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Lahoo Ki Lau
10 सितंबर 2009
निष्पक्ष चुनाव के लिए अपराधियों की सूची बननी शुरू
डबवाली (लहू की लौ) भारत के चुनाव आयोग ने शांतिपूर्ण, स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए कानून एवं व्यवस्था निवारक कार्रवाई पर दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री सज्जन सिंह ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि इन दिशा-निर्देशों के अनुसार आयोग ने प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में हर थाने मेें ऐसे लोगों की सूची तैयार करने के लिए एक विशेष अभियान चलाने का सुझाव दिया है, जिनकी कम से कम गत दो चुनावों के दौरान बूथ पर कब्जा करने, धमकाने एवं प्रतिरूपण जैसे चुनाव अपराध में संलिप्त होने की रिपोर्ट दर्ज है। प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र की इस प्रकार तैयार की गई सूची को प्रत्येक विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के सम्बन्धित जिला चुनाव अधिकारी एवं निर्वाचन अधिकारी को उपलब्ध करवाई जानी चाहिए ताकि जब कभी ऐसी सूची मांगी जाए, उसे आयोग को उपलब्ध करवाया जा सके।
उन्होंने कहा कि दिशा-निर्देशों में यह भी सुझाव दिया गया है कि प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र के हर थाने में हिस्ट्रीशीटर्स, घोषित भगोड़ों, फरार अपराधियों की सूचियों का अद्यतन करने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जाना चाहिए तथा ऐसी अद्यतन सूचियों का रिकॉर्ड निर्वाचन क्षेत्रवार सम्बन्धित जिला चुनाव अधिकारियों एवं निर्वाचन अधिकारियों को सौंपा जाए ताकि जब कभी यह रिकॉर्ड मांगा जाए, उसे आयोग को उपलब्ध करवाया जा सके।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक पुलिस स्टेशन एवं प्रत्येक विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में सभी लम्बित वारण्ट्स एवं चालानों को जारी करने का कार्य पूरा करने के लिए भी एक विशेष अभियान चलाया जाना चाहिए तथा जारी न किए गए वारण्टों की पखवाड़ा आधार पर अद्यतन की गई निर्वाचन क्षेत्रवार सूचना सम्बन्धित जिला चुनाव अधिकारी एवं निर्वाचन अधिकारियों को सौंपी जाए ताकि जब कभी यह सूचना मांगी जाए, उसे आयोग को उपलब्ध करवाया जा सके। इसके अतिरिक्त, प्रत्येक विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के हर थाने में पूर्व चुनावों के दौरान दर्ज सभी चुनावी अपराधों की जांच एवं अभियोजनों को तेज़ करने के लिए एक अन्य अभियान चलाया जाना चाहिए तथा सम्बन्धित जिला चुनाव अधिकारी एवं निर्वाचन अधिकारियों को इसकी पाक्षिक रिपोर्ट दी जाए ताकि जब कभी यह रिपोर्ट मांगी जाए, उसे आयोग को उपलब्ध करवाया जा सके।
उन्होंने कहा कि अवैध शराब बनाने वाली भ_िïयों का पर्दाफाश करने तथा किए गए कब्ज़ों की जानकारी सम्बन्धित जिला चुनाव अधिकारी एवं निर्वाचन अधिकारी को पाक्षिक आधार पर उपलब्ध करवाने के लिए एक अन्य विशेष अभियान चलाया जाए ताकि मांगे जाने पर यह रिपोर्ट आयोग को उपलब्ध करवाई जा सके। आबकारी कानून के तहत गैर-लाइसैंसशुदा परिसरों में शराब के भण्डारण से सम्बन्धित सभी प्रतिबंधों का कड़ाई से पालन किया जाए। जन प्रतिनिधि अधिनियम,1951 की धारा 135-सी के अनुसार मतदान क्षेत्र में किसी भी चुनाव के लिए मतदान समाप्त होने के निर्धारित समय के साथ समाप्त होने वाले 48 घण्टों की अवधि के दौरान होटल, ढाबों, अहातों, दुकानों या अन्य स्थलों पर किसी भी प्रकार के नशीले पदार्थों या शराब आदि की बिक्री करने, दिए जाने एवं वितरित किए जाने पर रोक है। इसलिए, मतदान क्षेत्रों में निर्धारित अवधि के लिए प्रासंगिक राज्य कानूनों के तहत ''शुष्क दिवसÓÓ घोषित किया जाए। जिस दिन मतगणना की जानी है, उसे भी ''शुष्क दिवसÓÓ घोषित किया जाए।
उन्होंने कहा कि चुनावों की घोषणा की तिथि से शुरू होने वाले समय के दौरान शस्त्रों के लिए लाइसैंस जारी करने पर पूर्ण प्रतिबंध होगा। यह प्रतिबंध अधिसूचना के अनुसार चुनाव समाप्त होने तक लागू रहेगा। लाइसैंसशुदा शस्त्रों को पास रखने पर प्रतिबंध लगाने के लिए आपराधिक प्रक्रिया संहिता, 1973 की धारा 144 के तहत निषेध आदेश जारी किए जाएंगे तथा यह प्रतिबंध परिणाम घोषित होने तक लागू रहेगा। राज्य लाइसैंसशुदा शस्त्रों तथा गोला-बारूद की दुकानों की शत-प्रतिशत जांच करेगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनके स्टॉक का रिकार्ड सही है या नहीं।
