नयी दिल्ली। देखते-देखते एक और साल गुजरने को है और २०१० की हलकी सी दस्तक सुनाई देने लगी है। बीते बरस में चंद्रमा पर पानी की खोज, अमेरिका में अश्वेत राष्ट्रपति का चुनाव और राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल की सुखोई में उड़ान जैसी बड़ी और अपने तरह की पहली घटनाओं की सुखिर्यो के बीच कुछ ऐसी अनूठी बातें भी पहली बार हुईं, जो आने वाले वर्ष में एक मिसाल बनकर रहेंगी। आने वाले वर्ष में भी इस तरह की घटनाएं होगी, लेकिन तब भी इस बरस पहली बार हुई इन घटनाओं को याद जरूर किया जाएगा। राष्ट्रपति र्पतिभा पाटिल ने २५ नवंबर को सुखोई-३० एमकेआई लड़ाकू विमान से उड़ान भर कर अपने नाम एक रिकॉर्ड दर्ज करा लिया।
रूस निर्मित सुखोई में ३० मिनट की उड़ान भर कर प्रतिभा ऐसा करने वाली किसी भी देश की पहली महिला राष्ट्राध्यक्ष बन गईं। चौहत्तर वर्षीय प्रतिभा ने किसी भी युद्धक विमान में ३० मिनट की यात्रा करने वाली सबसे उम्रदराज महिला का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया। पिछले साल २२ अक्तूबर २००८ चंर्दमा के रहस्य सुलझाने के लिए भारत द्वारा प्रक्षेपित पहले मानवरहित मिशन 'चंर्दयान—१Ó ने पृथ्वी के इकलौते उपग्रह पर इस साल पानी की खोज कर भारत के खाते में एक और उपलब्धि दर्ज करा दी।
चंर्दयान-१ के साथ भेजे गए नासा के उपकरण 'मून मिनरलोजी मैपर एम-३Ó ने चंर्द्रयान१ द्वारा जुटाए गए विवरण का विश्लेषण कर चंर्दमा पर पानी के अस्तित्व की पुष्टि कर दी। इस खोज ने चार दशक से चले आ रहे इन कयासों पर विराम लगा दिया कि चंर्दमा पर पानी है या नहीं।
अमेरिका के इतिहास में नया अध्याय जोड़ते हुए बराक ओबामा ने २० जनवरी को देश के ४४ वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। महत्वपूर्ण बात यह है कि यह करिश्माई डेमोक्रेट नेता अमेरिका का पहला अश्वेत राष्ट्रपति है। आंध्र र्पदेश में भगवान वेंकटेश्वर के मंदिर में भक्तजनों को दिए जाने वाले 'तिरपति लड्डूÓ को भौगोलिक कापीराइट प्रदान किया जाना इस वर्ष की एक अनूठी घटना रही। अब अन्य कोई भी इसी नाम से लड्डू न तो बना सकेगा और न ही इसकी मार्केटिंग कर सकेगा।
तिरमाला पहाड़ी पर वेंकटेश्वर मंदिर की देखरेख करने वाले ट्रस्ट तिरमाला-तिरपति देवस्थानम ने पिछले साल मार्च में चेन्नई स्थित ''जियोग्राफिकल इंडिकेशन रजिस्ट्रीÓÓ में लड्डू के भौगोलिक कापीराइट के लिए आवेदन किया था और सितंबर में उसे यह अधिकार मिल गया।
तिरुपति के लड्डू और दार्जिलिंग की चाय के साथ साथ जीआई तमगा बनारसी साडिय़ों को भी मिल गया। उम्दा गुणवत्ता एवं बुनाई के लिए प्रसिद्ध बनारसी साडिय़ां सितंबर में विशिष्ट भौगोलिक पहचान जीआई दर्जा मिलने के साथ ही कई संरक्षित वस्तुओं की सूची में शामिल हो गईं। कुदरत की सबसे खूबसूरत कलाकृतियों को राष्ट्रीय चिन्ह का दर्जा देकर उनके संरक्षण को बढ़ावा देने की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए सरकार ने गंगा की डाल्फिन को इस साल राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित कर दिया। यह पहला मौका है जब किसी जलचर को राष्ट्रीय जीव घोषित किया गया है। सितंबर माह में र्पधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में हुई गंगा नदी घाटी प्राधिकरण की बैठक में लुप्तप्राय: गंगा डालफिन को राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित करने का निर्णय किया गया। दरअसल गंगा नदी के जलस्तर में कमी आने और बढ़ते र्पदूषण के कारण यह खूबसूरत प्राणी अपने अस्तित्व के लिए संघषर्रत है। हालत यह है कि आज २००० से भी कम गंगा डालफिन बची हैं। यह अनूठी डालफिन दृष्टिहीन है और केवल अपने सूंघने की शक्ति से अपना जीवन बसर करती है।
अमेरिका में भारतीय समुदाय के लोगों के योगदान को जब तब सराहा जाता रहा है। लेकिन राष्ट्रपति ओबामा पर भारत का रंग गहरा चढ़े होने की झलक तब साफ दिखाई दी, जब इस वर्ष व्हाइट हाउस में पहली बार प्रकाश का त्यौहार दीपावली और गुरूनानक देव का जन्मदिन गुरूपर्व के रूप में धूमधाम से बनाया गया। इस मौके पर अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के पाठियों ने मनोहर प्रस्तुति दी और समारोह में पूरे अमेरिका में रहने वाले सिख समुदाय के लोगों ने भाग लिया। व्हाइट हाउस के ऑफिस ऑफ पब्लिक इंगेजमेंट द्वारा आयोजित यह समारोह राष्ट्रपति ओबामा की खास पहल पर हुआ। दक्षिण अफ्रीकी नेता नेल्सन मंडेला द्वारा शांति के क्षेत्र में दिए योगदान का सम्मान करने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने पहली बार १८ जुलाई को 'अंतरराष्ट्रीय नेल्सन मंडेला दिवसÓ घोषित कर दिया। विश्व संस्था की १९२ सदस्यीय महासभा में इस संबंध में ११ नवंबर को सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसके तहत २०१० से हर साल इस दिन को अंतरराष्ट्रीय नेल्सन मंडेला दिवस के रूप में मनाया जाएगा। दक्षिण अफ्रीका के १९९४ से १९९९ तक राष्ट्रपति रहे मंडेला आज भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मानवाधिकारों और अन्य वैश्विक मुद्दों पर लोगों के लिए आवाज उठा रहे हैं।
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Lahoo Ki Lau
14 दिसंबर 2009
पुरुषों को भी होता है जुदाई का गम
मुम्बई । अगर आप सोचते हैं कि जुदाई का गम सिर्फ लड़कियों को ही होता है तो यह विचार बदलने की जरूरत है। दरअसल लड़कियों से भी ज्यादा दुख लड़कों को होता है। उनके लिए भी रिश्ते से बाहर आने और पुराने प्यार को भुला पाना बहुत आसान नहीं होता है। डेट डॉट कॉम नाम की वेबसाइट द्वारा कराए गए सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है। यहां तक कि बुरे लड़के यानी बैड बॉयज भी इस दुख को झेलते हैं। हालांकि लड़कियों को यह दुख कम होता है। रिश्ते से बाहर निकलने के बाद वो जल्द ही नई डेट पर चली जाती हैं। वेबसाइट के मुताबिक ८५ प्रतिशत पुरुषों ने स्वीकार किया है कि ब्रेकअप के बाद वो अवसाद में चले गए थे। वहीं महिलाओं के मामले में यह संख्या सिर्फ ८ प्रतिशत रही।
12 दिसंबर 2009
स्कूलों का ओचक्क निरीक्षण
बनवाला (जसवन्त जाखड़) जिला शिक्षा अधिकारी आशा किरण ग्रोवर ने शुक्रवार को कई स्कूलों का ओचक्क निरीक्षण किया।
ओचक्क निरीक्षण के दौरान उन्होंने गांव पंजुआना में स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के दो अध्यापकों की अनुपस्थिति लगाते हुए उनके विरूद्ध विभागीय कार्रवाई करने के आदेश दिए। पंजुआना के अलावा उन्होंने आज सहुवाला, बनवाला, रत्ताखेड़ा, रिसालियाखेड़ा व बिज्जूवाली आदि विद्यालयों का निरीक्षण किया।
आशा किरण ग्रोवर ने पंजुआना के हाई स्कूल में सुबह करीब साढ़े सात बजे पहुंची और दो घंटे तक रूकी। इस दौरान स्कूल के ज्यादातर अध्यापक व स्टाफ आठ बजे के बाद ही पहुंचे जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी ने उनसे जवाब तलबी की। इसी दौरान एक शिक्षक रजिस्टर में हाजिरी लगाकर स्कूल से गायब हो गया। इस पर उन्होंने सख्त रूख अपनाते हुए दो शिक्षकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने स्कूलों में सफाई व्यवस्था बनाए रखने व अनुशासन में रहते हुए कार्य करने के निर्देश दिए। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा स्कूलों का निरीक्षण करने के दौरान स्कूली शिक्षकों व अन्य स्टाफ में हडकंप मचा रहा। जिला शिक्षा अधिकारी ने विभिन्न स्कूलों में बच्चों के दोपहर के भोजन की जानकारी ली और स्कूलों के हाजिरी रजिस्टर व रिकार्ड जांचा।
ओचक्क निरीक्षण के दौरान उन्होंने गांव पंजुआना में स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के दो अध्यापकों की अनुपस्थिति लगाते हुए उनके विरूद्ध विभागीय कार्रवाई करने के आदेश दिए। पंजुआना के अलावा उन्होंने आज सहुवाला, बनवाला, रत्ताखेड़ा, रिसालियाखेड़ा व बिज्जूवाली आदि विद्यालयों का निरीक्षण किया।
आशा किरण ग्रोवर ने पंजुआना के हाई स्कूल में सुबह करीब साढ़े सात बजे पहुंची और दो घंटे तक रूकी। इस दौरान स्कूल के ज्यादातर अध्यापक व स्टाफ आठ बजे के बाद ही पहुंचे जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी ने उनसे जवाब तलबी की। इसी दौरान एक शिक्षक रजिस्टर में हाजिरी लगाकर स्कूल से गायब हो गया। इस पर उन्होंने सख्त रूख अपनाते हुए दो शिक्षकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने स्कूलों में सफाई व्यवस्था बनाए रखने व अनुशासन में रहते हुए कार्य करने के निर्देश दिए। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा स्कूलों का निरीक्षण करने के दौरान स्कूली शिक्षकों व अन्य स्टाफ में हडकंप मचा रहा। जिला शिक्षा अधिकारी ने विभिन्न स्कूलों में बच्चों के दोपहर के भोजन की जानकारी ली और स्कूलों के हाजिरी रजिस्टर व रिकार्ड जांचा।
पुलिस संदेह के घेरे में
डबवाली (लहू की लौ) स्टेट वेयर हाऊस कार्पोरेशन के गोदाम में पड़ी हजारों बोरी गेहूं पर पानी की स्प्रे करने का मामला जैसे-जैसे कार्पोरेशन के अधिकारी और पुलिस दबाने का प्रयास कर रहे हैं, वैसे ही वे उलझते जा रहे हैं और इसको लेकर नये-नये सवाल खड़े हो रहे हैं। इस मामले का होमगार्ड विभाग ने भी संज्ञान लेते हुए अपने होमगार्ड जवानों के पक्ष में उतरने का फैसला लिया है। ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सकें।
