़ा। चूंकि उनके साथ भी चंद आदमी थे और कार्यकर्ता व संगठन की अनदेखी की गई थी। इन पार्टी कार्यकर्ताओं ने सोनिया गांधी से गुहार लगाई है कि हल्का डबवाली में पार्टी को सुचारू रूप से चलाने के लिए कोई अच्छा प्रतिनिधि दिया जाये, जो इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करके पार्टी को मजबूत और सुचारू रूप से चला सकें। अन्यथा पिछले चुनावों की तरह ही भविष्य में होने वाले चुनाव में भी पार्टी को मुंह की खानी पड़ेगी।
मजेदार बात तो यह है कि इस समय कांग्रेस में जो लड़ाई चल रही है, वह केवल मलाई खाने की लड़ाई है। कोई सत्ता के साथ जुड़कर मोटी मलाई चाट रहा है तो किसी के हाथ लस्सी भी नहीं आ रही है। जिसके चलते केवल अधिकांश कार्यकर्ता मदानी चलाने वाले ही रह गये हैं। जबकि मलाई बड़े खा रहे हैं।
इन नेताओं सहित अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी को भेजे पत्र में कहा है कि जब से हरियाणा में कांग्रेस पार्टी की सरकार आई है, तब से डबवाली हल्का में चंद लोगों ने फूट पाओ राज करो की नीति अपना रखी है। डबवाली में कुछ शरारती तत्व और कार्यकर्ताओं ने गुटबाजी बनाकर पार्टी पर कुठाराघात किया है और पार्टी के पुराने वफादार कार्यकर्ताओं को पार्टी की बैठकों में न बुलाकर, उनको इज्जत और मान न देकर बाहर का रास्ता दिखा दिया है। जिस कारण पार्टी कार्यकर्ताओं में रोष है और पुराने वफादार कार्यकर्ता अपने-अपने घर बैठ गये हैं।
इस पत्र पर गोपाल मित्तल, साहब राम पुहाल, बलदेव राज शर्मा, कश्मीर सिंह तनेजा आदि के भी हस्ताक्षर हैं। पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि सन् 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी अशोक तंवर ने पार्टी संगठन को साथ लेकर चलते हुए लोकसभा चुनाव से विजयश्री पाई। परंतु इसी वर्ष विधानसभा चुनाव में पार्टी संगठन व वर्करों की अनदेखी के चलते कांग्रेस पार्टी बुरी तरह पराजित हुई। उनका आरोप है कि कुछ चंद लोगों ने कांग्रेस प्रत्याशी को अपनी मुट्ठी में रखा और इससे कांग्रेस वर्कर नाराज हुए। जो हार का कारण बने।
शिकायत में यह भी लिखा है कि सन् 2005 में भी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी जगन्नाथ चुनाव हारे। उन्हें भी यहां फूट का सामना करना पड़ा। चूंकि उनके साथ भी चंद आदमी थे और कार्यकर्ता व संगठन की अनदेखी की गई थी। इन पार्टी कार्यकर्ताओं ने सोनिया गांधी से गुहार लगाई है कि हल्का डबवाली में पार्टी को सुचारू रूप से चलाने के लिए कोई अच्छा प्रतिनिधि दिया जाये, जो इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करके पार्टी को मजबूत और सुचारू रूप से चला सकें। अन्यथा पिछले चुनावों की तरह ही भविष्य में होने वाले चुनाव में भी पार्टी को मुंह की खानी पड़ेगी।
मजेदार बात तो यह है कि इस समय कांग्रेस में जो लड़ाई चल रही है, वह केवल मलाई खाने की लड़ाई है। कोई सत्ता के साथ जुड़कर मोटी मलाई चाट रहा है तो किसी के हाथ लस्सी भी नहीं आ रही है। जिसके चलते केवल अधिकांश कार्यकर्ता मदानी चलाने वाले ही रह गये हैं। जबकि मलाई बड़े खा रहे हैं।
ट्रीटमेंट प्लांट की खुदाई के लिए आई टीम को खदेड़ा
डबवाली (लहू की लौ) पंजाब मण्डीकरण बोर्ड जनस्वास्थ्य विभाग की टीम पुलिस दलबल के साथ मण्डी किलियांवाली में निर्धारित स्थल पर डिस्पोजल बनाने के लिए शुक्रवार को पहुंची। लेकिन नरसिंह कलोनी निवासियों के विरोध के चलते इस टीम को वहां से बेरंग लौटना पड़ा।
प्राप्त जानकारी अनुसार मालवा बाईपास रोड़ पर मण्डीकरण बोर्ड पंजाब के जनस्वास्थ्य विभाग ने करीब 28 वर्ष पूर्व डिस्पोजल एवं ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की योजना तैयार की थी। इसी योजना के तहत मण्डीकरण बोर्ड पंजाब का जनस्वास्थ्य विभाग दो बार पहले भी ट्रीटमेंट प्लांट के लिए डिग्गी खुदवाने का प्रयास कर चुका है। लेकिन लोगों के विरोध के चलते उसे सफलता नहीं मिली।