जिला मजिस्ट्रेट द्वारा सभी लाईसैंसधारकों की प्रासंगिक राज्य कानूनों के अनुसार विस्तृत एवं व्यक्तिगत आकलन एवं समीक्षा की जाएगी ताकि जहां आवश्यक समझा जाए, उन मामलों में लाईसैंसशुदा शस्त्रों को भी कब्जे में लिया जा सके ताकि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए कानून एवं व्यवस्था को बनाए रखा जा सके। ये शस्त्र जिला प्राधिकारियों के पास जमा करवाए जाएंगे। जिन मामलों की समीक्षा किए जाने क ी आवश्यकता हे, उनमें जमानत पर रिहा लोगों के शस्त्र लाईसैंस, आपराधिक पृष्ठïभूमि वाले लोगों के शस्त्र लाईसैंस तथा किसी भी समय, विशेषकर चुनाव अवधि के दौरान, दंगों में संलिप्त लोगों के शस्त्र लाईसैंस शामिल हैं।
गैर लाईसैंसशुदा शस्त्रों एवं गोला बारूद का पता लगाने एवं उनको कब्जे में लेने के लिए एक अन्य विशेष अभियान चलाया जाएगा। राज्य पुलिस द्वारा गैर लाईसैंसशुदा शस्त्रों तथा ऐसे स्थल, जहां देसी शस्त्रों एवं गोला बारूद का निर्माण किया जा रहा है, की खोज की जाएगी तथा उन्हें कब्जे में लिया जाएगा तथा इन कार्यों में संलिप्त लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा। गैर लाईसैंसशुदा हथियारों का पता लगाना तथा उन्हें कब्जे में लेना, पुलिस का एक सामान्य दायित्व है, लेकिन चुनाव अवधि के दौरान इस कार्य को और सघन किया जाएगा। ट्रकों एवं वाणिज्यिक वाहनों के राज्यीय एवं अंतर्राज्यीय आवागमन पर कड़ी नजर रखी जाएगी ताकि शस्त्रों एवं गोला बारूद और असामाजिक तत्वों की तस्करी को रोका जा सके। भूमिगत शस्त्र कारखानों पर नियमित एवं सघन छापे मारे जाएं।
प्रत्येक जिले एवं प्रत्येक निदेशालय क्षेत्र में एक जांच समिति भी होगी, जो चुनाव समाप्त होने तक संचालित रहेगी। जिलों की समिति में जिला मजिस्ट्रेट एवं पुलिस अधीक्षक शामिल होंगे। निदेशालय क्षेत्र में समिति में पुलिस आयुक्त (प्रशासन) तथा संयुक्त या अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (प्रशासन) शामिल होंगे। चुनाव आयोग द्वारा चुनाव घोषित किए जाने के दिन से ही जांच समिति जांच का कार्य शुरू कर देगी तथा लाईसैंस की जांच का कार्य चुनावों की अधिसूचना जारी होने की तिथि से पहले पूरा कर लेगी। जांच समिति से रिपोर्ट प्राप्त होने के उपरांत लाईसैंसिंग प्राधिकारी नामांकन वापिस लेने की निर्धारित तिथि से पहले व्यक्गित लाईसैंस धारकों को अपने शस्त्र जमा करवाने के लिए नोटिस जारी करेंगे तथा लाईसैंसधारकों को यह सूचित करेगी कि शस्त्र जमा न करवाए जाने पर भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के तहत अभियोग चलाया जा सकता है। लाईसैंसिंग प्राधिकारी शस्त्र जमा करने के उपरांत लाईसैंसधारक को एक रसीद देगा।
उन्होंने स्पष्टï किया कि खिलाड़ी, जो नेशनल राईफल एसोसिएशन के सदस्य हैं तथा जिन्हें ऐसी विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेना है, जिनमें वे राईफल का इस्तेमाल करेंगे, इस प्रतिबंध से मुक्त होंगे। यह प्रतिबंध उन समुदायों पर भी लागू नहीं होगा, जो अपने पौराणिक रीति-रिवाजों के कारण हथियार रखने के लिए पात्र हैं। बहरहाल, जिला प्रशासन ऐसे समुदायों के ऐसे किसी भी व्यक्ति, जिन्हें वह हिंसा में संलिप्त पाता है या जो कानून एवं व्यवस्था को बनाए रखने तथा शांतिपूर्ण चुनाव सम्पन्न करवाने के लिए खतरा उत्पन्न कर रहे हैं, के हथियारों को कब्जे में लेने से परहेज नहीं करेगा। ऐसे मामलों में भी जब्त किए गए आग्नेय शस्त्रों को परिणाम घोषित होने के बाद एक सप्ताह तक कब्जे में रखा जाएगा।
मतदान की तिथि से तीन दिन पहले से लौरियों, हल्के वाहनों तथा सभी अन्य वाहनों की कड़ी जांच कर के विशेष चौकसी रखी जाएगी, ताकि बाहर के क्षेत्रों से निर्वाचन क्षेत्रों में अवांछित तत्वों या हथियारों एवं गोला बारूद का न लाया जाना और यदि वे ऐसा कर रहे हैं, तो उन्हें गिरफ्तार किया जाना सुनिश्चित किया जा सके । वाहनों की ऐसी जांच मतगणना समाप्त होने तथा परिणाम घोषित होने तक जारी रहेंगी। जब और जैसे दोषियों को गिरफ्तार किया जाता है, सम्बन्धित शस्त्रों, गोला बारूद एवं वाहनों को ज़ब्त कर लिया जाएगा।