पता चला है कि जिला सिरसा होमगार्ड के कम्पनी कमाण्डर गंगाजल बिश्नोई ने वीरवार देर शाम को डबवाली का दौरा किया और स्टेट वेयर हाऊस कार्पोरेशन के गोदाम में डयूटी पर तैनात होमगार्ड जवानों को नशीला भुजिया खिलाकर बेहोश करने और बाद में कार्पोरेशन के दो चौकीदारों द्वारा गेहूं की बोरियों पर पानी का स्प्रे करने और होमगार्ड जवानों द्वारा इस मामले को पुलिस तथा विभाग के पास उठाये जाने के बाद इसे दबाने के सम्बन्ध में होमगार्ड जवानों से जानकारी प्राप्त की। इस मौके पर होमगार्ड जवान इन्द्राज तथा अशोक ने आप बीती सुनाई और इस बात की पुष्टि की कि गेहूं पर पानी की स्प्रे की गई। लेकिन बाद में उन पर दबाव डालकर पुलिस ने यह लिखवा लिया कि यह शिकायत गलत-फहमी में हुई और वे इस पर कार्यवाही नहीं करवाना चाहते।
जांच अधिकारी होमगार्ड कम्पनी कमाण्डर गंगाजल बिश्नोई से इस संवाददाता ने शुक्रवार को जब मोबाइल पर सम्पर्क किया तो उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि होमगार्ड जवानों ने जो देखा था उसकी शिकायत पुलिस को की और बाद में उन पर दबाव डालकर कार्यवाही न किये जाने की बात लिखवा ली। अब वे अपने तौर पर इसकी रिपोर्ट बनाकर होमगार्ड के उच्च अधिकारियों तथा हरियाणा सरकार के पास भेजेंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि होमगार्ड के जवान सच्चाई पर डटे हुए हैं। बातचीत में बिश्नोई ने आगे बताया कि उन्होंने पुलिस के जांच अधिकारी एसआई कृष्ण लाल परदेसी से बात की और मामले की असलीयत जानी। इस बातचीत के दौरान होमगार्ड के कम्पनी कमाण्डर ने पुलिस की भूमिका पर भी संदेह व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस ने होमगार्ड जवानों को नशीला भुजिया खिलाने की घटना सामने आने के बाद उनका डॉक्टरी जांच न करवाकर जांच की निष्पक्षता पर प्रश्न चिन्ह लगाया है। उनके अनुसार होमगार्ड जवानों की पुलिस को डॉक्टरी जांच करवानी चाहिए थी।
गेहूं पर पानी की स्प्रे करना राष्ट्रीय सम्पत्ति का नुक्सान-भारूखेड़ा
गेहूं पर पानी का छिड़काव एजेंसी अधिकारियों की पुरानी आदत-बांसल
स्टेट वेयर हाऊस कार्पोरेशन के गोदाम में पड़ी हजारों बोरी गेहूं पर पानी की स्प्रे किये जाने के मामले को किसान यूनियन ने भी गंभीर रूप से लेते हुए इस पूरे प्रकरण की जांच करवाकर दोषियों को दण्डित करने की मांग की है।
भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने कहा कि किसान लगन और मेहनत से गेहूं का उत्पादन करके देश के अन्न भण्डार को भरता है। लेकिन कुछ भ्रष्ट अधिकारी किसान की इस मेहनत पर पानी फेरते हुए अपने स्वार्थ के लिए सरकार और लोगों को चूना लगाने की नियत से इस गेहूं पर पानी का स्प्रे करते हैं। जिसका सीधा नुक्सान देश की गरीब जनता को होता है।
उन्होंने कहा कि सरकारी गेहूं पर पानी की स्प्रे करके उसके वजन को बढ़ाने का प्रयास करना सामाजिक तौर पर ही नहीं बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी दण्डनीय अपराध है। राष्ट्र की सम्पत्ति को इस प्रकार से नुक्सान पहुंचाने की हिमाकत करने वालों पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए।
इधर कच्चा आढ़तिया एसोसिएशन ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है। एसोसिएशन के प्रधान प्रकाश चन्द बांसल ने बताया कि वह सरकारी खरीद एजेंसियों को मण्डी से गेहूं खरीदते समय 50 किलो 700 ग्राम का वजन प्रत्येक बोरी के पीछे देते हैं। अगर ज्यादा गर्मी पडऩे के कारण इसमें नमी कम हो जाती है तो इसकी कटौती भी विभाग उनसे लेते हैं। उनके अनुसार अक्सर मौसम बदलने से गेहूं में फिर से नमी आ जाती है। बरसात के बाद तो अक्सर ऐसा होता रहा है। लेकिन इस बार बरसात नहीं हुई, जिसके चलते वजन में बढ़ौतरी स्वाभाविक तौर पर नहीं होनी थी और इसकी पूर्ति के लिए विभाग पानी की स्प्रे कर रहे हैं। यह बढ़ौतरी भ्रष्ट अधिकारी आपस में बांटकर चांदी कूटते हैं। उन्होंने कहा कि स्टेट वेयर हाऊस कार्पोरेशन के इस पानी के स्प्रे प्रकरण की जांच निष्पक्षता से होनी चाहिए और दोषी दण्डित होने चाहिए। ताकि भविष्य में इस प्रकार की पुनर्रावृत्ति न हो।
पता चला है कि जिला सिरसा होमगार्ड के कम्पनी कमाण्डर गंगाजल बिश्नोई ने वीरवार देर शाम को डबवाली का दौरा किया और स्टेट वेयर हाऊस कार्पोरेशन के गोदाम में डयूटी पर तैनात होमगार्ड जवानों को नशीला भुजिया खिलाकर बेहोश करने और बाद में कार्पोरेशन के दो चौकीदारों द्वारा गेहूं की बोरियों पर पानी का स्प्रे करने और होमगार्ड जवानों द्वारा इस मामले को पुलिस तथा विभाग के पास उठाये जाने के बाद इसे दबाने के सम्बन्ध में होमगार्ड जवानों से जानकारी प्राप्त की। इस मौके पर होमगार्ड जवान इन्द्राज तथा अशोक ने आप बीती सुनाई और इस बात की पुष्टि की कि गेहूं पर पानी की स्प्रे की गई। लेकिन बाद में उन पर दबाव डालकर पुलिस ने यह लिखवा लिया कि यह शिकायत गलत-फहमी में हुई और वे इस पर कार्यवाही नहीं करवाना चाहते।
जांच अधिकारी होमगार्ड कम्पनी कमाण्डर गंगाजल बिश्नोई से इस संवाददाता ने शुक्रवार को जब मोबाइल पर सम्पर्क किया तो उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि होमगार्ड जवानों ने जो देखा था उसकी शिकायत पुलिस को की और बाद में उन पर दबाव डालकर कार्यवाही न किये जाने की बात लिखवा ली। अब वे अपने तौर पर इसकी रिपोर्ट बनाकर होमगार्ड के उच्च अधिकारियों तथा हरियाणा सरकार के पास भेजेंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि होमगार्ड के जवान सच्चाई पर डटे हुए हैं। बातचीत में बिश्नोई ने आगे बताया कि उन्होंने पुलिस के जांच अधिकारी एसआई कृष्ण लाल परदेसी से बात की और मामले की असलीयत जानी। इस बातचीत के दौरान होमगार्ड के कम्पनी कमाण्डर ने पुलिस की भूमिका पर भी संदेह व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस ने होमगार्ड जवानों को नशीला भुजिया खिलाने की घटना सामने आने के बाद उनका डॉक्टरी जांच न करवाकर जांच की निष्पक्षता पर प्रश्न चिन्ह लगाया है। उनके अनुसार होमगार्ड जवानों की पुलिस को डॉक्टरी जांच करवानी चाहिए थी।
गेहूं पर पानी की स्प्रे करना राष्ट्रीय सम्पत्ति का नुक्सान-भारूखेड़ा
गेहूं पर पानी का छिड़काव एजेंसी अधिकारियों की पुरानी आदत-बांसल
स्टेट वेयर हाऊस कार्पोरेशन के गोदाम में पड़ी हजारों बोरी गेहूं पर पानी की स्प्रे किये जाने के मामले को किसान यूनियन ने भी गंभीर रूप से लेते हुए इस पूरे प्रकरण की जांच करवाकर दोषियों को दण्डित करने की मांग की है।
भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने कहा कि किसान लगन और मेहनत से गेहूं का उत्पादन करके देश के अन्न भण्डार को भरता है। लेकिन कुछ भ्रष्ट अधिकारी किसान की इस मेहनत पर पानी फेरते हुए अपने स्वार्थ के लिए सरकार और लोगों को चूना लगाने की नियत से इस गेहूं पर पानी का स्प्रे करते हैं। जिसका सीधा नुक्सान देश की गरीब जनता को होता है।
उन्होंने कहा कि सरकारी गेहूं पर पानी की स्प्रे करके उसके वजन को बढ़ाने का प्रयास करना सामाजिक तौर पर ही नहीं बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी दण्डनीय अपराध है। राष्ट्र की सम्पत्ति को इस प्रकार से नुक्सान पहुंचाने की हिमाकत करने वालों पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए।
इधर कच्चा आढ़तिया एसोसिएशन ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है। एसोसिएशन के प्रधान प्रकाश चन्द बांसल ने बताया कि वह सरकारी खरीद एजेंसियों को मण्डी से गेहूं खरीदते समय 50 किलो 700 ग्राम का वजन प्रत्येक बोरी के पीछे देते हैं। अगर ज्यादा गर्मी पडऩे के कारण इसमें नमी कम हो जाती है तो इसकी कटौती भी विभाग उनसे लेते हैं। उनके अनुसार अक्सर मौसम बदलने से गेहूं में फिर से नमी आ जाती है। बरसात के बाद तो अक्सर ऐसा होता रहा है। लेकिन इस बार बरसात नहीं हुई, जिसके चलते वजन में बढ़ौतरी स्वाभाविक तौर पर नहीं होनी थी और इसकी पूर्ति के लिए विभाग पानी की स्प्रे कर रहे हैं। यह बढ़ौतरी भ्रष्ट अधिकारी आपस में बांटकर चांदी कूटते हैं। उन्होंने कहा कि स्टेट वेयर हाऊस कार्पोरेशन के इस पानी के स्प्रे प्रकरण की जांच निष्पक्षता से होनी चाहिए और दोषी दण्डित होने चाहिए। ताकि भविष्य में इस प्रकार की पुनर्रावृत्ति न हो।
11 दिसंबर 2009
गेहूं भिगोने के मामले पर कहानियां गढ़ कर की जा रही है लीपापोती
डबवाली (लहू की लौ) स्टेट वेयर हाऊस कार्पाेरेशन की गेहूं की हजारों बोरियों पर पानी स्प्रे करने का मामला अभी तक सुलग रहा है। हालांकि इस मामले से उठी आग पर पानी डालने का प्रयास विभाग के डीएम से लेकर पुलिस के जांच अधिकारी तक कर चुके हैं।
भीगे गेहूं की जांच के मामले को पुलिस यह कहकर दबाने के प्रयास में है कि इसकी शिकायत करने वाले होमगार्ड जवान इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं करवाना चाहते। लेकिन कारपोरेशन के अधिकारी इस मामले को केवल ओस की कहानी गढ़ कर लीपापोती करने में लगे हुए हैं। चूंकि इस मामले में केवल चौकीदार ही नहीं बल्कि अधिकारी भी मिले हुए दिखाई देने लगे हैं।
स्टेट वेयर हाऊस कार्पाेरेशन के जिला प्रबन्धक एम.एल. वर्मा से वीरवार को फिर इस संवाददाता ने मोबाइल पर बातचीत की और उनसे सवाल पूछा कि बुधवार शाम को आप जांच पर आये थे, तो क्या आपने संदिग्ध गेहूं के नमूने लिये, तो उन्होंने कहा कि नमूने नहीं लिये। लेकिन गेहूं में नमी को टैस्ट किया था, जो सही पाई गई। उनसे जब यह सवाल किया गया कि ओस से केवल दो स्टेग ही क्यों भीगे साथ वाले स्टेग क्यों नहीं भीगे तो इस पर उन्होंने कहा कि जांच अभी चल रही है। उनसे यह भी सवाल किया गया कि अगर पानी का स्प्रे नहीं किया गया था तो स्टेग पर डाली गई, पोलोथीन की तरपेल पर पानी कहां से आ गया। लेकिन इसका वे जवाब नहीं दे पाये और यह कहते हुए कि जांच चल रही है, जांच चल रही है और मोबाइल काट दिया।