शुक्रवार को तीसरी बार विभाग के सुपरवाईजर जसवीर सिंह तथा अकाली नेता राजेन्द्र सिंह भाटी के नेतृत्व में मण्डीकरण बोर्ड ने पुलिस बल के साथ इस स्थान पर दस्तक दी। उनके साथ जेसीबी मशीन भी थी। जैसे ही जेसीबी मशीन ने खुदाई का कार्य शुरू किया तो नरसिंह कलोनी के सरपंच जसपाल सिंह के नेतृत्व में कलोनी निवासी भारी संख्या में मौका पर जमा हो गये और बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इस विरोध के चलते विभागीय टीम को वहां से बैरंग वापिस जाना पड़ा। विरोध करने वालों में शामिल अमनदीप सिंह पंच, गिन्नी, अमरजीत सिंह, काली, राजवीर, अमृत, बलकरण, काका, देसराज, बोहड़ सिंह, धर्मा सिंह, सीता देवी, अमरजीत कौर, जसवीर कौर, गुरविन्द्र कौर, जंगीर कौर आदि ने बताया कि वे लोग ट्रीटमेंट प्लांट के खिलाफ नहीं है। लेकिन उनकी मांग है कि इसे आबादी से करीब एक किलोमीटर दूर बनाया जाये। उन्होंने यह भी कहा कि अगर 28 वर्ष पूर्व विभाग की यहां ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की योजना थी, तो इस स्थान पर विभाग ने निर्माणाधीन ट्रीटमेंट प्लांट का बोर्ड क्यों नहीं लगाया।
सरपंच जसपाल सिंह ने बताया कि पंचायत सदस्यों के साथ शीघ्र ही उपायुक्त मुक्तसर को मिलकर अपनी इस समस्या से अवगत करवाएंगे और उनसे अनुरोध करेंगे कि ट्रीटमेंट प्लांट आबादी से एक किलोमीटर दूर स्थापित किया जाये। उन्होंने यह भी कहा कि अगर विभाग ट्रीटमेंट प्लांट को आबादी से एक किलोमीटर दूर बनाता है, तो ग्राम पंचायत इसके लिए विभाग को पंचायती जमीन देने के लिए तैयार है।
मण्डीकरण बोर्ड पंजाब के जनस्वास्थ्य विभाग के सुपरवाईजर जसवीर सिंह ने कहा कि भले ही इस स्थान पर 28 वर्ष पूर्व ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की योजना बनाई गई थी। लेकिन इस योजना को वर्तमान प्रकाश सिंह बादल की सरकार ने हाल ही में स्वीकृति देते हुए इस पर 2 करोड़ रूपये लगाने का निर्णय लिया है, उनके अनुसार सरकारी जमीन पर इसे बनाया जा रहा है और इसे इसी जगह पर हर हालत में बनाया जाएगा। उनके अनुसार आज फोर्स कम थी और प्रशासन भी नहीं चाहता कि विरोध करने वालों के साथ सख्ती से पेश आया जाये। प्रशासन चाहता है कि बातचीत से विरोध करने वाले ट्रीटमेंट प्लांट की महत्ता को समझें और इसका विरोध न करें।
प्राप्त जानकारी अनुसार मालवा बाईपास रोड़ पर मण्डीकरण बोर्ड पंजाब के जनस्वास्थ्य विभाग ने करीब 28 वर्ष पूर्व डिस्पोजल एवं ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की योजना तैयार की थी। इसी योजना के तहत मण्डीकरण बोर्ड पंजाब का जनस्वास्थ्य विभाग दो बार पहले भी ट्रीटमेंट प्लांट के लिए डिग्गी खुदवाने का प्रयास कर चुका है। लेकिन लोगों के विरोध के चलते उसे सफलता नहीं मिली।
शुक्रवार को तीसरी बार विभाग के सुपरवाईजर जसवीर सिंह तथा अकाली नेता राजेन्द्र सिंह भाटी के नेतृत्व में मण्डीकरण बोर्ड ने पुलिस बल के साथ इस स्थान पर दस्तक दी। उनके साथ जेसीबी मशीन भी थी। जैसे ही जेसीबी मशीन ने खुदाई का कार्य शुरू किया तो नरसिंह कलोनी के सरपंच जसपाल सिंह के नेतृत्व में कलोनी निवासी भारी संख्या में मौका पर जमा हो गये और बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इस विरोध के चलते विभागीय टीम को वहां से बैरंग वापिस जाना पड़ा। विरोध करने वालों में शामिल अमनदीप सिंह पंच, गिन्नी, अमरजीत सिंह, काली, राजवीर, अमृत, बलकरण, काका, देसराज, बोहड़ सिंह, धर्मा सिंह, सीता देवी, अमरजीत कौर, जसवीर कौर, गुरविन्द्र कौर, जंगीर कौर आदि ने बताया कि वे लोग ट्रीटमेंट प्लांट के खिलाफ नहीं है। लेकिन उनकी मांग है कि इसे आबादी से करीब एक किलोमीटर दूर बनाया जाये। उन्होंने यह भी कहा कि अगर 28 वर्ष पूर्व विभाग की यहां ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की योजना थी, तो इस स्थान पर विभाग ने निर्माणाधीन ट्रीटमेंट प्लांट का बोर्ड क्यों नहीं लगाया।
सरपंच जसपाल सिंह ने बताया कि पंचायत सदस्यों के साथ शीघ्र ही उपायुक्त मुक्तसर को मिलकर अपनी इस समस्या से अवगत करवाएंगे और उनसे अनुरोध करेंगे कि ट्रीटमेंट प्लांट आबादी से एक किलोमीटर दूर स्थापित किया जाये। उन्होंने यह भी कहा कि अगर विभाग ट्रीटमेंट प्लांट को आबादी से एक किलोमीटर दूर बनाता है, तो ग्राम पंचायत इसके लिए विभाग को पंचायती जमीन देने के लिए तैयार है।