स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए यह जरूरी है कि ऐसा वातावरण तैयार किया जाए, जहां प्रत्येक मतदाता बिना किसी की रोकटोक या किसी के अनुचित प्रभाव के बिना मतदान केन्द्र तक पहुंच सके। चुनावों में अनुचित प्रभाव डालना भारतीय दण्ड संहिता की धारा 171-सी के तहत चुनावी अपराध है।
उन्होंने कहा कि जिला चुनाव अधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक यह सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव बचावात्मक उपाय करेंगे कि मतदान के दिन इस प्रकार का धमकाये जाने या व्यवधान डाले जाने जैसे कार्य वास्तव में न हों। वे स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए किए गए प्रबन्धों के बारे मतदाताओं के मनोबल को बढ़ाकर उनमें विश्वास उत्पन्न करने के लिए विशेष उपाय करेंगे। पुलिस गश्त पार्टियां संवेदनशील क्षेत्रों पर नजर रखेंगी तथा नियंत्रण कक्ष को सूचित करती रहेंगी। केन्द्रीय पुलिस बल के कमाण्डरों या सहायक कमाण्डरों को ऐसे संवेदनशील स्थलों की सूची दी जाएगी तथा वे मतदान के दिन उन क्षेत्रों का दौरा करेंगे। किसी भी व्यवधान के मामले में वे जिला चुनाव अधिकारी, निर्वाचन अधिकारी, पुलिस अधीक्षक या पर्यवेक्षक या सैक्टर अधिकारी जैसे किसी भी निर्वाचन अधिकारी को सूचित करेंगे तथा उन्हें सूचित किए जाने के समय का ध्यान रखेंगे। मतदाता को रोकने या धमकी देने से सम्बन्धित शिकायतों की जांच बिना किसी विलम्ब के स्थानीय प्रशासन द्वारा की जाएगी। ऐसे व्यक्ति, जिनके चुनाव अवधि के दौरान अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचारों की रोकथाम)अधिनियम, 1989 के तहत अपराधों में संलिप्त होने की रिपोर्ट है, की सूची तैयार करने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आयोग ने निर्देश दिए हैं कि किसी भी व्यक्ति या व्यक्तियों के समूह को किसी भी परिस्थिति में प्रत्याशी के समर्थन में आयोजित जुलूस या किसी बैठक के दौरान हथियार प्रदर्शित करने की अनुमति नहीं होगी। पार्टी के प्रचार अभियान के दौरान आयोजित बैठक या जुलूस की वीडियोग्राफी की जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव द्वारा एक निर्धारित प्रोफार्मा में प्रत्येक जिले की रोजाना की कानून एवं व्यवस्था की रिपोर्ट तैयार करने तथा उस रिपोर्ट को मुख्य निर्वाचन अधिकारी के पास भेजे जाने की व्यवस्था की जाएगी। जिला प्राधिकारी इस रिपोर्ट को सीधे भारत के चुनाव आयोग के पास नहीं भेजेंगे। मुख्य सचिव अन्य फार्मेट में समस्त प्रदेश की एक समेकित रिपोर्ट तैयार करने की भी व्यवस्था करेगा तथा यह रिपोर्ट मुख्य निर्वाचन अधिकारी को भेजी जाएगी, जो अपनी टिप्पणी के साथ इस रिपोर्ट को भारत के चुनाव आयोग के पास भेजेगा। उन्होंने स्पष्टï किया कि आयोग ने एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश में शस्त्रों एवं गोला बारूद की आपूर्ति पर प्रतिबंध नहीं लगाया है। बहरहाल, ऐसे हस्तांतरण केवल वैध कागजात के आधार पर ही किये जाएंगे, जिसमें सम्बन्धित जिला मजिस्ट्रेट से प्राप्त अनापत्ति प्रमाण पत्र भी शामिल है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आपूर्ति केवल वास्तविक मालिक को ही हो और वह अनधिकृत व्यक्ति के हाथों में न पहुंच जाए।
मानचित्रीकरण के दिशा-निर्देश जारी
डबवाली (लहू की लौ) भारत के चुनाव आयोग ने स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए भेद्यता मानचित्रीकरण के कार्य तथा संवेदनशील मतदान केन्द्रों एवं संवेदनशील समूहों की पहचान करने बारे दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सज्जन सिंह ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि दिशा-निर्देशानुसार भेद्यता मानचित्रीकरण कार्य तीन चरणों में किया जाएगा, जिसमें ऐसे कमज़ोर गांवों, ढाणियों, मतदाता खण्डों की पहचान करना, जिन्हें धमकाये जाने का खतरा है; ऐसे लोगों की पहचान करना, जिन द्वारा मतदाताओं को धमकाकर उनके लिए खतरा उत्पन्न किए जाने की सम्भावना है; ऐसे लोगों के विरुद्ध बचावात्मक उपाय शुरू करना तथा की गई कार्यवाही की रिपोर्ट प्रेषित करना शामिल है।