यहां यह प्रश्न भी खड़ा होता है कि होमगार्ड जवानों ने स्पष्ट रूप से कहा था कि उन्होंने पाईप से चौकीदारों को पानी डालते हुए पकड़ा है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें जो भुजिया दिया गया, उससे वे बेहोश हो गये। फिर वह गलतफहमी की बात कैसे कह रहे हैं। अगर पुलिस को गलत सूचना दी गई है, तो पुलिस ने उनके खिलाफ 182 क्यों नहीं बनाई। अगर सूचना सही है और उन पर कोई दबाव डाला गया है तो पुलिस निष्पक्षता से जांच क्यों नहीं कर रही। इस प्रकार जांच को प्रभावित करने के लिए जो हथकंडे अपनाये जा रहे हैं, उससे साफ हो रहा है कि कहीं न कहीं दाल में कुछ काला है। इधर जानकार सूत्रों से पता चला है कि इस मामले को राजनीतिक दबाव के तहत दबाने के प्रयास किये जा रहे हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि एक कांग्रेसी नेता ने होमगार्ड जवानों पर यह कहकर दबाव डाला है कि इसमें गरीब मारे जाएंगे, जो भी है मिल बैठकर सुलझा लो।
इस जांच में यह सवाल भी पैदा होता है कि कार्पोरेशन का जिला अधिकारी जांच पर 34 घण्टों के बाद पहुंचता है। तब तक तो कुछ भी बदला जा सकता है और कुछ भी परिवर्तन किया जा सकता है। दूसरा यह कि जब गेहूं के नमूने ही नहीं लिये गये तो फिर जांच कैसी और जांच रिपोर्ट भी कैसी होगी। इसका अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है।
भीगे गेहूं की जांच के मामले को पुलिस यह कहकर दबाने के प्रयास में है कि इसकी शिकायत करने वाले होमगार्ड जवान इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं करवाना चाहते। लेकिन कारपोरेशन के अधिकारी इस मामले को केवल ओस की कहानी गढ़ कर लीपापोती करने में लगे हुए हैं। चूंकि इस मामले में केवल चौकीदार ही नहीं बल्कि अधिकारी भी मिले हुए दिखाई देने लगे हैं।
स्टेट वेयर हाऊस कार्पाेरेशन के जिला प्रबन्धक एम.एल. वर्मा से वीरवार को फिर इस संवाददाता ने मोबाइल पर बातचीत की और उनसे सवाल पूछा कि बुधवार शाम को आप जांच पर आये थे, तो क्या आपने संदिग्ध गेहूं के नमूने लिये, तो उन्होंने कहा कि नमूने नहीं लिये। लेकिन गेहूं में नमी को टैस्ट किया था, जो सही पाई गई। उनसे जब यह सवाल किया गया कि ओस से केवल दो स्टेग ही क्यों भीगे साथ वाले स्टेग क्यों नहीं भीगे तो इस पर उन्होंने कहा कि जांच अभी चल रही है। उनसे यह भी सवाल किया गया कि अगर पानी का स्प्रे नहीं किया गया था तो स्टेग पर डाली गई, पोलोथीन की तरपेल पर पानी कहां से आ गया। लेकिन इसका वे जवाब नहीं दे पाये और यह कहते हुए कि जांच चल रही है, जांच चल रही है और मोबाइल काट दिया।
यहां यह प्रश्न भी खड़ा होता है कि होमगार्ड जवानों ने स्पष्ट रूप से कहा था कि उन्होंने पाईप से चौकीदारों को पानी डालते हुए पकड़ा है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें जो भुजिया दिया गया, उससे वे बेहोश हो गये। फिर वह गलतफहमी की बात कैसे कह रहे हैं। अगर पुलिस को गलत सूचना दी गई है, तो पुलिस ने उनके खिलाफ 182 क्यों नहीं बनाई। अगर सूचना सही है और उन पर कोई दबाव डाला गया है तो पुलिस निष्पक्षता से जांच क्यों नहीं कर रही। इस प्रकार जांच को प्रभावित करने के लिए जो हथकंडे अपनाये जा रहे हैं, उससे साफ हो रहा है कि कहीं न कहीं दाल में कुछ काला है। इधर जानकार सूत्रों से पता चला है कि इस मामले को राजनीतिक दबाव के तहत दबाने के प्रयास किये जा रहे हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि एक कांग्रेसी नेता ने होमगार्ड जवानों पर यह कहकर दबाव डाला है कि इसमें गरीब मारे जाएंगे, जो भी है मिल बैठकर सुलझा लो।
इस जांच में यह सवाल भी पैदा होता है कि कार्पोरेशन का जिला अधिकारी जांच पर 34 घण्टों के बाद पहुंचता है। तब तक तो कुछ भी बदला जा सकता है और कुछ भी परिवर्तन किया जा सकता है। दूसरा यह कि जब गेहूं के नमूने ही नहीं लिये गये तो फिर जांच कैसी और जांच रिपोर्ट भी कैसी होगी। इसका अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है।
बिजली कर्मचारियों ने हड़ताल कर पंजाब सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
डबवाली (लहू की लौ) टेक्निकल सर्विस यूनियन के सर्कल मुक्तसर के अन्तर्गत आने वाली 25 सब यूनिटों में यूनियन के कार्यकर्ताओं ने वीरवार को एक दिवसीय कलम छोड़-औजार छोड़ हड़ताल करके अपनी मांगों के समर्थन में आवाज उठाई तथा पंजाब सरकार की कर्मचारी और मजदूर विरोधी नीति के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रोष प्रकट किया।
किलियांवाली में पत्रकारों से बातचीत करते हुए यूनियन के सर्कल मुक्तसर प्रधान हेमराज ने बताया कि बिजली कर्मचारियों की मुख्य मांग पंजाब सरकार द्वारा लागू किये जा रहे 2003 बिजली एक्ट को रद्द करवाना है। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार अपने निजी फायदे के लिए एक्ट को लागू करके बिजली बोर्ड को निजी कम्पनियों के हाथों में सौंपना चाहती है। जबकि इस एक्ट के लागू होने से इसका प्रभाव केवल बिजली कर्मचारियों पर ही नहीं बल्कि पंजाब प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। बिजली बोर्ड का निजीकरण होने से निजी कम्पनियां मनमाने ढंग से बिजली के बिल वसूल करेंगी।
सर्कल प्रधान नेे पंजाब सरकार पर मजदूर और कर्मचारी हितैषी होने का ढोंग रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि 1991 में सूबे में बिजली बोर्ड में करीब 1 लाख 50 हजार कर्मचारी कार्यरत थे। लेकिन वर्तमान समय में बिजली कर्मचारियों की संख्या केवल 58 हजार है। 1991 से ही बिजली बोर्ड में भर्ती न होने के कारण एक-एक कर्मचारी तीन-तीन कार्य करने को मजबूर है।
हेमराज ने सरकार पर कर्मचारियों का शोषण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने 1930 से चले आ रहे पे-स्केल के नियमों का ताक पर रखते हुए गत माह नया पे-स्केल जारी कर दिया। जिसके तहत कर्मचारी का पे-स्केल महंगाई के अनुसान न बढ़ाकर घोषित पे-स्केल भी कम कर दिया गया।
सर्कल प्रधान ने कहा कि पंजाब सरकार 9 बार बिजली बोर्ड को भंग करने के अपने आदेश को आगे डाल चुकी है। अब समय आ गया है कि सरकार इसे एक्ट को वापिस ले। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने वर्तमान विधानसभा सैशन के दौरान इस एक्ट को वापिस नहीं लिया तो कर्मचारी अन्य जन संगठनों के साथ मिलकर सरकार के खिलाफ संघर्ष चलाने को बाध्य होंगे।
इस मौके पर पंजाब खेत मजदूर यूनियन के रूलदू सिंह, सुक्खा सिंह, नानक चन्द, आरएमपी डॉक्टर यूनियन के अमरिन्द्र पप्पी, सुखदर्शन सिंह, कांती आदि उपस्थित थे।
इधर उक्त मांगों के समर्थन में पीएसईबी इम्पलाईज यूनियन ने भी यूनिट प्रधान जंगीर सिंह के नेतृत्व में एक दिवसीय हड़ताल रखी और किलियांवाली स्थित बोर्ड के कार्यालय के समक्ष गेट मीटिंग करके पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस अवसर पर हरदेव सिंह सचिव, खजाना राम, नरपाल सिंह, गुरसेवक सिंह, सुखदेव सिंह आदि उपस्थित थे।
किलियांवाली में पत्रकारों से बातचीत करते हुए यूनियन के सर्कल मुक्तसर प्रधान हेमराज ने बताया कि बिजली कर्मचारियों की मुख्य मांग पंजाब सरकार द्वारा लागू किये जा रहे 2003 बिजली एक्ट को रद्द करवाना है। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार अपने निजी फायदे के लिए एक्ट को लागू करके बिजली बोर्ड को निजी कम्पनियों के हाथों में सौंपना चाहती है। जबकि इस एक्ट के लागू होने से इसका प्रभाव केवल बिजली कर्मचारियों पर ही नहीं बल्कि पंजाब प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। बिजली बोर्ड का निजीकरण होने से निजी कम्पनियां मनमाने ढंग से बिजली के बिल वसूल करेंगी।
सर्कल प्रधान नेे पंजाब सरकार पर मजदूर और कर्मचारी हितैषी होने का ढोंग रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि 1991 में सूबे में बिजली बोर्ड में करीब 1 लाख 50 हजार कर्मचारी कार्यरत थे। लेकिन वर्तमान समय में बिजली कर्मचारियों की संख्या केवल 58 हजार है। 1991 से ही बिजली बोर्ड में भर्ती न होने के कारण एक-एक कर्मचारी तीन-तीन कार्य करने को मजबूर है।
हेमराज ने सरकार पर कर्मचारियों का शोषण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने 1930 से चले आ रहे पे-स्केल के नियमों का ताक पर रखते हुए गत माह नया पे-स्केल जारी कर दिया। जिसके तहत कर्मचारी का पे-स्केल महंगाई के अनुसान न बढ़ाकर घोषित पे-स्केल भी कम कर दिया गया।
सर्कल प्रधान ने कहा कि पंजाब सरकार 9 बार बिजली बोर्ड को भंग करने के अपने आदेश को आगे डाल चुकी है। अब समय आ गया है कि सरकार इसे एक्ट को वापिस ले। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने वर्तमान विधानसभा सैशन के दौरान इस एक्ट को वापिस नहीं लिया तो कर्मचारी अन्य जन संगठनों के साथ मिलकर सरकार के खिलाफ संघर्ष चलाने को बाध्य होंगे।
इस मौके पर पंजाब खेत मजदूर यूनियन के रूलदू सिंह, सुक्खा सिंह, नानक चन्द, आरएमपी डॉक्टर यूनियन के अमरिन्द्र पप्पी, सुखदर्शन सिंह, कांती आदि उपस्थित थे।
इधर उक्त मांगों के समर्थन में पीएसईबी इम्पलाईज यूनियन ने भी यूनिट प्रधान जंगीर सिंह के नेतृत्व में एक दिवसीय हड़ताल रखी और किलियांवाली स्थित बोर्ड के कार्यालय के समक्ष गेट मीटिंग करके पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस अवसर पर हरदेव सिंह सचिव, खजाना राम, नरपाल सिंह, गुरसेवक सिंह, सुखदेव सिंह आदि उपस्थित थे।
10 दिसंबर 2009
वित्तीय संकट के लिए हुड्डा सरकार जिम्मेवार-अजय