मण्डीकरण बोर्ड पंजाब के जनस्वास्थ्य विभाग के सुपरवाईजर जसवीर सिंह ने कहा कि भले ही इस स्थान पर 28 वर्ष पूर्व ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की योजना बनाई गई थी। लेकिन इस योजना को वर्तमान प्रकाश सिंह बादल की सरकार ने हाल ही में स्वीकृति देते हुए इस पर 2 करोड़ रूपये लगाने का निर्णय लिया है, उनके अनुसार सरकारी जमीन पर इसे बनाया जा रहा है और इसे इसी जगह पर हर हालत में बनाया जाएगा। उनके अनुसार आज फोर्स कम थी और प्रशासन भी नहीं चाहता कि विरोध करने वालों के साथ सख्ती से पेश आया जाये। प्रशासन चाहता है कि बातचीत से विरोध करने वाले ट्रीटमेंट प्लांट की महत्ता को समझें और इसका विरोध न करें।
किसानों ने बादल परिवार के खिलाफ दिया धरना
डबवाली (लहू की लौ) भारतीय किसान यूनियन (एकता ) उग्राहा ने गांव बादल के एक किसान को बादल परिवार द्वारा प्रताडि़त किये जाने के विरोध में शुक्रवार को लम्बी थाना के समक्ष जोरदार नारेबाजी करते हुए धरना दिया।
बीकेयू (एकता) के ब्लाक प्रधान गुरदीप सिंह खुड्डियां तथा सुक्खा सिंह सिंघेवाला ब्लाक प्रधान खेत मजदूर यूनियन ने बताया कि गांव बादल के एक गरीब किसान परिवार मोहन सिंह पुत्र नाजर सिंह ने 1995-96 में करीब चार एकड़ जमीन बादल परिवार के पवनप्रीत सिंह उर्फ बॉबी पुत्र जसवीर सिंह और जसवीर सिंह पुत्र बलवीर सिंह से एक साल के लिए ठेका पर ली थी। लेकिन इन लोगों ने गरीब किसान को आवश्यक पानी नहीं दिया। जिसके चलते वहां फसल नहीं हो सकी और जितनी भी फसल हुई, उसको बेचकर उसने पैसे दे दिये थे। लेकिन 21 हजार रूपये अभी भी बॉबी परिवार के बाकी रह गये थे। उनके अनुसार जमींदार ने पांच प्रतिशत ब्याज लगाकर अब इस गरीब किसान से 6 लाख रूपये की मांग शुरू कर दी और साथ ही उसकी दो कैनाल जमीन पर कब्जा कर लिया।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 6-7-09 को किसान द्वारा इस भूमि पर बनाये गये मकान को भी आधी रात को उपरोक्त आरोपियों ने गनमैनों और अपने ड्राईवर के साथ मिलकर गिरा दिया। इसकी रपट भी लम्बी थाना में करवाई गई थी। लेकिन आज तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई। गरीब किसान को इंसाफ न मिलने पर आज उन्हें लम्बी थाना का घेराव करना पड़ा है।
इस मौके पर जिला प्रधान पूर्ण सिंह दोदा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष भूपिन्द्र सिंह चन्नू, जिला महासचिव गुरभक्त सिंह भलाईआना, ब्लाक प्रधान मल सिंह क्खांवाली, जरनैल सिंह, भूपिन्द्र सिंह पंजावा, फलेल सिंह क्खांवाली, जसवीर सिंह सेहना, गुरतेज सिंह चन्नू, धीरा सिंह, जंगीर सिंह मिढ़ा, बलदेव सिंह, सुरजीत सिंह खुड्डियां, ब्लाक मलोट प्रधान बोहड़ सिंह शेरगढ़, ब्लाक मुक्तसर के कामरेड जगदेव सिंह, गोरा सिंह भागसर, जीता सिंह महाभद्र, मल सिंह, मुख्तियार सिंह रोहड़ांवाली, खेत मजदूर यूनियन के जिला प्रधान नानक सिंह सिंघेवाला, गुरतेज सिंह किलियांवाली, गुरपाश सिंह सिंघेवाला लोकमोर्चा, हेमराज टीएसयू उपस्थित थे।
धरना दे रहे किसानों के पास पहुंचे थाना लम्बी प्रभारी हरिन्द्र सिंह चमेली ने किसानों को आश्वासन दिलाया कि मोहन सिंह अपनी जमीन में अपना मकान बनाये। उसे पुलिस द्वारा संरक्षण दिया जाएगा। इस पर किसानों ने धरना समाप्त कर दिया।
बीकेयू (एकता) के ब्लाक प्रधान गुरदीप सिंह खुड्डियां तथा सुक्खा सिंह सिंघेवाला ब्लाक प्रधान खेत मजदूर यूनियन ने बताया कि गांव बादल के एक गरीब किसान परिवार मोहन सिंह पुत्र नाजर सिंह ने 1995-96 में करीब चार एकड़ जमीन बादल परिवार के पवनप्रीत सिंह उर्फ बॉबी पुत्र जसवीर सिंह और जसवीर सिंह पुत्र बलवीर सिंह से एक साल के लिए ठेका पर ली थी। लेकिन इन लोगों ने गरीब किसान को आवश्यक पानी नहीं दिया। जिसके चलते वहां फसल नहीं हो सकी और जितनी भी फसल हुई, उसको बेचकर उसने पैसे दे दिये थे। लेकिन 21 हजार रूपये अभी भी बॉबी परिवार के बाकी रह गये थे। उनके अनुसार जमींदार ने पांच प्रतिशत ब्याज लगाकर अब इस गरीब किसान से 6 लाख रूपये की मांग शुरू कर दी और साथ ही उसकी दो कैनाल जमीन पर कब्जा कर लिया।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 6-7-09 को किसान द्वारा इस भूमि पर बनाये गये मकान को भी आधी रात को उपरोक्त आरोपियों ने गनमैनों और अपने ड्राईवर के साथ मिलकर गिरा दिया। इसकी रपट भी लम्बी थाना में करवाई गई थी। लेकिन आज तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई। गरीब किसान को इंसाफ न मिलने पर आज उन्हें लम्बी थाना का घेराव करना पड़ा है।