उन्होंने कहा कि सम्बन्धित निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव के लिए राजपत्र अधिसूचना के जारी होने से पहले प्रत्येक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के सम्बन्ध में इस कार्य का प्रथम चरण पूरा किया जाएगा। यदि किसी जिला या किसी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में किसी ऐसी संवेदनशील ढाणी या गांव की पहचान नहीं होती है, तो सम्बन्धित जिला चुनाव अधिकारी द्वारा थाना / खण्ड स्तर एवं उप-मण्डल स्तर पर क्षेत्रीय कार्यकत्र्ताओं से प्रमाण-पत्र लिया जाएगा तथा अन्त में मुख्य निर्वाचन अधिकारी को यह प्रमाण-पत्र प्रेषित करेगा कि उसके जिले में ऐसे किसी भी संवेदनशील गांव या ढाणी या मतदाता खण्ड उपलब्ध या पहचान नहीं की गई है। ऐसा प्रमाण-पत्र राजपत्र अधिसूचना जारी होने के तीन दिनों के भीतर भेजा जाएगा। चुनाव आयोग के उक्त दिशा-निर्देशों के अनुसार यदि निचले स्तर के अधिकारियों द्वारा ऐसे संवदेनशील गांवों या ढाणियों या मतदाता खण्डों की पहचान की जाती है, तो गांवों को संवेदनशील बनाने के लिए जि़म्मेवार लोगों की पहचान करने के द्वितीय चरण का कार्य मतदान केन्द्रवार किया जाएगा, जिसमें गांव एवं ढाणी का नाम, ऐसा करने वाले व्यक्तियों के नाम एवं पते आदि इंगित किए जाएंगे।
परेशानी उत्पन्न करने वालों की पहचान का कार्य राजपत्र अधिसूचना जारी होने के पांच दिनों के भीतर पूरा किया जाएगा। इसके उपरान्त, पुलिस अधीक्षक एवं जिला मजिस्ट्रेट द्वारा हरसम्भव बचावात्मक उपाय शुरू किए जाएंगे, जिनमें आपराधिक प्रक्रिया संहिता तथा अन्य प्रासंगिक अधिनियमों की निवारक धाराओं का उपयोग शामिल हो सकता है। कमज़ोर समुदायों का मनोबल बढ़ाने के लिए वरिष्ठï अधिकारियों द्वारा दौरे किए जाएंगे तथा परेशानी उत्पन्न करने वालों को चेतावनी जारी की जाएगी कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से ढूंढा जाएगा। ये कार्रवाइयां विशेष ध्यान रखकर की जाएंगी।
परेशानी उत्पन्न करने वाले व्यक्ति का पता लगाने तथा परेशानी में डालने वालों पर नजर रखा जाना सुनिश्चित करने के लिए थाना स्तर पर विशिष्टï अधिकारी पदनामित किए जाएंगे ताकि बेहतर कानून एवं व्यवस्था तथा शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित हो सकें। भेद्य मानचित्रीकरण दस्तावेज़ में प्रत्येक संवेदनशील स्थल के लिए जि़म्मेदार पुलिस अधिकारी के नाम के साथ उसका पदनाम तथा सम्पर्क नम्बर भी लिखा जाएगा। समुदायों में से सम्पर्क किए जाने वाले व्यक्तियों के नामों की भी पहचान की जाएगी तथा उनके सम्पर्क नम्बर, मोबाइल नम्बर, यदि कोई हैं, लिखे जाएं। यह कार्य पूरा होने के उपरान्त की गई कार्रवाई की रिपोर्ट जिला चुनाव अधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को संयुक्त रूप से प्रेषित की जाएगी और यह रिपोर्ट मतदान के दिन से कम से कम पांच दिन पहले जमा कराई जाएगी।
आयोग ने यह भी निर्देश दिए हैं कि पर्यवेक्षक के आने पर भेद्यता मानचित्रीकरण की स्थिति रिपोर्ट जिला चुनाव अधिकारी द्वारा उसे उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्हें पहचान की गई संवेदनशील ढाणियों या गांवों की संख्या, परेशानी में डालने वालों के रूप में पहचान किए गए लोगों की संख्या तथा उस समय किए गए बचावात्मक एवं मनोबल बढ़ाने के लिए किए गए उपायों के बारे जानकारी दी जाएगी। की गई कार्रवाई की रिपोर्ट की एक प्रति पर्यवेक्षकों को भी उपलब्ध करवाई जाएगी। भारत के चुनाव आयोग के क्षेत्रीय अनुभागों द्वारा प्रत्येक पर्यवेक्षक से मतदान से कम से कम तीन दिन पहले भेद्य मानचित्रीकरण की स्थिति के बारे एक विशिष्टï एवं केन्द्रित रिपोर्ट ली जाएगी।