डबवाली। इनेलो ने हुड्डा सरकार को प्रदेश में गंभीर वित्तिय संकट व खराब आर्थिक हालत के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए सरकार से इस मामले में तुरन्त श्वेतपत्र जारी किए जाने की मांग की है। इनेलो ने छठे वेतन आयोग की सिफारिशों अनुसार कर्मचारियों को मिलने वाले वेतन व भत्तों का बकाया राशि का सरकार द्वारा भुगतान करने में की जा रही आनाकानी की भी कड़े शब्दों में निन्दा करते हुए सरकार से अपने वायदे अनुसार कर्मचारियों को बकाया राशि का भुगतान तुरन्त किए जाने की मांग की है। इनेलो के प्रधान महासचिव अजय सिंह चौटाला ने कहा कि हुड्डा सरकार की गलत नीतियों व सरकारी भ्रष्टाचार के कारण आज प्रदेश की आर्थिक हालत बेहद खराब हो गई है और सरकार रोजमर्रा का कामकाज चलाने के लिए भी कर्जा ले रही है।
अजय चौटाला ने कहा कि 2005 में जब इनेलो ने कांग्रेस को सत्ता सौंपी थी उस समय प्रदेश के खजाने में 1750 करोड़ रुपए सरप्लस राशि थी। उन्होंने कहा कि इस समय प्रदेश पर 13 हजार करोड़ का अतिरिक्त कर्जा हो गया है। सरकार ने अभी एक दिन पहले ही एक हजार करोड़ का कर्जा लिया है। उन्होंने कहा कि पिछले साल छठे वेतन आयोग की सिफारिशें लागू करते समय सरकार ने घोषणा की थी कि कर्मचारियों की वेतन व भत्तों की बकाया 60 फीसदी राशि 2009-10 के दौरान एकमुश्त अदा कर दी जाएगी। इनेलो नेता ने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष के नौ महीने गुजर जाने के बाद भी अभी तक कर्मचारियों को उनकी बकाया राशि का भुगतान नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि अब एक तरफ जहां कर्मचारियों को उनकी बकाया राशि एकमुश्त देने की बजाय अगले दो सालों के दौरान दो किस्तों में दिए जाने की बात कही जा रही है वहीं सरकार का कामकाज चलाने के लिए बैंकों से कर्जा लेने के अलावा सरकारी स पत्तियों को बेचने की भी योजनाएं बनाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि अब कर्मचारियों को बकाया राशि की तीस फीसदी रकम फरवरी 2010 और बाकी 30 फीसदी रकम फरवरी 2011 में दिए जाने की बात कही जा रही है।
अजय चौटाला ने कहा कि 2005 में जब इनेलो ने कांग्रेस को सत्ता सौंपी थी उस समय प्रदेश के खजाने में 1750 करोड़ रुपए सरप्लस राशि थी। उन्होंने कहा कि इस समय प्रदेश पर 13 हजार करोड़ का अतिरिक्त कर्जा हो गया है। सरकार ने अभी एक दिन पहले ही एक हजार करोड़ का कर्जा लिया है। उन्होंने कहा कि पिछले साल छठे वेतन आयोग की सिफारिशें लागू करते समय सरकार ने घोषणा की थी कि कर्मचारियों की वेतन व भत्तों की बकाया 60 फीसदी राशि 2009-10 के दौरान एकमुश्त अदा कर दी जाएगी। इनेलो नेता ने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष के नौ महीने गुजर जाने के बाद भी अभी तक कर्मचारियों को उनकी बकाया राशि का भुगतान नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि अब एक तरफ जहां कर्मचारियों को उनकी बकाया राशि एकमुश्त देने की बजाय अगले दो सालों के दौरान दो किस्तों में दिए जाने की बात कही जा रही है वहीं सरकार का कामकाज चलाने के लिए बैंकों से कर्जा लेने के अलावा सरकारी स पत्तियों को बेचने की भी योजनाएं बनाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि अब कर्मचारियों को बकाया राशि की तीस फीसदी रकम फरवरी 2010 और बाकी 30 फीसदी रकम फरवरी 2011 में दिए जाने की बात कही जा रही है।
साईबर कैफे पर कड़ी निगरानी रखने के आदेश
पंचकूला। जिला पंचकूला के मजिस्ट्रेट पंकज यादव ने अपराधिक प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत जिला के सभी साईबर कैफे पर कड़ी निगरानी रखने के लिए तुरंत प्रभाव से आदेश जारी किए है, जो आगामी 4 फरवरी 2010 तक लागू रहेगें।
जिला में विभिन्न व्यवसायिक स्थलों और दुकानों पर बडी मात्रा में साईबर कैफे हैं जिन्हें प्रयोग में लाने के लिए लोग बडी संख्या में आते हैं और इन पर नैटवर्क सेवाएं प्राप्त करते हैं जिन में ई-मेल सुविधा भी होती है। उन्होंने कहा कि इन साईबर कैफे पर असामाजिक तत्वों, अपराधियों और आतंकवादियों के आने की सम्भावना बनी रहती है और वे यहां आकर इन संस्थानों के माध्यम से कानून व्यवस्था को बिगाड सकते हैं, जिससे लोगों में भय, आतंक और असुरक्षा का माहौल पैदा होने की सम्भावना है।
उन्होंने कहा कि इन आदेशों के तहत साईबर कैफे मालिकों को कहा गया है कि वे किसी भी अपरिचित व्यक्ति जिसे वे जानते पहचानते नहीं हैं को अपने संस्थान से सेवाएं उपलब्ध न कराएं। उन्होंने कहा कि साईबर कैफे मालिक को अपने संस्थान में आने वाले हर व्यक्ति की पहचान के लिए रजिस्टर लगाना होगा, जिसमेंं आगंतुक का नाम, पता, टेलीफोन इत्यादि तो लिखेंगें ही साथ-साथ उनके परिचय पत्र, वोटर कार्ड, राशन कार्ड, ड्राईविंग लाईसैंस, पासपोर्ट, फोटो क्रेडिट कार्ड इत्यादि की प्रति भी पहचान के लिए रिकार्ड में कम से कम 6 महीने के लिए रखने होंगे। साईबर कैफे पर यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति आता है तो साईबर कैफे का मालिक उसके आगमन की सूचना तत्काल अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन अथवा पुलिस चौकी में देगा। उन्होंने कहा कि आगंतुक द्वारा प्रयोग में लाए गए विशेष कम्पयूटर पर किए गए काम का रिकार्ड रखना होगा। इन आदेशों का पालन न करने वाले साईबर कैफे मालिकों के विरूद्घ कानूनी कार्यवाही की जाए।
जिला में विभिन्न व्यवसायिक स्थलों और दुकानों पर बडी मात्रा में साईबर कैफे हैं जिन्हें प्रयोग में लाने के लिए लोग बडी संख्या में आते हैं और इन पर नैटवर्क सेवाएं प्राप्त करते हैं जिन में ई-मेल सुविधा भी होती है। उन्होंने कहा कि इन साईबर कैफे पर असामाजिक तत्वों, अपराधियों और आतंकवादियों के आने की सम्भावना बनी रहती है और वे यहां आकर इन संस्थानों के माध्यम से कानून व्यवस्था को बिगाड सकते हैं, जिससे लोगों में भय, आतंक और असुरक्षा का माहौल पैदा होने की सम्भावना है।
उन्होंने कहा कि इन आदेशों के तहत साईबर कैफे मालिकों को कहा गया है कि वे किसी भी अपरिचित व्यक्ति जिसे वे जानते पहचानते नहीं हैं को अपने संस्थान से सेवाएं उपलब्ध न कराएं। उन्होंने कहा कि साईबर कैफे मालिक को अपने संस्थान में आने वाले हर व्यक्ति की पहचान के लिए रजिस्टर लगाना होगा, जिसमेंं आगंतुक का नाम, पता, टेलीफोन इत्यादि तो लिखेंगें ही साथ-साथ उनके परिचय पत्र, वोटर कार्ड, राशन कार्ड, ड्राईविंग लाईसैंस, पासपोर्ट, फोटो क्रेडिट कार्ड इत्यादि की प्रति भी पहचान के लिए रिकार्ड में कम से कम 6 महीने के लिए रखने होंगे। साईबर कैफे पर यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति आता है तो साईबर कैफे का मालिक उसके आगमन की सूचना तत्काल अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन अथवा पुलिस चौकी में देगा। उन्होंने कहा कि आगंतुक द्वारा प्रयोग में लाए गए विशेष कम्पयूटर पर किए गए काम का रिकार्ड रखना होगा। इन आदेशों का पालन न करने वाले साईबर कैफे मालिकों के विरूद्घ कानूनी कार्यवाही की जाए।
30 साल बाद हरियाणा रोड़वेज के ड्राईवरों को मिलेगा पदोन्नति का तोहफा
डबवाली (लहू की लौ) प्रदेश सरकार 30 साल के बाद रोडवेज के ड्राइवरों को पदोन्नति का तोहफा देने जा रही है। प्रदेश के विभिन्न डिपुओं में कार्यरत्त 35 ड्राइवरों को यह लाभ मिलेगा। वरिष्ठता के आधार पर दी जाने वाली इस सुविधा के लिए परिवहन के चंडीगढ़ स्थित मुख्यालय द्वारा डिपुओं से ड्राइवरों की सूचि मंगवा ली गई है। ड्राइवरों की शैक्षणिक योग्यता को भी ध्यान में रखा जाएगा।
परिवहन विभाग के मुख्यालय में कार्यरत्त अधिकारी रेणू गोयल ने बताया कि वर्ष 1980 के बाद ड्राइवरों को कोई पदोन्नति नहीं दी गई है, लेकिन अब जल्द ही 35 ड्राइवरों को यार्ड मास्टर के पद पर पदोन्नत किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ड्राइवरों की वरिष्ठता सूचि बनाने का काम शुरू हो चुका है। इसी के आधार पर पदोन्नति दी जाएगी। गोयल ने बताया कि पदोन्नति का लाभ पाने वाले ड्राइवरों को विभिन्न डिपुओं में रिक्त पड़े यार्ड मास्टरों के पद पर समायोजित किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार की ओर से विभाग में विभिन्न श्रेणियों के रिक्त पड़े पदों को भी इसी प्रक्रिया द्वारा भरने के आदेश दे दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि रिक्त पदों पर नियुक्ति होने से रोडवेज का कार्य अधिक सुचारू हो पाएगा, वहीं आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होगी।
सिरसा डिपो में 4 पद खाली
सिरसा डिपो में यार्ड मास्टर में 5 पद स्वीकृत है। सब डिपो डबवाली में केवल एक पद पर नियुक्ति है। शेष 4 पद अरसे से खाली पड़े हैं। यार्ड मास्टर न होने से डिपो का कामकाज काफी प्रभावित हो रहा था। पदोन्नति के बाद यह पद भर जाएंगे और कामकाज को गति मिलेगी।
डिपो ने सूची भेजी
सिरसा डिपो की ओर से पदोन्नति प्रक्रिया के तहत ड्राइवरों की सूचि मुख्यालय भेज दी गई है। डिपो के पास कुल 214 ड्राइवर हैं। अधिकारियों ने बताया कि यह जरूरी नहीं कि डिपो में रिक्त पड़ी यार्ड मास्टरों की 4 पोस्टें भरने के लिए इसी सूचि में से ड्राइवरों का चयन किया जाएगा। पदोन्नति वरिष्ठता के अनुसार होगी। यह मुख्यालय तय करेगा कि कौन-सा ड्राइवर कितना सीनियर है और किसकी शैक्षणिक योग्यता निर्धारित मापदंडों को पूरा करती है। ऐसे 35 ड्राइवरों की छंटाई के बाद उन्हें पदोन्नति दी जाएगी।