इस मौके पर जिला प्रधान पूर्ण सिंह दोदा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष भूपिन्द्र सिंह चन्नू, जिला महासचिव गुरभक्त सिंह भलाईआना, ब्लाक प्रधान मल सिंह क्खांवाली, जरनैल सिंह, भूपिन्द्र सिंह पंजावा, फलेल सिंह क्खांवाली, जसवीर सिंह सेहना, गुरतेज सिंह चन्नू, धीरा सिंह, जंगीर सिंह मिढ़ा, बलदेव सिंह, सुरजीत सिंह खुड्डियां, ब्लाक मलोट प्रधान बोहड़ सिंह शेरगढ़, ब्लाक मुक्तसर के कामरेड जगदेव सिंह, गोरा सिंह भागसर, जीता सिंह महाभद्र, मल सिंह, मुख्तियार सिंह रोहड़ांवाली, खेत मजदूर यूनियन के जिला प्रधान नानक सिंह सिंघेवाला, गुरतेज सिंह किलियांवाली, गुरपाश सिंह सिंघेवाला लोकमोर्चा, हेमराज टीएसयू उपस्थित थे।
धरना दे रहे किसानों के पास पहुंचे थाना लम्बी प्रभारी हरिन्द्र सिंह चमेली ने किसानों को आश्वासन दिलाया कि मोहन सिंह अपनी जमीन में अपना मकान बनाये। उसे पुलिस द्वारा संरक्षण दिया जाएगा। इस पर किसानों ने धरना समाप्त कर दिया।
30 जनवरी 2010
बीपीएल सूची लागू न होने से हजारों परिवार वंचित हैं लाभ से
डबवाली (लहू की लौ) हजारों परिवारों के लिए जीवन यापन का पर्याय बनी बीपीएल सूची जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के लिए कोई मायने नहीं रखती। भारी भरकम वेतन लेने वाले विभागीय अधिकारी प्रदेश सरकार द्वारा अनुमोदित की गई बीपीएल सूची को लागू करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहे। यही कारण है कि अगस्त-2009 से जारी की गई सूची को पांच माह बाद भी लागू नहीं किया गया है और इस सूची में शामिल पात्र परिवारों के बीपीएल कार्ड नहीं बन पाए हैं। बीपीएल कार्ड नहीं बनने के कारण हजारों परिवार न केवल रियायती दर पर मिलने वाले राशन से वंचित हैं, बल्कि प्रदेश सरकार द्वारा बीपीएल परिवारों को दी जाने वाली सुविधाओं से भी महरूम हैं। उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार द्वारा बीपीएल परिवारों को सस्ती दर पर राशन के अलावा बच्चों को शिक्षा, रोजगार व अन्य तरीकों से अनेक प्रकार की सुविधाएं दी जाती हैं। बीपीएल परिवारों को दो लाख रुपये का ऋण दिये जाने की योजना है, जिसमें 50 हजार रुपये तक अनुदान मिलता है। इसके अलावा बीपीएल परिवारों के बच्चों को पुस्तकें व अन्य प्रकार की सुविधा हासिल होती है। बीपीएल सूची में नाम आने के बावजूद हजारों परिवार जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की कथित ढिलाई के चलते बीपीएल कार्ड से वंचित हैं। बीपीएल कार्ड नहीं होने के कारण वे सरकारी की विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाने से भी वंचित हैं।
यहां वर्णनीय है कि प्रदेश सरकार द्वारा अगस्त-2008 में बीपीएल सूची जारी की गई थी। इस सूची में अनेक प्रकार की खामियों को लेकर भारी रोष पैदा हुआ था। बाद में प्रदेश सरकार द्वारा अगस्त-2009 में एक और बीपीएल सूची जारी की गई, मगर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने इस सूची में शामिल किये गये परिवारों के पीले कार्ड बनाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। पहले लोकसभा चुनाव आए और उसके बाद विधानसभा चुनाव। तत्पश्चात ऐलनाबाद उपचुनाव आ गए, मगर प्रदेश सरकार की योजना सिरे नहीं चढ़ पाई। सिरसा के एक जागरूक नागरिक भूपेश गोयल द्वारा सूचना अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी में जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने स्वयं इस आशय की स्वीकारोक्ति की है कि विभाग के सिरसा, मल्लेकां, नाथूसरी चौपटा, डिंग, सुचान, कालांवाली, रोड़ी, ओढां, डबवाली, जीवननगर, खारिया में बीपीएल कार्ड बनाने में ढिलाई बरती गई है।