संवेदनशील मतदान केन्द्रों, जिनके लिए कुछ अतिरिक्त उपाय किए जाने आवश्यक हैं, की पहचान करने के लिए मतदाता फोटो पहचान-पत्र वाले तथा बिना मतदाता फोटो पहचान-पत्र वाले मतदाताओं की संख्या का मतदान केन्द्रवार विश्लेषण किया जाएगा। प्राथमिकता प्रदान करने के लिए मतदान केन्द्रों को बिना मतदाता फोटो पहचान-पत्र वाले मतदाताओं की संख्या के आधार पर घटते क्रम में रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि आयोग ने हाल ही में गुमशुदा मतदाताओं का दो श्रेणियों, पारिवारिक सम्पर्क वाले गुमशुदा मतदाता एवं बिना पारिवारिक सम्पर्क वाले गुमशुदा मतदाता, में सर्वेक्षण करने के निर्देश दिए हैं। इन दो श्रेणियों में से बिना पारिवारिक सम्पर्क वाले गुमशुदा मतदाताओं से दुरुपयोग एवं अपराध की सम्भावना अधिक होती है। दूसरी श्रेणी में आने वाले मतदाताओं की संख्या का मतदान केन्द्रवार विश्लेषण किया जाएगा तथा ऐसे मतदान केन्द्रों की पहचान की जाएगी, जिसमें ऐसे मतदाताओं की संख्या अधिक है। इस कार्य के लिए, विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र औसत निकालने के लिए, बिना पारिवारिक सम्पर्क वाले ऐसे गुमशुदा मतदाताओं की कुल संख्या को कुल मतदान केन्द्रों की संख्या से विभाजित किया जाएगा। औसत से अधिक अन्तर के विश्लेषण से ऐसे मतदान केन्द्रों की पहचान हो सकेगी, जहां ऐसे मतदाताओं की संख्या अधिक है।
चुनाव के दौरान जिला चुनाव अधिकारियों / निर्वाचन अधिकारियों को ऐसी ढाणियों, ढाबों एवं मतदाता खण्डों का भेद्य मानचित्रीकरण करने को कहा जाएगा, जिन्हें डराए या धमकाये जाने का खतरा है। मतदान केन्द्र, जिनमें संवेदनशील इलाकों की पहचान की गई है, को सूचीबद्ध किया जाएगा। गत आम चुनाव के सन्दर्भ में फार्म-20 में उपलब्ध मतदान केन्द्रवार चुनाव परिणामों का विश्लेषण किया जाएगा। सभी ऐसे मतदान केन्द्र, जहां मतदान की प्रतिशतता 75 प्रतिशत से अधिक है और जहां 75 प्रतिशत से अधिक वोट किसी एक प्रत्याशी के पक्ष में रिकॉर्ड किए गए हैं, की पहचान संवेदनशील मतदान केन्द्र के रूप में की जाएगी।
गत चुनाव में चुनाव अनाचार के कारण जिन मतदान केन्द्रों में दोबारा मतदान करवाया गया तथा ऐसे मतदान केन्द्र, जहां किसी प्रकार की चुनावी हिंसा देखी गई है, की भी पहचान की जाएगी। जिला चुनाव अधिकारियों तथा निर्वाचन अधिकारियों द्वारा संवेदनशील मतदान केन्द्रों की अन्तिम पहचान करते हुए अतिरिक्त उपाय करने के लिए सभी उक्त तथ्यों को ध्यान में रखा जाएगा। उक्त दिशा-निर्देशानुसार संवेदनशील मतदान केन्द्रों की सूची को अन्तिम रूप देते समय भारत के चुनाव आयोग के पर्यवेक्षकों का परामर्श लिया जाएगा।
संवेदनशील मतदान केन्द्रों के रूप में पहचान किए गए मतदान केन्द्रों में निम्न उपाय किए जाएंगे। इन उपायों में मतदान केन्द्रों की सुरक्षा के लिए केन्द्रीय पुलिस बल की उपस्थिति तथा मतदान केन्द्रों में डिजिटल कैमरा या वीडियो कैमरा लगाया जाना शामिल है। इसके अतिरिक्त, पीठासीन अधिकारी को विशेष रूप से निर्देश दिए जाएंगे कि मतदाता फोटो पहचान-पत्र या स्वीकृत पहचान दस्तावेज़, यदि कोई है, को उचित रूप से सत्यापित किया जाना तथा उसे फार्म 17-ए के रिमार्क कॉलम में अंकित किया जाना सुनिश्चित करे। ऐसे मतदान केन्द्रों की सूची केन्द्रीय पुलिस बल के कमाण्डिंग व सहायक कमाण्डिंग अधिकारियों को दी जाएगी ताकि वे भी ऐसे मतदान केन्द्रों पर नज़र रख सकें। मतदान केन्द्र के भीतर एक माइक्रो-ऑब्ज़र्वर को तैनात किया जाएगा। सभी सम्बन्धित लोगों को इस बारे सूचित किया जाएगा तथा जिला चुनाव अधिकारी द्वारा सभी पर्यवेक्षकों को परिपत्र की एक प्रति उपलब्ध करवाई जाएगी।
कपास की फसल के सम्बन्ध में किसानों को दी सलाह
हिसार (लहू की लौ) हरियाणा कृषि विभाग के कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को कपास की फसल में पत्तों के लाल हो जाने पर इसके लिए आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया है क्योंकि यह समस्या साल-दर-साल बढ़ती जा रही है जिससे कपास की पैदावार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