परिवहन विभाग के मुख्यालय में कार्यरत्त अधिकारी रेणू गोयल ने बताया कि वर्ष 1980 के बाद ड्राइवरों को कोई पदोन्नति नहीं दी गई है, लेकिन अब जल्द ही 35 ड्राइवरों को यार्ड मास्टर के पद पर पदोन्नत किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ड्राइवरों की वरिष्ठता सूचि बनाने का काम शुरू हो चुका है। इसी के आधार पर पदोन्नति दी जाएगी। गोयल ने बताया कि पदोन्नति का लाभ पाने वाले ड्राइवरों को विभिन्न डिपुओं में रिक्त पड़े यार्ड मास्टरों के पद पर समायोजित किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार की ओर से विभाग में विभिन्न श्रेणियों के रिक्त पड़े पदों को भी इसी प्रक्रिया द्वारा भरने के आदेश दे दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि रिक्त पदों पर नियुक्ति होने से रोडवेज का कार्य अधिक सुचारू हो पाएगा, वहीं आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होगी।
सिरसा डिपो में 4 पद खाली
सिरसा डिपो में यार्ड मास्टर में 5 पद स्वीकृत है। सब डिपो डबवाली में केवल एक पद पर नियुक्ति है। शेष 4 पद अरसे से खाली पड़े हैं। यार्ड मास्टर न होने से डिपो का कामकाज काफी प्रभावित हो रहा था। पदोन्नति के बाद यह पद भर जाएंगे और कामकाज को गति मिलेगी।
डिपो ने सूची भेजी
सिरसा डिपो की ओर से पदोन्नति प्रक्रिया के तहत ड्राइवरों की सूचि मुख्यालय भेज दी गई है। डिपो के पास कुल 214 ड्राइवर हैं। अधिकारियों ने बताया कि यह जरूरी नहीं कि डिपो में रिक्त पड़ी यार्ड मास्टरों की 4 पोस्टें भरने के लिए इसी सूचि में से ड्राइवरों का चयन किया जाएगा। पदोन्नति वरिष्ठता के अनुसार होगी। यह मुख्यालय तय करेगा कि कौन-सा ड्राइवर कितना सीनियर है और किसकी शैक्षणिक योग्यता निर्धारित मापदंडों को पूरा करती है। ऐसे 35 ड्राइवरों की छंटाई के बाद उन्हें पदोन्नति दी जाएगी।
05 दिसंबर 2009
वेश्यावृति से जुड़ी लड़कियों का डेरा से क्या सम्बन्ध-अकाली दल
डबवाली (लहू की लौ) शिरोमणि अकाली दल (अ) धार्मिक विंग पंचप्रधानी जिला सिरसा, खालसा एक्शन कमेटी हरियाणा सिरसा ने उपमण्डलाधीश की मार्फत मुख्यमंत्री हरियाणा और उपायुक्त सिरसा को एक ज्ञापन भेजकर डेरा में आने वाली वेश्या लड़कियों की जांच करवाने का अनुरोध किया है।
ज्ञापन देने के बाद उपरोक्त संगठनों के बलजीत सिंह, बलकरण सिंह खालसा, बलवीर सिंह, विचित्र सिंह, सुरजीत सिंह, गुरमेल सिंह, दविन्द्र सिंह, अमरजीत सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए ज्ञापन की प्रति सौंपी और साथ में कहा कि वेश्यावृति से जुड़ी हुई लड़कियों का डेरा से क्या सम्बन्ध है और इतने बड़े स्तर पर डेरा के पास वेश्याएं कहां से आई। आम लोगों नजर डेरा पर शक प्रकट करती है। चूंकि डेरा प्रमुख पर पहले ही बलात्कार का केस अम्बाला कोर्ट में विचाराधीन है। शिष्टमंडल ने अपने ज्ञापन में यह भी मांग की है कि वेश्याओं के करवाये जा रहे विवाह कानूनी तौर पर कोर्ट में करवाये जायें और डॉक्टरी जांच के बाद ही इन विवाहों को मान्यता दी जाये। डेरा में होने वाले हर विवाह की रिपोर्ट जिला प्रशासन के दफ्तर में लाजिमी दर्ज की जाये। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से यह भी मांग की कि जिला प्रशासन व सरकार इस बात की भी जांच करे कि 2 नवम्बर को सरकारी स्कूलों की बच्चियों को तारा बाबा कुटिया के दर्शन करवाने के नाम पर डेरा क्यों लेजाया गया और इसके लिए जो भी जिम्मेवार है, उसके खिलाफ कार्यवाही की जाये। उपमण्डलाधीश सुभाष चन्द्र गाबा ने ज्ञापन लेने के बाद शिष्टमंडल को आश्वासन दिलाया कि उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्व विचार किया जायेगा।
ज्ञापन देने के बाद उपरोक्त संगठनों के बलजीत सिंह, बलकरण सिंह खालसा, बलवीर सिंह, विचित्र सिंह, सुरजीत सिंह, गुरमेल सिंह, दविन्द्र सिंह, अमरजीत सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए ज्ञापन की प्रति सौंपी और साथ में कहा कि वेश्यावृति से जुड़ी हुई लड़कियों का डेरा से क्या सम्बन्ध है और इतने बड़े स्तर पर डेरा के पास वेश्याएं कहां से आई। आम लोगों नजर डेरा पर शक प्रकट करती है। चूंकि डेरा प्रमुख पर पहले ही बलात्कार का केस अम्बाला कोर्ट में विचाराधीन है। शिष्टमंडल ने अपने ज्ञापन में यह भी मांग की है कि वेश्याओं के करवाये जा रहे विवाह कानूनी तौर पर कोर्ट में करवाये जायें और डॉक्टरी जांच के बाद ही इन विवाहों को मान्यता दी जाये। डेरा में होने वाले हर विवाह की रिपोर्ट जिला प्रशासन के दफ्तर में लाजिमी दर्ज की जाये। उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से यह भी मांग की कि जिला प्रशासन व सरकार इस बात की भी जांच करे कि 2 नवम्बर को सरकारी स्कूलों की बच्चियों को तारा बाबा कुटिया के दर्शन करवाने के नाम पर डेरा क्यों लेजाया गया और इसके लिए जो भी जिम्मेवार है, उसके खिलाफ कार्यवाही की जाये। उपमण्डलाधीश सुभाष चन्द्र गाबा ने ज्ञापन लेने के बाद शिष्टमंडल को आश्वासन दिलाया कि उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्व विचार किया जायेगा।
25 नवंबर 2009
कांग्रेस बैठक में उछली पगडिय़ां
सिरसा (लहू की लौ) हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान सिरसा लोकसभाई चुनाव क्षेत्र के आठ विधानसभाई चुनाव क्षेत्रों में से सात विधानसभाई चुनाव क्षेत्रों में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद आज स्थानीय बेगू रोड़ पर स्थित कांग्र्रेस भवन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसे संबोधित करने के लिए प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष फूलचंद मुलाना मुख्य रूप से उपस्थित थे।
चुनावों में सिरसा से आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीते गोपाल काण्डा के गृह राज्य मंत्री बनने के बाद आज पहली बार अपने समर्थकों सहित इस बैठक में भाग लेने के लिए कांग्रेस भवन पहुंचे। वहीं दूसरी ओर फतेहाबाद से आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीते प्रहलाद सिंह गिलांखेड़ा भी मुख्य संसदीय सचिव बनने के बाद अपने समर्थकों व कार्यकर्ताओं सहित इस बैठक में कांग्रेस भवन में पहली बार शामिल हुए। रानियां विधानसभाई चुनाव क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रणजीत सिंह के चुनाव हार जाने के बाद उनके समर्थक आक्रोशित तरीके से इस बैठक में अपना गुस्सा निकालने की प्रतिक्षा में ही थे कि जब एक वक्ता द्वारा यह कह दिया गया कि चौ. रणजीत सिंह तो पहले भी कई बार चुनाव हार चुके हैं तो इस पर इस मीटिंग में भारी हंगामा खड़ा हो गया व विभिन्न नेताओं के समर्थकों ने एक दूसरे के साथ हाथापाई शुरू कर दी। स्थिति को बिगड़ते देख कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष फूलचंद मुलाना ने खुद मंच संभाला तथा आपस मेें भिड़े कार्यकर्ताओं को शांत किया।
इस बैठक में नेहरा और रणजीत समर्थक इतनी बुरी तरह से भिड़ गये कि धक्का-मुक्की के साथ-साथ माईक भी इधर-उधर गिर गया और इस दौरान कुछ कार्यकर्ताओं की पगडिय़ां भी उछल गई। इस बैठक में ऐलनाबाद से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप मेें चुनाव हारे भरत सिंह बैनीवाल ने कहा कि भीतरघात के शिकार के कारण ही कांग्रेस को इस जिला में मार पड़ी है जबकि अन्य क्षेत्रों से भी आए स्थानीय नेताओं ने इस आरोप को जोरदार शब्दों में बयान किया। इस हंगामेदार बैठक में कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी भी की।
इस बैठक के दौरान मंच पर भी उस समय भारी हंगामा खड़ा हो गया जब स्थानीय नेता नवीन के साथ किसी अन्य स्थानीय कांगेसी नेता की कहासुनी हो गई व स्थिति को बिगड़ते देख मंचासीन नेताओं ने बीच-बचाव कर हालात पर काबू पाया। आज की इस बैठक के समय बेगू रोड पर वाहनों का इतना अधिक जमाव हो गया कि पुलिस को अवरूद्ध हुए यातायात को बहाल करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
चुनावों में सिरसा से आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीते गोपाल काण्डा के गृह राज्य मंत्री बनने के बाद आज पहली बार अपने समर्थकों सहित इस बैठक में भाग लेने के लिए कांग्रेस भवन पहुंचे। वहीं दूसरी ओर फतेहाबाद से आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीते प्रहलाद सिंह गिलांखेड़ा भी मुख्य संसदीय सचिव बनने के बाद अपने समर्थकों व कार्यकर्ताओं सहित इस बैठक में कांग्रेस भवन में पहली बार शामिल हुए। रानियां विधानसभाई चुनाव क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रणजीत सिंह के चुनाव हार जाने के बाद उनके समर्थक आक्रोशित तरीके से इस बैठक में अपना गुस्सा निकालने की प्रतिक्षा में ही थे कि जब एक वक्ता द्वारा यह कह दिया गया कि चौ. रणजीत सिंह तो पहले भी कई बार चुनाव हार चुके हैं तो इस पर इस मीटिंग में भारी हंगामा खड़ा हो गया व विभिन्न नेताओं के समर्थकों ने एक दूसरे के साथ हाथापाई शुरू कर दी। स्थिति को बिगड़ते देख कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष फूलचंद मुलाना ने खुद मंच संभाला तथा आपस मेें भिड़े कार्यकर्ताओं को शांत किया।
इस बैठक में नेहरा और रणजीत समर्थक इतनी बुरी तरह से भिड़ गये कि धक्का-मुक्की के साथ-साथ माईक भी इधर-उधर गिर गया और इस दौरान कुछ कार्यकर्ताओं की पगडिय़ां भी उछल गई। इस बैठक में ऐलनाबाद से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप मेें चुनाव हारे भरत सिंह बैनीवाल ने कहा कि भीतरघात के शिकार के कारण ही कांग्रेस को इस जिला में मार पड़ी है जबकि अन्य क्षेत्रों से भी आए स्थानीय नेताओं ने इस आरोप को जोरदार शब्दों में बयान किया। इस हंगामेदार बैठक में कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी भी की।