बीपीएल सूची को लेकर तथ्य यह हैं कि जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 8 हजार से अधिक परिवारों के कार्ड ही नहीं बनाए गए हैं। इतनी बड़ी संख्या में लोग विभाग के पास पीले कार्ड बनवाने ही नहीं पहुंचे। इसके साथ ही विभाग बीपीएल सूची में शामिल इन परिवारों को खोज ही नहीं पाया। हजारों परिवारों के इस बीपीएल सूची में शामिल होने के कारण पात्र परिवार इस सूची में स्थान नहंी बना पाए हैं।
विभाग की ओर से यदि 8025 परिवारों के नाम काट दिये जाते हैं तो इतनी ही संख्या के पात्र परिवारों को बीपीएल सूची में स्थान मिल सकता है, मगर जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की कार्रवाई कछुआ गति से जारी है। उसे आम आदमी के हितों से शायद कुछ लेना-देना नहीं है। सूचना अधिकार के तहत जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा जो सूचना दी गई है, उसके तहत स्टेट बीपीएल के 15841 कार्ड मंजूर किये गये थे, जिनमें से 12162 कार्ड ही जारी किये गये। इस प्रकार 2679 परिवारों का कोई पता नहीं चल पाया। इसी प्रकार सेंट्रल बीपीएल के 31186 परिवारों को इस सूची में शामिल किया गया मगर 28319 परिवार ही कार्ड बनवाने के लिए पहुंचे। अंतोदय योजना के तहत 25827 परिवारों के नाम सूची में शामिल किये गये, जिनमें से 23348 लोग ही अपने राशन कार्डों पर गुलाबी कार्ड की मोहर लगवाने के लिए पहुंचे। विभाग द्वारा दी गई सूचना के तहत 8025 परिवारों के कार्ड नहीं बने हैं।
जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की कथित ढिलाई का यह आलम है कि अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय सिरसा द्वारा 28 अगस्त 2009 को दी गई नई बीपीएल सूची को आज तक लागू नहीं किया गया। यही नहीं विभाग के कर्मचारियों ने उच्चाधिकारियों द्वारा दी गई हिदायतों की भी पालना नहीं की। विभाग के कर्मचारियों द्वारा बरती गई ढील पर उच्चाधिकारियों ने केवल हिदायत भर देकर अपने कत्र्तव्य की इतिश्री कर ली। उधर बीपीएल सूची में शामिल परिवार पीले कार्ड के लिए कभी अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय तो कभी खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के चक्कर लगा रहे हैं। बीपीएल सूची में शामिल होने के लिए सैकड़ों परिवार आज भी नेताओं और दलालों की हाजिरी भर रहे हैं।
पिछले पांच महीने से पीले कार्ड के लिए चक्कर लगाने का यह क्रम आज भी जारी है। दरअसल बीपीएल कार्ड की स्थिति में पात्र परिवार सस्ता राशन, बैंक ऋण, ईलाज व शिक्षा के अलावा अन्य सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। शर्मनाक बात यह है कि जिन अधिकारियों को इस बीपीएल सूची को लागू करवाना चाहिए, वे अपने मातहत कर्मियों को पीले कार्ड अविलंब बनाने की हिदायत भर दे रहे हैं।
यहां वर्णनीय है कि प्रदेश सरकार द्वारा अगस्त-2008 में बीपीएल सूची जारी की गई थी। इस सूची में अनेक प्रकार की खामियों को लेकर भारी रोष पैदा हुआ था। बाद में प्रदेश सरकार द्वारा अगस्त-2009 में एक और बीपीएल सूची जारी की गई, मगर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने इस सूची में शामिल किये गये परिवारों के पीले कार्ड बनाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। पहले लोकसभा चुनाव आए और उसके बाद विधानसभा चुनाव। तत्पश्चात ऐलनाबाद उपचुनाव आ गए, मगर प्रदेश सरकार की योजना सिरे नहीं चढ़ पाई। सिरसा के एक जागरूक नागरिक भूपेश गोयल द्वारा सूचना अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी में जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने स्वयं इस आशय की स्वीकारोक्ति की है कि विभाग के सिरसा, मल्लेकां, नाथूसरी चौपटा, डिंग, सुचान, कालांवाली, रोड़ी, ओढां, डबवाली, जीवननगर, खारिया में बीपीएल कार्ड बनाने में ढिलाई बरती गई है।
बीपीएल सूची को लेकर तथ्य यह हैं कि जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 8 हजार से अधिक परिवारों के कार्ड ही नहीं बनाए गए हैं। इतनी बड़ी संख्या में लोग विभाग के पास पीले कार्ड बनवाने ही नहीं पहुंचे। इसके साथ ही विभाग बीपीएल सूची में शामिल इन परिवारों को खोज ही नहीं पाया। हजारों परिवारों के इस बीपीएल सूची में शामिल होने के कारण पात्र परिवार इस सूची में स्थान नहंी बना पाए हैं।