कृषि विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि इसकी रोकथाम के लिए केन्द्रीय कपास अनुसंधान संस्थान, नागपुर के वैज्ञानिकों द्वारा दिए गए सुझावों का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लाल पत्ते हरे तो नही हो सकते परन्तु नए पत्तों पर फैलने से इसे रोका जा सकता है और पैदावार में होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है। इसके लिए मैग्रीशियम सल्फेट का 0.5 प्रतिशत से 1.0 प्रतिशत जमा 1.0 प्रतिशत यूरिया का छिड़काव लाल पत्ते दिखाई देने पर तुरन्त करे एवं फूल व टिण्डे बनने के समय पर फसल में पानी की कमी न आने दे। ऐसा करने से काफी हद तक इस पर काबू पाया जा सकता है तथा पैदावार में होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है।
महिलाओं ने ग्राहक बनकर लूटा दुकानदार को
डबवाली (लहू की लौ) यहां की बराड़ों वाली गली में कुछ महिलाओं ने एक दुकानदार का करीब 1000 रूपये का सामान चुरा लिया। लेकिन विरोध करने पर महिलाओं ने उस पर आरोप लगा दिये।
दीपक करियाना स्टोर के मालिक प्रेम कुमार ने बताया कि आज करीब सुबह 10 बजे 15-16 महिलाएं 5-6 बच्चों के साथ दुकान पर आ टपकी। इन महिलाओं ने आते ही चावल, आटा, गुड़ आदि खरीदने के लिए ऑर्डर दिया। लेकिन उसने इतना सामान दुकान में न होने की बात कही। इससे गुस्साई महिलाओं ने दुकान में ब्रेड आदि को गिरा दिया। वह और उसकी पत्नी सरोज गिराये गये ब्रेडों को संभालने लगी। इतनी ही देर में ये महिलाएं दुकान से 15 किलो चीनी, 5 किलो साबुन, 15 रजिस्टर, मेहन्दी आदि उड़ा ले गई।
शिकायतकर्ता के अनुसार जब उन्हें सामान चोरी होने की भनक लगी तो वे महिलाओं को ढूंढने निकल पड़े। महिलाएं सामान सहित पकड़ी भी गई। लेकिन उल्टा महिलाओं ने अपने कपड़े फाड़ लिये और उस पर ही अनाप-शनाप आरोप लगाने लगीं। इसकी सूचना पुलिस को भी दी गई और पुलिस मौका पर भी पहुंची। लेकिन कार्यवाही कुछ नहीं हुई।
ज्ञातव्य रहे कि घग्घरा पहनी महिलाओं के ऐसे ही एक गिरोह अग्रवाल धर्मशाला क्षेत्र के लोगों ने बल पूर्वक खदेड़ा था और इस सम्बन्ध में लोगों ने लहू की लौ की मार्फत अन्य लोगों को भी जागरूक किया था।
अकाली नेता के खिलाफ जेई को बंधक बनाने का मामला दर्ज
डबवाली (लहू की लौ) थाना संगत पुलिस ने पंजाब बिजली बोर्ड संगत के जेई बलजीत सिंह की शिकायत पर मुद्दई को सरकारी डयूटी के समय पकड़ कर बंधक बनाने के आरोप में संगत मार्किट कमेटी के पूर्व चेयरमैन सिंह तीन जनों के खिलाफ केस दर्ज करके मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार जेई ने पुलिस को दिये ब्यान में कहा है कि उसे शिकायत मिली थी कि मार्किट कमेटी संगत के पूर्व चेयरमैन तथा जिला परिषद बठिंडा के सदस्य एवं अकाली नेता जगरूप सिंह खेतों में लगी मोटर पर कुंडी लगा कर बिजली चोरी कर रहा है। इस पर वह मौका पर मंगलवार दोपहर को छापामारी के लिए चला गया।
शिकायतकर्ता के अनुसार वहां पर जगरूप सिंह तथा जगरूप सिंह के भाई करनैल सिंह, सीरी, भतीजा व अन्य ने उसे पकड़ लिया और बंधक बना लिया। पुलिस सूत्रों ने यह भी बताया कि मंगलवार को इसी जेई के खिलाफ जगरूप सिंह की शिकायत पर उनके खेतों में शराब पीकर घुसने और पैसे मांगने के आरोप में केस दर्ज किया है।
बारिश से राजधानी तरबतर
सितम्बर 10 दिल्ली । दिल्ली में बीती रात से झमाझम बारिश जारी है। बारिश के चलते जगह-जगह जल भराव की समस्या का सामना करना पड रहा है। और सडकों पर दूर-दूर तक ट्रैफिक जाम है। बारिश के चलते लोगों को कार्यालय और बच्चाों को स्कूल पंहुचने मे काफी दिक्कत का सामना करना पडा। मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार रात 8 बजकर 30 से अब तक 93.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। लगातार बारिश के कारण तापमान में भारी गिरावट हुई और न्यूनतम तापमान 23.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया ङै. भारी बारिश के कारण मयूर विहार, वसंत विहार, मुनिरका, धौला कुआं, प्रगथि मैदान, मूलचंद, लालपत नगर, लक्ष्मी नगर और निजामुदिन इलाके में यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई तथा सडको पर गाडियों की लंबी कतार देखी गई। मूलचंद के अंडर पास में जलमाव के कारण दोनों तरफ जाम लग गया है। बारिश के कारण कई इलाकों में ट्रैफिक लाइट के काम नही करने के कारण यातायात व्यवस्था और बदतर हो गई । बारिश के चलतच बच्चाों और कर्मचारियौं को स्कूल तथा कार्यालय पहुंचने में देरी हुई । इस मानसून में दिल्ली में अभी तक कल 538.6 मिलीमीटर बारिश हुई है।
अफवाह ने ली 6 छात्राओं की जान