इस बैठक के दौरान मंच पर भी उस समय भारी हंगामा खड़ा हो गया जब स्थानीय नेता नवीन के साथ किसी अन्य स्थानीय कांगेसी नेता की कहासुनी हो गई व स्थिति को बिगड़ते देख मंचासीन नेताओं ने बीच-बचाव कर हालात पर काबू पाया। आज की इस बैठक के समय बेगू रोड पर वाहनों का इतना अधिक जमाव हो गया कि पुलिस को अवरूद्ध हुए यातायात को बहाल करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
मैक्स पेड़ से टकराई, 3 की मौत
डबवाली (लहू की लौ) राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 10 पर आज सुबह साहुवाला प्रथम के पास हुई एक सड़क दुर्घटना में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि एक दर्जन लोग घायल हो गये, जिन्हें सरसा के सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। ये घटना सुबह साढे पांच बजे घटित हुई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची बडागुढ़ा पुलिस ने एक घायल के बयान पर गाड़ी चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी। गाड़ी सवार लोग वेटर का कार्य करते थे और एक शादी में अपनी सेवा देकर वापिस लौट रहे थे।
प्राप्त विवरण अनुसार दिल्ली की चड्ढा वेटर कम्पनी में वेटर का कार्य करने वाले करीब 15 व्यक्ति बङ्क्षठडा से एक शादी समारोह में अपना कार्य निपटाकर वापिस दिल्ली आ रहे थे। गाड़ी में सवार घायल एक वेटर केदारनाथ पुत्र कैलाश चंद ने पुलिस को दिये बयान में बताया कि वे बङ्क्षठडा में आयोजित एक शादी में कार्य हेतु आए थे और वापसी के लिए उनके मालिक ने एक मैक्स गाड़ी किराए पर भेजी, जिसमें सभी लोग सवार होकर देर रात्रि बठिंडा से चल पड़े।
कैदार ने बताया कि गाड़ी चालक गाड़ी को बहुत तेज रफ्तार से भगा रहा था, जिसके लिए उन्होंने उसे कहा भी था, पर चालक ने उनकी बातों को अनसुना करदिया। जब गाड़ी साहुवाला प्रथम बस स्टैंड के समीप जलघर के पास पहुंची तो चालक गाड़ी से संतुलन खो बैठा और तेज रफ्तार गाड़ी बेकाबू होकर सड़क किनारे पेड़ से जा टकराई।
हादसा इतना भीषण था कि तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जिनकी पहचान संदीप, महेश व अमित के रूप में की गई है। जबकि सुनील, सचिन, अरूण, राजेश, संदीप, रामकुमार, राजीव व सुनील बुरी तरह से घायल हो गये। बड़ागुढ़ा थाना प्रभारी अजीत बैनीवाल पुलिस टीम सहित मौके पर पहुंचे तथा घायलों को एम्बुलैंस द्वारा सिरसा के सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया। घायलों में से राजीव व रामकुमार की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें दिल्ली रैफर किया गया है।
पुलिस ने वेटर केदार के बयान पर गाड़ी चालक के खिलाफ भादसं की धारा 279, 304ए के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
प्राप्त विवरण अनुसार दिल्ली की चड्ढा वेटर कम्पनी में वेटर का कार्य करने वाले करीब 15 व्यक्ति बङ्क्षठडा से एक शादी समारोह में अपना कार्य निपटाकर वापिस दिल्ली आ रहे थे। गाड़ी में सवार घायल एक वेटर केदारनाथ पुत्र कैलाश चंद ने पुलिस को दिये बयान में बताया कि वे बङ्क्षठडा में आयोजित एक शादी में कार्य हेतु आए थे और वापसी के लिए उनके मालिक ने एक मैक्स गाड़ी किराए पर भेजी, जिसमें सभी लोग सवार होकर देर रात्रि बठिंडा से चल पड़े।
कैदार ने बताया कि गाड़ी चालक गाड़ी को बहुत तेज रफ्तार से भगा रहा था, जिसके लिए उन्होंने उसे कहा भी था, पर चालक ने उनकी बातों को अनसुना करदिया। जब गाड़ी साहुवाला प्रथम बस स्टैंड के समीप जलघर के पास पहुंची तो चालक गाड़ी से संतुलन खो बैठा और तेज रफ्तार गाड़ी बेकाबू होकर सड़क किनारे पेड़ से जा टकराई।
हादसा इतना भीषण था कि तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जिनकी पहचान संदीप, महेश व अमित के रूप में की गई है। जबकि सुनील, सचिन, अरूण, राजेश, संदीप, रामकुमार, राजीव व सुनील बुरी तरह से घायल हो गये। बड़ागुढ़ा थाना प्रभारी अजीत बैनीवाल पुलिस टीम सहित मौके पर पहुंचे तथा घायलों को एम्बुलैंस द्वारा सिरसा के सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया। घायलों में से राजीव व रामकुमार की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें दिल्ली रैफर किया गया है।
पुलिस ने वेटर केदार के बयान पर गाड़ी चालक के खिलाफ भादसं की धारा 279, 304ए के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
झगड़ों में 7 घायल
डबवाली (लहू की लौ) उपमण्डल डबवाली में सोमवार रात को अलग-अलग स्थानों पर हुई ढिशुम-ढिशुम में एक बच्चे सहित 7 जनें घायल हो गये। जिन्हें उपचार के लिए डबवाली के राजकीय अस्पताल में लाया गया।
गांव मौजगढ़ में दो पक्षों में गाली-गलौच को लेकर हुए झगड़े में पत्थर और लाठियां चली। जिसमें दोनों पक्षों के चार जनें घायल हो गये। घायल दर्शन सिंह पुत्र जैला सिंह ने बताया कि वह गांव में ही स्थित शराब के ठेके पर काम करता है और सोमवार रात को अपनी डयूटी पूरी करके गांव में वापिस घर लौट रहा था। मार्ग में गांव का ही संदीप कुमार पुत्र जगन्नाथ अपने साथियों सहित खड़ा था, जोकि शराब के नशे में धुत्त था। किसी बात को लेकर उन दोनों में तकरार हो गई। तैश में आये संदीप कुमार ने अपने 8-10 साथियों सहित मिलकर उस पर हमला बोल दिया। इस बात की भनक पाकर उसका भाई परमजीत सिंह, बोहड़ सिंह पुत्र करनैल सिंह निवासी मौजगढ़ भी वहां पहुंचे गये। आरोपियों ने उनके भी चोटें मारी। दूसरे पक्ष के घायल संदीप कुमार ने बताया कि वह अपने घर जा रहा था कि अचानक शराब के नशे में धुत्त दर्शन सिंह, परमजीत सिंह बगैरा ने उस पर तेजधार हथियारों से हमला करके उसे घायल कर दिया।
इधर गांव पन्नीवाला रूलदू में दो भाईयों के परिवारों में हुए झगड़े में एक बच्चे सहित तीन लोग घायल हो गये। घायल मिट्ठू राम पुत्र मिल्खी राम ने बताया कि उसका भाई मक्खन सिंह व उसके साथी रामलाल, भोला सिंह बगैरा उसके प्लाट पर कब्जा करना चाहते हैं। सोमवार रात को आरोपियों ने उसके घर में घुसकर उस पर हमला कर दिया। जिससे वह और उसका बेटा कुलदीप घायल हो गये। दूसरी ओर घायल मक्खन ने बताया कि उसका भाई मिट्ठू राम उससे रंजिश रखता है और 4-5 बार अपने बेटों के साथ मिलकर उस पर हमला भी कर चुका है। सोमवार रात को रंजिशवश मिट्ठू राम ने उसके घर में घुसकर तेजधार हथियारों से उस पर हमला करके उसे चोटें मारी तथा उसकी बेटियों को भी पीटा।
गांव मौजगढ़ में दो पक्षों में गाली-गलौच को लेकर हुए झगड़े में पत्थर और लाठियां चली। जिसमें दोनों पक्षों के चार जनें घायल हो गये। घायल दर्शन सिंह पुत्र जैला सिंह ने बताया कि वह गांव में ही स्थित शराब के ठेके पर काम करता है और सोमवार रात को अपनी डयूटी पूरी करके गांव में वापिस घर लौट रहा था। मार्ग में गांव का ही संदीप कुमार पुत्र जगन्नाथ अपने साथियों सहित खड़ा था, जोकि शराब के नशे में धुत्त था। किसी बात को लेकर उन दोनों में तकरार हो गई। तैश में आये संदीप कुमार ने अपने 8-10 साथियों सहित मिलकर उस पर हमला बोल दिया। इस बात की भनक पाकर उसका भाई परमजीत सिंह, बोहड़ सिंह पुत्र करनैल सिंह निवासी मौजगढ़ भी वहां पहुंचे गये। आरोपियों ने उनके भी चोटें मारी। दूसरे पक्ष के घायल संदीप कुमार ने बताया कि वह अपने घर जा रहा था कि अचानक शराब के नशे में धुत्त दर्शन सिंह, परमजीत सिंह बगैरा ने उस पर तेजधार हथियारों से हमला करके उसे घायल कर दिया।
इधर गांव पन्नीवाला रूलदू में दो भाईयों के परिवारों में हुए झगड़े में एक बच्चे सहित तीन लोग घायल हो गये। घायल मिट्ठू राम पुत्र मिल्खी राम ने बताया कि उसका भाई मक्खन सिंह व उसके साथी रामलाल, भोला सिंह बगैरा उसके प्लाट पर कब्जा करना चाहते हैं। सोमवार रात को आरोपियों ने उसके घर में घुसकर उस पर हमला कर दिया। जिससे वह और उसका बेटा कुलदीप घायल हो गये। दूसरी ओर घायल मक्खन ने बताया कि उसका भाई मिट्ठू राम उससे रंजिश रखता है और 4-5 बार अपने बेटों के साथ मिलकर उस पर हमला भी कर चुका है। सोमवार रात को रंजिशवश मिट्ठू राम ने उसके घर में घुसकर तेजधार हथियारों से उस पर हमला करके उसे चोटें मारी तथा उसकी बेटियों को भी पीटा।
झगड़ों में 7 घायल
डबवाली (लहू की लौ) उपमण्डल डबवाली में सोमवार रात को अलग-अलग स्थानों पर हुई ढिशुम-ढिशुम में एक बच्चे सहित 7 जनें घायल हो गये। जिन्हें उपचार के लिए डबवाली के राजकीय अस्पताल में लाया गया।
गांव मौजगढ़ में दो पक्षों में गाली-गलौच को लेकर हुए झगड़े में पत्थर और लाठियां चली। जिसमें दोनों पक्षों के चार जनें घायल हो गये। घायल दर्शन सिंह पुत्र जैला सिंह ने बताया कि वह गांव में ही स्थित शराब के ठेके पर काम करता है और सोमवार रात को अपनी डयूटी पूरी करके गांव में वापिस घर लौट रहा था। मार्ग में गांव का ही संदीप कुमार पुत्र जगन्नाथ अपने साथियों सहित खड़ा था, जोकि शराब के नशे में धुत्त था। किसी बात को लेकर उन दोनों में तकरार हो गई। तैश में आये संदीप कुमार ने अपने 8-10 साथियों सहित मिलकर उस पर हमला बोल दिया। इस बात की भनक पाकर उसका भाई परमजीत सिंह, बोहड़ सिंह पुत्र करनैल सिंह निवासी मौजगढ़ भी वहां पहुंचे गये। आरोपियों ने उनके भी चोटें मारी। दूसरे पक्ष के घायल संदीप कुमार ने बताया कि वह अपने घर जा रहा था कि अचानक शराब के नशे में धुत्त दर्शन सिंह, परमजीत सिंह बगैरा ने उस पर तेजधार हथियारों से हमला करके उसे घायल कर दिया।