विभाग की ओर से यदि 8025 परिवारों के नाम काट दिये जाते हैं तो इतनी ही संख्या के पात्र परिवारों को बीपीएल सूची में स्थान मिल सकता है, मगर जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की कार्रवाई कछुआ गति से जारी है। उसे आम आदमी के हितों से शायद कुछ लेना-देना नहीं है। सूचना अधिकार के तहत जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा जो सूचना दी गई है, उसके तहत स्टेट बीपीएल के 15841 कार्ड मंजूर किये गये थे, जिनमें से 12162 कार्ड ही जारी किये गये। इस प्रकार 2679 परिवारों का कोई पता नहीं चल पाया। इसी प्रकार सेंट्रल बीपीएल के 31186 परिवारों को इस सूची में शामिल किया गया मगर 28319 परिवार ही कार्ड बनवाने के लिए पहुंचे। अंतोदय योजना के तहत 25827 परिवारों के नाम सूची में शामिल किये गये, जिनमें से 23348 लोग ही अपने राशन कार्डों पर गुलाबी कार्ड की मोहर लगवाने के लिए पहुंचे। विभाग द्वारा दी गई सूचना के तहत 8025 परिवारों के कार्ड नहीं बने हैं।
जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की कथित ढिलाई का यह आलम है कि अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय सिरसा द्वारा 28 अगस्त 2009 को दी गई नई बीपीएल सूची को आज तक लागू नहीं किया गया। यही नहीं विभाग के कर्मचारियों ने उच्चाधिकारियों द्वारा दी गई हिदायतों की भी पालना नहीं की। विभाग के कर्मचारियों द्वारा बरती गई ढील पर उच्चाधिकारियों ने केवल हिदायत भर देकर अपने कत्र्तव्य की इतिश्री कर ली। उधर बीपीएल सूची में शामिल परिवार पीले कार्ड के लिए कभी अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय तो कभी खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के चक्कर लगा रहे हैं। बीपीएल सूची में शामिल होने के लिए सैकड़ों परिवार आज भी नेताओं और दलालों की हाजिरी भर रहे हैं।
पिछले पांच महीने से पीले कार्ड के लिए चक्कर लगाने का यह क्रम आज भी जारी है। दरअसल बीपीएल कार्ड की स्थिति में पात्र परिवार सस्ता राशन, बैंक ऋण, ईलाज व शिक्षा के अलावा अन्य सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। शर्मनाक बात यह है कि जिन अधिकारियों को इस बीपीएल सूची को लागू करवाना चाहिए, वे अपने मातहत कर्मियों को पीले कार्ड अविलंब बनाने की हिदायत भर दे रहे हैं।
अपहरण का मामला दर्ज
डबवाली (लहू की लौ) थाना शहर पुलिस ने 28 जनवरी को शाम 5.20 पर यहां के वार्ड नं. 9 के निर्मल चन्द पुत्र सरदारी लाल की पत्नी के आपहरण और घर की महिलाओं से मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में करीब 15 जनों के खिलाफ केस दर्ज करके आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है।
प्राप्त जानकारी अनुसार निर्मल चन्द ने पुलिस को दिये ब्यान में कहा है कि 2-05-2009 को उसकी शादी लखविन्द्र कौर पुत्री महिन्द्र सिंह के साथ हुई थी। लेकिन महिन्द्र सिंह बगैरा इस शादी से खुश नहीं थे। वीरवार को करीब 12.30 बजे जीपों में सवार होकर करीब 15 व्यक्ति उनके मकान पर आये और उसकी पत्नी को जबर्दस्ती उठाकर जीप में डालकर ले गये। इस दौरान जब उनकी घर की महिलाओं ने इसका विरोध किया तो उन्होंने उनके साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी।
शिकायतकर्ता की शिकायत पर पुलिस ने गांव ढाणी खुईयांमलकाना के महिन्द्र सिंह, कश्मीर सिंह, बलवीर सिंह, सुरजीत सिंह पुत्रान इन्द्र सिंह, टीटू सिंह, गुरमीत सिंह पुत्रान कश्मीर सिंह, रणजीत सिंह, सतिन्द्र सिंह पुत्रान बलवीर सिंह, गुरलाभ सिंह पुत्र गुरजीत सिंह, संगीत पुत्र जोगिन्द्र सिंह तथा हीरा सिंह पुत्र गुरबचन सिंह, हरप्रीत सिंह पुत्र नसीब सिंह निवासीगण मौजगढ़ तथा हरप्रीत सिंह निवासी मलोट जिला मुक्तसर के खिलाफ धारा 148/149/323/365/506/452 आईपीसी के तहत केस दर्ज किया है। शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में यह भी कहा है कि आरोपी उसकी पत्नी को नुक्सान पहुंचा सकते हैं तथा उनसे उसे भी जान-माल का खतरा है।