नई दिल्ली, 10 सितंबर। पूर्वी दिल्ली के खजूरी खास इलाके में गुरूवार सुबह एक सरकारी स्कूल में भगदड मचने से छह छात्राओं की मौत हो गई और कम से कम इकतीस घायल हो गए। हादसा कमरों में करंट फैलने की अफवाह के बाद हुआ बताया। मीडिया समाचारों के मुताबिक खजूरी खास इलाके की गल्र्स सीनियर सैकंडरी स्कूल में तल मंजिल पर बिजली का करंट आने की अफवाह फैलने के बाद स्कूल प्रशासन ने अचानक छात्राओं से क्लासरूम तुरंत खाली करने को कहा। इससे छात्राओं में घबराहट फैल गई और कमरों से पहले बाहर निकलने के चक्कर में भगदड मच गई। इस हडबडी में कई छात्राएं गिर गईं और उनके ऊपर से छात्राओं की भीड निकल गई। इससे पांच छात्राओं की मौत हो गई और कम से कम इकतीस घायल हो गईं। घायलों को नजदीक के जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें से एक ने उपचार के दौरान दम तोड दिया। अब भी आठ घायलों की हालत गंभीर बताई गई है। सभी छात्राएं 7वी, 8वीं, 9वीं और दसवीं कक्षा की बताई गई हैं।
स्कूल पर पथराव, सुरक्षा बल तैनात हादसे की खबर लगने के बाद स्कूल पहुंचे गुस्साए अभिभावकों और आसपास के अन्य लोगों ने स्कूल में पथराव शुरू कर दिया। इस बीच, सूचना मिलने पर प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी भी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए और लोगों को स्कूल से बाहर खदेडा। लेकिन भारी संख्या में लोग स्कूल के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। अधिकारियों ने किसी भी हालत से निपटने के लिए स्कूल में सुरक्षा बल तैनात कर दिया है।
लेकिन स्कूल के बाहर प्रदर्शन कर रही आक्रोशित भीड ने कई वाहनों में तोडफोड कर दी। जानकारी के मुताबिक गुरूवार सुबह सात बजे स्कूल लगते ही बारिश की वजह से स्कूल के निचले फ्लोर में पानी भर गया। पानी में करंट फैलने की अफवाह के बाद स्कूल के टीचर ने छात्राओं से जल्द फ्लोर खाली करने और ऊपर चले जाने को कहा। इसके बाद छात्राओं में अफरा-तफरी मच गई।
मुख्यमंत्री-शिक्षा मंत्री घायलों से मिले हादसे की जानकारी मिलने के बाद दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और शिक्षा मंत्री जीटीबी एस्पताल पहुंचे और घायल छात्राओं तथा डाक्टरों से मिलकर उनकी हालत के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने अस्पताल प्रशासन को भी घायल को बेहतर चिकित्सा के निर्देश दिए। इस बीच, डिप्टी कमिश्नर, स्कूली शिक्षा, खजूरीखास स्कूल पहुंच गए हैं और घटना के बारे में जानकारी ले रहे हैं।
स्कूल पर पथराव, सुरक्षा बल तैनात हादसे की खबर लगने के बाद स्कूल पहुंचे गुस्साए अभिभावकों और आसपास के अन्य लोगों ने स्कूल में पथराव शुरू कर दिया। इस बीच, सूचना मिलने पर प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी भी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए और लोगों को स्कूल से बाहर खदेडा। लेकिन भारी संख्या में लोग स्कूल के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। अधिकारियों ने किसी भी हालत से निपटने के लिए स्कूल में सुरक्षा बल तैनात कर दिया है।
लेकिन स्कूल के बाहर प्रदर्शन कर रही आक्रोशित भीड ने कई वाहनों में तोडफोड कर दी। जानकारी के मुताबिक गुरूवार सुबह सात बजे स्कूल लगते ही बारिश की वजह से स्कूल के निचले फ्लोर में पानी भर गया। पानी में करंट फैलने की अफवाह के बाद स्कूल के टीचर ने छात्राओं से जल्द फ्लोर खाली करने और ऊपर चले जाने को कहा। इसके बाद छात्राओं में अफरा-तफरी मच गई।
मुख्यमंत्री-शिक्षा मंत्री घायलों से मिले हादसे की जानकारी मिलने के बाद दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और शिक्षा मंत्री जीटीबी एस्पताल पहुंचे और घायल छात्राओं तथा डाक्टरों से मिलकर उनकी हालत के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने अस्पताल प्रशासन को भी घायल को बेहतर चिकित्सा के निर्देश दिए। इस बीच, डिप्टी कमिश्नर, स्कूली शिक्षा, खजूरीखास स्कूल पहुंच गए हैं और घटना के बारे में जानकारी ले रहे हैं।
गरीबों को मुफ्त में मिलेंगे गैस चूल्हे