इधर गांव पन्नीवाला रूलदू में दो भाईयों के परिवारों में हुए झगड़े में एक बच्चे सहित तीन लोग घायल हो गये। घायल मिट्ठू राम पुत्र मिल्खी राम ने बताया कि उसका भाई मक्खन सिंह व उसके साथी रामलाल, भोला सिंह बगैरा उसके प्लाट पर कब्जा करना चाहते हैं। सोमवार रात को आरोपियों ने उसके घर में घुसकर उस पर हमला कर दिया। जिससे वह और उसका बेटा कुलदीप घायल हो गये। दूसरी ओर घायल मक्खन ने बताया कि उसका भाई मिट्ठू राम उससे रंजिश रखता है और 4-5 बार अपने बेटों के साथ मिलकर उस पर हमला भी कर चुका है। सोमवार रात को रंजिशवश मिट्ठू राम ने उसके घर में घुसकर तेजधार हथियारों से उस पर हमला करके उसे चोटें मारी तथा उसकी बेटियों को भी पीटा।
गांव मौजगढ़ में दो पक्षों में गाली-गलौच को लेकर हुए झगड़े में पत्थर और लाठियां चली। जिसमें दोनों पक्षों के चार जनें घायल हो गये। घायल दर्शन सिंह पुत्र जैला सिंह ने बताया कि वह गांव में ही स्थित शराब के ठेके पर काम करता है और सोमवार रात को अपनी डयूटी पूरी करके गांव में वापिस घर लौट रहा था। मार्ग में गांव का ही संदीप कुमार पुत्र जगन्नाथ अपने साथियों सहित खड़ा था, जोकि शराब के नशे में धुत्त था। किसी बात को लेकर उन दोनों में तकरार हो गई। तैश में आये संदीप कुमार ने अपने 8-10 साथियों सहित मिलकर उस पर हमला बोल दिया। इस बात की भनक पाकर उसका भाई परमजीत सिंह, बोहड़ सिंह पुत्र करनैल सिंह निवासी मौजगढ़ भी वहां पहुंचे गये। आरोपियों ने उनके भी चोटें मारी। दूसरे पक्ष के घायल संदीप कुमार ने बताया कि वह अपने घर जा रहा था कि अचानक शराब के नशे में धुत्त दर्शन सिंह, परमजीत सिंह बगैरा ने उस पर तेजधार हथियारों से हमला करके उसे घायल कर दिया।
इधर गांव पन्नीवाला रूलदू में दो भाईयों के परिवारों में हुए झगड़े में एक बच्चे सहित तीन लोग घायल हो गये। घायल मिट्ठू राम पुत्र मिल्खी राम ने बताया कि उसका भाई मक्खन सिंह व उसके साथी रामलाल, भोला सिंह बगैरा उसके प्लाट पर कब्जा करना चाहते हैं। सोमवार रात को आरोपियों ने उसके घर में घुसकर उस पर हमला कर दिया। जिससे वह और उसका बेटा कुलदीप घायल हो गये। दूसरी ओर घायल मक्खन ने बताया कि उसका भाई मिट्ठू राम उससे रंजिश रखता है और 4-5 बार अपने बेटों के साथ मिलकर उस पर हमला भी कर चुका है। सोमवार रात को रंजिशवश मिट्ठू राम ने उसके घर में घुसकर तेजधार हथियारों से उस पर हमला करके उसे चोटें मारी तथा उसकी बेटियों को भी पीटा।
बेटी ने लगाया माता-पिता पर बेचने का आरोप
डबवाली (लहू की लौ) यहां के रेलवे स्टेशन के पीछे उस समय हंगामा खड़ा हो गया। जब एक पुरूष एक महिला को बुरी तरह पीटने लगा और लोगों ने हस्तक्षेप करके महिला को पुरूष के चंगुल से आजाद करवाकर पुलिस को सौंप दिया।
प्राप्त जानकारी अनुसार सोमवार को डबवाली रेलवे स्टेशन के पीछे स्थित शिव मन्दिर के पास एक युवक अचानक पहुंचा और उसने वहां बैठी महिला को पीटना शुरू कर दिया। लोगों ने जब इसका कारण युवक से पूछा तो युवक ने अपना नाम पम्मा निवासी तपाखेड़ा बताते हुए कहा कि यह उसकी पत्नी है और वह इसे लेने के लिए मलोट गया था। लेकिन यह अपने मायके से भागकर डबवाली आ गई।
इधर अपनी सफाई देते हुए महिला ने अपना रानी पत्नी देसराज निवासी गांव हौंदा (जिला फरीदकोट) बताया। उसने बताया कि उसके चार बच्चे हैं। लेकिन मलोट में रहने वाले उसकी मां अमरजीत कौर और पिता गुरदयाल सिंह ने करीब तीन माह पूर्व उसे तपाखेड़ा के पम्मा को 25,000 रूपये में बेच दिया। वह कह रही थी कि वह अपने पति देसराज के पास जाना चाहती है, लेकिन पम्मा और उसके माता-पिता उसे जबर्दस्ती तपाखेड़ा लेजाना चाहते हैं।
इस संदर्भ में जब वहां उपस्थित अमरजीत कौर से पूछा गया तो उसने बताया कि उसकी बेटी रानी पिछले एक वर्ष से घर पर बैठी है और वह अपने ससुराल से रूठ कर घर आ गई थी। उसको भेजने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन वह जा नहीं रही थी। जिस पर उन्होंने इसकी शादी पम्मां के साथ कर दी। लेकिन जब उससे यह पूछा गया कि उसकी बेटी तो उन पर उसे बेचने का आरोप लगा रही है, इस पर कुछ नहीं बोले। इसकी सूचना पाकर मौका पर थाना शहर पुलिस के एएसआई वेदप्रकाश पहुंचे और वे दोनों पक्षों को थाना ले गये।
प्राप्त जानकारी अनुसार सोमवार को डबवाली रेलवे स्टेशन के पीछे स्थित शिव मन्दिर के पास एक युवक अचानक पहुंचा और उसने वहां बैठी महिला को पीटना शुरू कर दिया। लोगों ने जब इसका कारण युवक से पूछा तो युवक ने अपना नाम पम्मा निवासी तपाखेड़ा बताते हुए कहा कि यह उसकी पत्नी है और वह इसे लेने के लिए मलोट गया था। लेकिन यह अपने मायके से भागकर डबवाली आ गई।
इधर अपनी सफाई देते हुए महिला ने अपना रानी पत्नी देसराज निवासी गांव हौंदा (जिला फरीदकोट) बताया। उसने बताया कि उसके चार बच्चे हैं। लेकिन मलोट में रहने वाले उसकी मां अमरजीत कौर और पिता गुरदयाल सिंह ने करीब तीन माह पूर्व उसे तपाखेड़ा के पम्मा को 25,000 रूपये में बेच दिया। वह कह रही थी कि वह अपने पति देसराज के पास जाना चाहती है, लेकिन पम्मा और उसके माता-पिता उसे जबर्दस्ती तपाखेड़ा लेजाना चाहते हैं।
इस संदर्भ में जब वहां उपस्थित अमरजीत कौर से पूछा गया तो उसने बताया कि उसकी बेटी रानी पिछले एक वर्ष से घर पर बैठी है और वह अपने ससुराल से रूठ कर घर आ गई थी। उसको भेजने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन वह जा नहीं रही थी। जिस पर उन्होंने इसकी शादी पम्मां के साथ कर दी। लेकिन जब उससे यह पूछा गया कि उसकी बेटी तो उन पर उसे बेचने का आरोप लगा रही है, इस पर कुछ नहीं बोले। इसकी सूचना पाकर मौका पर थाना शहर पुलिस के एएसआई वेदप्रकाश पहुंचे और वे दोनों पक्षों को थाना ले गये।
इंटरनेट उपभोक्ताओं को ठगने के प्रयास
डबवाली (लहू की लौ) स्थानीय नगर में कुछ दिनों से विदेशों से मोबाइल पर ईनाम निकलने की सूचना देकर लोगों को ठगने का प्रयास किये जाने का मामला अभी ठण्डा भी नहीं हुआ है कि अब इंटरनेट से ई-मेल द्वारा इस प्रकार के प्रयास शुरू हो चुके हैं। हालांकि कुछ समय पूर्व इस प्रकार की ठगी का शिकार डबवाली के कुछ लोग हो चुके हैं।
यह जानकारी देते हुए डबवाली के वार्ड नं. 8 के निवासी हरबन्स लाल के पुत्र नीरज सेठी ने बताया कि उसके पास उसकी ई-मेल आईडी पर एक ई-मेल आई जिसमें ई-मेल भेजने वाले ने अपने आपको माईक्रोसोफ्ट वर्ड (यूके) का फाऊंडेशन प्रोग्राम मैनेजर बताया और कहा कि उन्हें 7.50 लाख पौंड (भारतीय करंसी के अनुसार लगभग 6 करोड़ रूपये) का पुरस्कार निकला है। सेठी के अनुसार उसे हैरानी हुई कि बिना प्रतियोगिता में हिस्सा लिये उसे इतनी बड़ी राशि निकल आई। वह बहुत खुश हुआ और उसने इस ई-मेल के साथ भेजे गये प्रोफार्मे को भी भरकर दिये गये ई-मेल पते पर भेज दिया। इसके बाद उसे फोन आया कि इतनी बड़ी राशि का पार्सल यूके की सिटी लिंक एक्सप्रेस पार्सल सर्विस के सुपुर्द कर दिया गया है। इसे प्राप्त करने के लिए उसे तीन शर्तो का पालन करना होगा। यह शर्तें अलग-अलग थी, उसने 30 हजार रूपये की राशि वाली शर्त स्वीकार करते हुए आगामी कार्यवाही के लिए पूछा, तो वहां से बताया गया कि वह भारत में स्थित उनके एजेंट के आईसीआईसीआई बैंक खाता में अपनी राशि जमा करवा सकता है।
इस प्रकार की ई-मेल केवल एक ई-मेल आईडी पर नहीं बल्कि डबवाली के अनेक ई-मेल आईडी पर आई हैं। यह एक प्रकार का साईबर क्राईम है। जिसके तहत इंटरनेट उपभोक्ता को लालच देकर ठगा जाता है।
यह जानकारी देते हुए डबवाली के वार्ड नं. 8 के निवासी हरबन्स लाल के पुत्र नीरज सेठी ने बताया कि उसके पास उसकी ई-मेल आईडी पर एक ई-मेल आई जिसमें ई-मेल भेजने वाले ने अपने आपको माईक्रोसोफ्ट वर्ड (यूके) का फाऊंडेशन प्रोग्राम मैनेजर बताया और कहा कि उन्हें 7.50 लाख पौंड (भारतीय करंसी के अनुसार लगभग 6 करोड़ रूपये) का पुरस्कार निकला है। सेठी के अनुसार उसे हैरानी हुई कि बिना प्रतियोगिता में हिस्सा लिये उसे इतनी बड़ी राशि निकल आई। वह बहुत खुश हुआ और उसने इस ई-मेल के साथ भेजे गये प्रोफार्मे को भी भरकर दिये गये ई-मेल पते पर भेज दिया। इसके बाद उसे फोन आया कि इतनी बड़ी राशि का पार्सल यूके की सिटी लिंक एक्सप्रेस पार्सल सर्विस के सुपुर्द कर दिया गया है। इसे प्राप्त करने के लिए उसे तीन शर्तो का पालन करना होगा। यह शर्तें अलग-अलग थी, उसने 30 हजार रूपये की राशि वाली शर्त स्वीकार करते हुए आगामी कार्यवाही के लिए पूछा, तो वहां से बताया गया कि वह भारत में स्थित उनके एजेंट के आईसीआईसीआई बैंक खाता में अपनी राशि जमा करवा सकता है।
इस प्रकार की ई-मेल केवल एक ई-मेल आईडी पर नहीं बल्कि डबवाली के अनेक ई-मेल आईडी पर आई हैं। यह एक प्रकार का साईबर क्राईम है। जिसके तहत इंटरनेट उपभोक्ता को लालच देकर ठगा जाता है।
24 नवंबर 2009
उठी आवाज कुडी चंगी के मुंडा चंगा
डबवाली (लहू की लौ) यूथ वैल्फेयर फेडरेशन महिला विंग के तत्वाधान में नशा उन्मूलन, कन्या भ्रूण हत्या विरोधी और वेश्यावृति उन्मूलन को लेकर सोमवार को जागरूकता रैली निकाली गई। जिसको एसएमओ डॉ. राजकुमार तथा थाना शहर प्रभारी वीरेन्द्र सिंह ने हरी झण्डी देकर रवाना किया।
इस रैली का नेतृत्व महिला विंग की अध्यक्ष रूपा मिढ़ा कर रही थी। यह रैली नई अनाज मण्डी ए ब्लाक के सामने से शुरू होकर मुख्य बाजार से होती हुई नगर की विभिन्न गलियों व सड़कों से गुजरती हुई वापिस नई अनाज मण्डी में पहुंची। इससे पूर्व नई अनाज मण्डी के सामने एक नाटक द्वारा उपरोक्त सामाजिक बुराईयों के खिलाफ लोगों को जागरूक किया गया।
इस मौके पर महिला विंग की सदस्यों ने भ्रूण हत्या व नशाखोरी पर अपने विचार प्रकट किये। नाटक *कुडी चंगी-के मुंडा चंगा* द्वारा सामाजिक कुरीतियों पर कटाक्ष किया गया। उपस्थित लोगों ने हाथ खड़े करके उपरोक्त बुराईयों के खिलाफ संघर्ष करने का संकल्प लिया।