प्राप्त जानकारी अनुसार निर्मल चन्द ने पुलिस को दिये ब्यान में कहा है कि 2-05-2009 को उसकी शादी लखविन्द्र कौर पुत्री महिन्द्र सिंह के साथ हुई थी। लेकिन महिन्द्र सिंह बगैरा इस शादी से खुश नहीं थे। वीरवार को करीब 12.30 बजे जीपों में सवार होकर करीब 15 व्यक्ति उनके मकान पर आये और उसकी पत्नी को जबर्दस्ती उठाकर जीप में डालकर ले गये। इस दौरान जब उनकी घर की महिलाओं ने इसका विरोध किया तो उन्होंने उनके साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी।
शिकायतकर्ता की शिकायत पर पुलिस ने गांव ढाणी खुईयांमलकाना के महिन्द्र सिंह, कश्मीर सिंह, बलवीर सिंह, सुरजीत सिंह पुत्रान इन्द्र सिंह, टीटू सिंह, गुरमीत सिंह पुत्रान कश्मीर सिंह, रणजीत सिंह, सतिन्द्र सिंह पुत्रान बलवीर सिंह, गुरलाभ सिंह पुत्र गुरजीत सिंह, संगीत पुत्र जोगिन्द्र सिंह तथा हीरा सिंह पुत्र गुरबचन सिंह, हरप्रीत सिंह पुत्र नसीब सिंह निवासीगण मौजगढ़ तथा हरप्रीत सिंह निवासी मलोट जिला मुक्तसर के खिलाफ धारा 148/149/323/365/506/452 आईपीसी के तहत केस दर्ज किया है। शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में यह भी कहा है कि आरोपी उसकी पत्नी को नुक्सान पहुंचा सकते हैं तथा उनसे उसे भी जान-माल का खतरा है।
पिस्तौल की नोक पर टाटा ऐस लूटी
डबवाली (लहू की लौ) गांव माना के पास तीन अज्ञात लोगों ने पिस्तौल की नोक पर टाटा ऐस मालिक से टाटा ऐस और हजारों रूपये की नकदी लूट ली और उसे बांध कर नहरों के पास फेंक गये।
मंडी किलियांवाली के मालवा रोड़ निवासी तरनदीप सियाल पुत्र हरिन्द्रजीत सियाल ने बताया कि बुधवार सुबह वह अपने घर के आगे अपनी टाटा ऐस गाड़ी को धो रहा था कि इसी दौरान उसके पास दो व्यक्ति आये और कहने लगे कि उन्होंने गांव माना से भैंस लेकर आनी है। इस पर उसने उनसे 500 रूपये किराया की मांग की लेकिन आपसी समझौते से 350 रूपये में किराया तय हो गया।
ऐस मालिक के अनुसार वह दोनों लोग उसके साथ उसकी गाड़ी में बैठ गये और माना की ओर रवाना हो गये तथा उनका एक अन्य साथी मारूति कार के साथ उनके साथ हो लिया। वह अभी सिंघेवाला-बादल लिंक रोड़ पर जा ही रहे थे कि गांव माना से पहले उन्होंने गाड़ी को कच्चे में यह कहते हुए मुड़वा दिया कि निकटवर्ती ढाणी से उन्होंने भैंस को लादना है। थोड़ी ही दूर में उसे एक खेत में पड़ी पराली को गाड़ी में लादने के लिए कहा और स्वयं अपनी पास रखी बोतल से पानी पीने लगे। थोड़ी देर बाद जब वह पराली गाड़ी में डाल रहा था तो उनमें से एक ने उसकी कमर पर पिस्तौल लगा दी और दूसरे ने उसके मफलर से उसके हाथ बांध दिये। इन्हीं में से एक ने उसके कंधे से टीका लगा दिया और वह बेहोश होने लगा।
अर्धबेहोशी की हालत में उसे उन लोगों ने टाटा ऐस में डाल लिया और उसे लालबाई होते हुए अबुलखुराना की बड़ी नहरों की ओर ले गये। नहरों पर पहुंच कर उससे उसकी जेब में रखी 10 हजार रूपये की नकदी, मोबाइल तथा हाथ की अंगुली में डाली सोने की अंगूठी लूट ली और उसका मुंह, आंख, पैर बांध कर नहर में फेंकने लगे तो उसने मिन्नत खुशामद की तो लुटेरों का मन पिघल गया और उसे बंधी हुई हालत में फेंक कर ऐस गाड़ी लेकर फरार हो गये।
उसने जैसे-तैसे अपने को बंधन से मुक्त करके उसने इसकी जानकारी नहर पर डयूटी दे रहे व्यक्तियों को दी और उनके मोबाइल से घर पर और पुलिस को फोन किया। थाना लम्बी पुलिस ने तरणदीप सियाल की शिकायत पर अज्ञात युवकों के खिलाफ धारा 382, 341, 34 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके लुटेरों की तालाश शुरू कर दी है।
मंडी किलियांवाली के मालवा रोड़ निवासी तरनदीप सियाल पुत्र हरिन्द्रजीत सियाल ने बताया कि बुधवार सुबह वह अपने घर के आगे अपनी टाटा ऐस गाड़ी को धो रहा था कि इसी दौरान उसके पास दो व्यक्ति आये और कहने लगे कि उन्होंने गांव माना से भैंस लेकर आनी है। इस पर उसने उनसे 500 रूपये किराया की मांग की लेकिन आपसी समझौते से 350 रूपये में किराया तय हो गया।
ऐस मालिक के अनुसार वह दोनों लोग उसके साथ उसकी गाड़ी में बैठ गये और माना की ओर रवाना हो गये तथा उनका एक अन्य साथी मारूति कार के साथ उनके साथ हो लिया। वह अभी सिंघेवाला-बादल लिंक रोड़ पर जा ही रहे थे कि गांव माना से पहले उन्होंने गाड़ी को कच्चे में यह कहते हुए मुड़वा दिया कि निकटवर्ती ढाणी से उन्होंने भैंस को लादना है। थोड़ी ही दूर में उसे एक खेत में पड़ी पराली को गाड़ी में लादने के लिए कहा और स्वयं अपनी पास रखी बोतल से पानी पीने लगे। थोड़ी देर बाद जब वह पराली गाड़ी में डाल रहा था तो उनमें से एक ने उसकी कमर पर पिस्तौल लगा दी और दूसरे ने उसके मफलर से उसके हाथ बांध दिये। इन्हीं में से एक ने उसके कंधे से टीका लगा दिया और वह बेहोश होने लगा।
अर्धबेहोशी की हालत में उसे उन लोगों ने टाटा ऐस में डाल लिया और उसे लालबाई होते हुए अबुलखुराना की बड़ी नहरों की ओर ले गये। नहरों पर पहुंच कर उससे उसकी जेब में रखी 10 हजार रूपये की नकदी, मोबाइल तथा हाथ की अंगुली में डाली सोने की अंगूठी लूट ली और उसका मुंह, आंख, पैर बांध कर नहर में फेंकने लगे तो उसने मिन्नत खुशामद की तो लुटेरों का मन पिघल गया और उसे बंधी हुई हालत में फेंक कर ऐस गाड़ी लेकर फरार हो गये।
उसने जैसे-तैसे अपने को बंधन से मुक्त करके उसने इसकी जानकारी नहर पर डयूटी दे रहे व्यक्तियों को दी और उनके मोबाइल से घर पर और पुलिस को फोन किया। थाना लम्बी पुलिस ने तरणदीप सियाल की शिकायत पर अज्ञात युवकों के खिलाफ धारा 382, 341, 34 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके लुटेरों की तालाश शुरू कर दी है।
जन समस्याओं को लेकर सीपीआई कार्यकर्ताओं ने की नारेबाजी
डबवाली (लहू की लौ) गांव नरसिंह कलोनी में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पार्टी के जिला सचिव जगजीत सिंह जोगा के नेतृत्व में पंजाब सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और बेरोजगारों को नरेगा के तहत उनका हक दिये जाने का अनुरोध किया।
इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए सीपीआई के जिला बठिण्डा सचिव जगजीत सिंह जोगा ने बताया कि बढ़ती हुई महंगाई ने आम नागरिक की कमर तोड़ दी है। इसके बावजूद पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल और मनोरंजन कालिया ने संयुक्त रूप से सरकार को एक रिपोर्ट देकर किसानों के 100 यूनिट बिजली को छीन लिया है। उन्होंने छीने गये इन यूनिटों को फिर से बहाल करने की मांग की।
इस मौके पर उन्होंने बताया कि वे हैरान हैं कि इस कमर तोड़ महंगाई के बावजूद नरेगा के तहत जॉब कार्ड नहीं बनाये जा रहे हैं, जिनको जॉब कार्ड दिये गये हैं, उनको काम नहीं दिया जा रहा, राशन कार्ड बनाये नहीं जा रहे, राशन डिपुओं पर दिये जाने वाले आटा-दाल में कटौती कर दी गई है। इस मौके पर सीपीआई कार्यकर्ताओं ने पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इस अवसर पर बीबी जसवीर कौर प्रधान स्त्री सभा बठिण्डा, गुरमुख सिंह बादल मजदूर नेता पंजाब खेत मजदूर सभा, हरबन्स सिंह, चरणजीत सिंह बनवाला जिला प्रधान पंजाब किसान सभा, रमेश कुमार मंगला आदि उपस्थित थे। इस मौके पर स्थापित की गई गांव की स्त्री सभा में गुजरां देवी, बलवीर कौर, शीला देवी, बलजीत कौर, रानी कौर आदि को शामिल किया गया।
इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए सीपीआई के जिला बठिण्डा सचिव जगजीत सिंह जोगा ने बताया कि बढ़ती हुई महंगाई ने आम नागरिक की कमर तोड़ दी है। इसके बावजूद पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल और मनोरंजन कालिया ने संयुक्त रूप से सरकार को एक रिपोर्ट देकर किसानों के 100 यूनिट बिजली को छीन लिया है। उन्होंने छीने गये इन यूनिटों को फिर से बहाल करने की मांग की।
इस मौके पर उन्होंने बताया कि वे हैरान हैं कि इस कमर तोड़ महंगाई के बावजूद नरेगा के तहत जॉब कार्ड नहीं बनाये जा रहे हैं, जिनको जॉब कार्ड दिये गये हैं, उनको काम नहीं दिया जा रहा, राशन कार्ड बनाये नहीं जा रहे, राशन डिपुओं पर दिये जाने वाले आटा-दाल में कटौती कर दी गई है। इस मौके पर सीपीआई कार्यकर्ताओं ने पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इस अवसर पर बीबी जसवीर कौर प्रधान स्त्री सभा बठिण्डा, गुरमुख सिंह बादल मजदूर नेता पंजाब खेत मजदूर सभा, हरबन्स सिंह, चरणजीत सिंह बनवाला जिला प्रधान पंजाब किसान सभा, रमेश कुमार मंगला आदि उपस्थित थे। इस मौके पर स्थापित की गई गांव की स्त्री सभा में गुजरां देवी, बलवीर कौर, शीला देवी, बलजीत कौर, रानी कौर आदि को शामिल किया गया।
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