इस मौके पर जागरूकता रैली के मुख्यातिथि एसएमओ डॉ. राजकुमार ने कहा कि स्वच्छता का मतलब केवल साफ कपड़े पहनना नहीं है। बल्कि मानसिक रूप से भी साफ होकर सामाजिक बुराईयों के खिलाफ लडऩा भी है। उनके अनुसार अल्ट्रासाऊंड का आविष्कार वैज्ञानिकों ने विभिन्न बीमारियों की रोकथाम की सहायता के लिए किया था, लेकिन मनुष्य की गलत विचारधारा के चलते इसे कुछ लोगों ने भ्रूण हत्या के रूप में प्रयोग करना शुरू कर दिया। उनके अनुसार नशों की प्रवृत्ति भी बदली है। पहले केवल शराब नशा थी लेकिन अब आयोडेक्स और खांसी की दवाएं भी नशेडिय़ों के लिए नशा बन गई हैं।
इस अवसर पर पूर्व विधायक डॉ. सीता राम, तहसीलदार राजेन्द्र कुमार, दीपक कौशल एडवोकेट, पार्षद विनोद बांसल, पार्षद सुखविन्द्र सरां, पार्षद सुभाष मित्तल, एसडीई रमेश कम्बोज, रामलाल बागड़ी, प्रकाश चन्द बांसल, जसवन्त सिंह बराड़, बहादर सिंह कूका, पवन गर्ग, आचार्य रमेश सचदेवा, वेदप्रकाश भारती, राजकुमार पटवारी, आशा वाल्मीकि, रविन्द्र छाबड़ा, ओमप्रकाश कानूनगो, राजेश जुनेजा बिल्लू, अमरजीत इन्सां, जवाहर कामरा, राजेन्द्र सरां एडवोकेट, जगदीप सिंह एडवोकेट, प्यारे लाल ब्लाक समिति सदस्य आदि उपस्थित थे। इस मौके पर मंच का संचालन विंग की सदस्य महक ने किया।
इस रैली का नेतृत्व महिला विंग की अध्यक्ष रूपा मिढ़ा कर रही थी। यह रैली नई अनाज मण्डी ए ब्लाक के सामने से शुरू होकर मुख्य बाजार से होती हुई नगर की विभिन्न गलियों व सड़कों से गुजरती हुई वापिस नई अनाज मण्डी में पहुंची। इससे पूर्व नई अनाज मण्डी के सामने एक नाटक द्वारा उपरोक्त सामाजिक बुराईयों के खिलाफ लोगों को जागरूक किया गया।
इस मौके पर महिला विंग की सदस्यों ने भ्रूण हत्या व नशाखोरी पर अपने विचार प्रकट किये। नाटक *कुडी चंगी-के मुंडा चंगा* द्वारा सामाजिक कुरीतियों पर कटाक्ष किया गया। उपस्थित लोगों ने हाथ खड़े करके उपरोक्त बुराईयों के खिलाफ संघर्ष करने का संकल्प लिया।
इस मौके पर जागरूकता रैली के मुख्यातिथि एसएमओ डॉ. राजकुमार ने कहा कि स्वच्छता का मतलब केवल साफ कपड़े पहनना नहीं है। बल्कि मानसिक रूप से भी साफ होकर सामाजिक बुराईयों के खिलाफ लडऩा भी है। उनके अनुसार अल्ट्रासाऊंड का आविष्कार वैज्ञानिकों ने विभिन्न बीमारियों की रोकथाम की सहायता के लिए किया था, लेकिन मनुष्य की गलत विचारधारा के चलते इसे कुछ लोगों ने भ्रूण हत्या के रूप में प्रयोग करना शुरू कर दिया। उनके अनुसार नशों की प्रवृत्ति भी बदली है। पहले केवल शराब नशा थी लेकिन अब आयोडेक्स और खांसी की दवाएं भी नशेडिय़ों के लिए नशा बन गई हैं।
इस अवसर पर पूर्व विधायक डॉ. सीता राम, तहसीलदार राजेन्द्र कुमार, दीपक कौशल एडवोकेट, पार्षद विनोद बांसल, पार्षद सुखविन्द्र सरां, पार्षद सुभाष मित्तल, एसडीई रमेश कम्बोज, रामलाल बागड़ी, प्रकाश चन्द बांसल, जसवन्त सिंह बराड़, बहादर सिंह कूका, पवन गर्ग, आचार्य रमेश सचदेवा, वेदप्रकाश भारती, राजकुमार पटवारी, आशा वाल्मीकि, रविन्द्र छाबड़ा, ओमप्रकाश कानूनगो, राजेश जुनेजा बिल्लू, अमरजीत इन्सां, जवाहर कामरा, राजेन्द्र सरां एडवोकेट, जगदीप सिंह एडवोकेट, प्यारे लाल ब्लाक समिति सदस्य आदि उपस्थित थे। इस मौके पर मंच का संचालन विंग की सदस्य महक ने किया।
रॉड मारकर सरपंच की कार क्षतिग्रस्त की
बनवाला (जसवंत जाखड़) गांव रिसालियाखेड़ा के सरपंच दलीप सिंह की कार को उसी गांव के एक व्यक्ति ने राड से प्रहार करके क्षतिग्रस्त कर दिया।
बताया जाता है कि रविवार को रिसालियाखेड़ा सरपंच दलीप सिंह अपनी 1996 मॉडल कार नंबर डीएल 3 सीएफ 7227 पर सवार होकर मोहन लाल शर्मा की लड़की की शादी में गया और कार को घर के बाहर रोककर शगुन देने घर के अंदर चला गया। थोड़ी देर बाद सरपंच दलीप सिंह को गांववासी लेखराम मूंड ने बताया कि ओमप्रकाश पुत्र भोमाराम उसकी कार को राड़ से तोड़ रहा है। इतना सुनते ही सरपंच मोहन लाल के घर से बाहर आया तो देखा कि ओमप्रकाश ने राड़ मारकर कार के शीशे व बाड़ी को तोड़ फोड़ दिया है और सरपंच को आता देख वो मौके से फरार हो गया। सरपंच ने इसकी सूचना तुरंत गोरीवाला स्थित पुलिस चौकी को दी और पुलिस मौके पर पहुंची।
इस संबंध में पुलिस चौकी इंचार्ज कृष्ण कुमार से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि सरपंच के बयान पर ओमप्रकाश के खिलाफ रपट लिख ली है और जांच की जा रही है कि उसने कार को क्षति क्यों पहुंचाई।
बताया जाता है कि रविवार को रिसालियाखेड़ा सरपंच दलीप सिंह अपनी 1996 मॉडल कार नंबर डीएल 3 सीएफ 7227 पर सवार होकर मोहन लाल शर्मा की लड़की की शादी में गया और कार को घर के बाहर रोककर शगुन देने घर के अंदर चला गया। थोड़ी देर बाद सरपंच दलीप सिंह को गांववासी लेखराम मूंड ने बताया कि ओमप्रकाश पुत्र भोमाराम उसकी कार को राड़ से तोड़ रहा है। इतना सुनते ही सरपंच मोहन लाल के घर से बाहर आया तो देखा कि ओमप्रकाश ने राड़ मारकर कार के शीशे व बाड़ी को तोड़ फोड़ दिया है और सरपंच को आता देख वो मौके से फरार हो गया। सरपंच ने इसकी सूचना तुरंत गोरीवाला स्थित पुलिस चौकी को दी और पुलिस मौके पर पहुंची।
इस संबंध में पुलिस चौकी इंचार्ज कृष्ण कुमार से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि सरपंच के बयान पर ओमप्रकाश के खिलाफ रपट लिख ली है और जांच की जा रही है कि उसने कार को क्षति क्यों पहुंचाई।
झगड़ों में वृद्ध महिलाओं सहित तीन घायल
डबवाली (लहू की लौ) यहां के इन्दिरा नगर में रविवार रात को ऊंची आवाज में अश्लील गीत लगाने को रोकने पर तेजधार हथियार चले। जिसमें एक पक्ष के वृद्ध महिला सहित दो जने घायल हो गये। जिन्हें उपचार के लिए डबवाली के सिविल अस्पताल में लाया गया।
परमजीत कौर पत्नी प्रितपाल सिंह ने बताया कि रविवार रात को उनके पड़ौसी बलदेव के लड़के सतपाल ने ऊंची आवाज में अपने मोबाइल पर अश्लील गीत लगाये हुए थे। जिस पर उसके पति प्रितपाल सिंह ने एतराज किया और उसे उलाहना देने के लिए वह गली में सतपाल के पास गया। लेकिन सतपाल नहीं माना और उसने अपने पिता बलदेव सिंह के साथ तेजधार हथियारों से प्रितपाल सिंह व उसकी सास सुरजीत कौर पत्नी मुख्तियार सिंह पर हमला करके उन्हें घायल कर दिया। घायल अवस्था में उन्हें डबवाली के सिविल अस्पताल में लाया गया।
इधर गांव हैबूआना में सोमवार सुबह पानी की मोटर को लेकर हुए एक झगड़े में एक महिला घायल हो गई। डबवाली के सामान्य अस्पताल में उपचाराधीन अमरजीत कौर पत्नी जसवीर सिंह ने बताया कि आज सुबह अचानक उनके पड़ौसी अजमेर सिंह पुत्र हजूर सिंह, सेवक सिंह, गाशी सिंह पुत्रान राज सिंह, बलकरण, बलविन्द्र सिंह पुत्रान इकबाल सिंह बगैरा ने उनके घर में घुसकर उसके पुत्र गुरदीप पर तेजधार हथियार से हमला कर दिया। लेकिन जब उसने अपने पुत्र को आरोपियों से छुड़वाने का प्रयास किया तो आरोपियों ने उसके चोटें मारी।
परमजीत कौर पत्नी प्रितपाल सिंह ने बताया कि रविवार रात को उनके पड़ौसी बलदेव के लड़के सतपाल ने ऊंची आवाज में अपने मोबाइल पर अश्लील गीत लगाये हुए थे। जिस पर उसके पति प्रितपाल सिंह ने एतराज किया और उसे उलाहना देने के लिए वह गली में सतपाल के पास गया। लेकिन सतपाल नहीं माना और उसने अपने पिता बलदेव सिंह के साथ तेजधार हथियारों से प्रितपाल सिंह व उसकी सास सुरजीत कौर पत्नी मुख्तियार सिंह पर हमला करके उन्हें घायल कर दिया। घायल अवस्था में उन्हें डबवाली के सिविल अस्पताल में लाया गया।
इधर गांव हैबूआना में सोमवार सुबह पानी की मोटर को लेकर हुए एक झगड़े में एक महिला घायल हो गई। डबवाली के सामान्य अस्पताल में उपचाराधीन अमरजीत कौर पत्नी जसवीर सिंह ने बताया कि आज सुबह अचानक उनके पड़ौसी अजमेर सिंह पुत्र हजूर सिंह, सेवक सिंह, गाशी सिंह पुत्रान राज सिंह, बलकरण, बलविन्द्र सिंह पुत्रान इकबाल सिंह बगैरा ने उनके घर में घुसकर उसके पुत्र गुरदीप पर तेजधार हथियार से हमला कर दिया। लेकिन जब उसने अपने पुत्र को आरोपियों से छुड़वाने का प्रयास किया तो आरोपियों ने उसके चोटें मारी।
बस अड्डा पर धूम्रपान, भुगतना पड़ा जुर्माना
डबवाली (लहू की लौ) बस अड्डा पर धुम्रपान करने वालों पर जैसे-जैसे स्वास्थ्य विभाग का शिकंजा कसता जा रहा है। वैसे उसके कारगर परिणाम भी सामने आने लगे हैं। धुम्रपान करने वाले लोगों की संख्या कम होने लगी है।
यह जानकारी देते हुए हरियाणा रोड़वेज डबवाली के बस अड्डा इंचार्ज जगदीश बिश्नोई ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग हिसार के रविन्द्र मोंगा के नेतृत्व में बस अड्डा पर अचानक तीन बार धुम्रपान के खिलाफ छेड़े गये अभियान के तहत अब तक करीब 85 लोगों को 9000 रूपये जुर्माना किया जा चुका है जो उनसे मौका पर ही वसूल लिया गया।
बिश्नोई ने बताया कि शनिवार को तीसरी बार बस स्टैंड पर धुम्रपान करते हुए 20 व्यक्तियों को पकड़ा गया। जिन पर स्वास्थ्य विभाग ने 1500 रूपये जुर्माना किया।
यह जानकारी देते हुए हरियाणा रोड़वेज डबवाली के बस अड्डा इंचार्ज जगदीश बिश्नोई ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग हिसार के रविन्द्र मोंगा के नेतृत्व में बस अड्डा पर अचानक तीन बार धुम्रपान के खिलाफ छेड़े गये अभियान के तहत अब तक करीब 85 लोगों को 9000 रूपये जुर्माना किया जा चुका है जो उनसे मौका पर ही वसूल लिया गया।
बिश्नोई ने बताया कि शनिवार को तीसरी बार बस स्टैंड पर धुम्रपान करते हुए 20 व्यक्तियों को पकड़ा गया। जिन पर स्वास्थ्य विभाग ने 1500 रूपये जुर्माना किया।
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