नई दिल्ली (लहू की लौ) रसोई के ईंधन की किल्लत झेल रहे गरीबों के लिए खुशखबरी है। सरकार उन्हें मुफ्त में एलपीजी चूल्हे देने की योजना बना रही है। यही नहीं, उन्हें सिलेंडर में भी सब्सिडी मिलेगी। दरअसल, सरकार ने देश की तीन चौथाई आबादी तक घरेलू कुकिंग गैस मुहैया कराने का लक्ष्य रखा है। फ्री चूल्हा योजना इसी लक्ष्य का हिस्सा है।
गतिविधियों पर खर्च करने को कहा गया है
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिकसार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों को अपने शुद्ध लाभ का कम से कम दो फीसदी हिस्सा निगमित सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) गतिविधियों पर खर्च करने को कहा गया है। इसी कोष से गरीबों को मुफ्त चूल्हे देने का प्रस्ताव है। पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा ने 2015 तक 5.5 करोड़ नए एलपीजी कनेक्शन जारी करने का लक्ष्य रखा है। इससे एलपीजी कनेक्शन की संख्या मौजूदा 11.51 करोड़ से बढ़कर 16 करोड़ हो जाएगी। इससे देश में मौजूदा 50 फीसदी की जगह कनेक्शन पाने वालों का आंकड़ा 75 फीसदी पहुंच जाएगा।
एलपीजी की व्यवस्था बरकरार रखी जाएगी
सूत्रों के मुताबिक गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों के लिए फ्री गैस स्टोव और सब्सिडी पर एलपीजी की व्यवस्था बरकरार रखी जाएगी। देवड़ा इससे पहले यूपीए सरकार के 100 दिन के एजेेंडे के तौर पर एसएमएस के जरिए गैस बुकिंग और शिकायतों के लिए टॉल फ्री नंबर का ऐलान कर ही चुके हैं। इसके अलावा देवड़ा का मंत्रालय ग्रामीण एलपीजी वितरक योजना के लक्ष्य को समय से पहले ही हासिल कर चुका है। इसके अलावा गैस और तेल का उत्पादन बढ़ाया गया है। साथ ही शहरों में गैस सेवा का दायरा विस्तृत हुआ है। तेल मंत्रालय की उपल4िधयों में थार रेगिस्तान के मंगला आयलफील्ड से उत्पादन बढ़ाना और कृष्णा गोदावरी बेसिन से ज्यादा गैस हासिल करना है। इससे सरकार का तेल आयात का बिल कम होगा।
गतिविधियों पर खर्च करने को कहा गया है
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिकसार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों को अपने शुद्ध लाभ का कम से कम दो फीसदी हिस्सा निगमित सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) गतिविधियों पर खर्च करने को कहा गया है। इसी कोष से गरीबों को मुफ्त चूल्हे देने का प्रस्ताव है। पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा ने 2015 तक 5.5 करोड़ नए एलपीजी कनेक्शन जारी करने का लक्ष्य रखा है। इससे एलपीजी कनेक्शन की संख्या मौजूदा 11.51 करोड़ से बढ़कर 16 करोड़ हो जाएगी। इससे देश में मौजूदा 50 फीसदी की जगह कनेक्शन पाने वालों का आंकड़ा 75 फीसदी पहुंच जाएगा।
एलपीजी की व्यवस्था बरकरार रखी जाएगी
सूत्रों के मुताबिक गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों के लिए फ्री गैस स्टोव और सब्सिडी पर एलपीजी की व्यवस्था बरकरार रखी जाएगी। देवड़ा इससे पहले यूपीए सरकार के 100 दिन के एजेेंडे के तौर पर एसएमएस के जरिए गैस बुकिंग और शिकायतों के लिए टॉल फ्री नंबर का ऐलान कर ही चुके हैं। इसके अलावा देवड़ा का मंत्रालय ग्रामीण एलपीजी वितरक योजना के लक्ष्य को समय से पहले ही हासिल कर चुका है। इसके अलावा गैस और तेल का उत्पादन बढ़ाया गया है। साथ ही शहरों में गैस सेवा का दायरा विस्तृत हुआ है। तेल मंत्रालय की उपल4िधयों में थार रेगिस्तान के मंगला आयलफील्ड से उत्पादन बढ़ाना और कृष्णा गोदावरी बेसिन से ज्यादा गैस हासिल करना है। इससे सरकार का तेल आयात का बिल कम होगा।
बोले मटदादू, एमएलए बना तो डबवाली हल्का में बिजली की कमी नहीं रहने दूंगा
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा अकाली दल के हल्का डबवाली से प्रत्याशी तथा शिरोमणी गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी अमृतसर के सदस्य जगदेव सिंह मटदादू ने कहा कि अगर वे एमएलए चुने गये तो डबवाली विधानक्षेत्र में बिजली का प्रौजेक्ट लगवाकर बिजली की कमी को पूरा करेंगे।
वे बुधवार को अपने चुनाव कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विधायक बनने के बाद उनका पहला काम लोगों के लिए विकास, रोजगार, पानी और बिजली की समस्या का समाधान करवाना होगा। उनके अनुसार आज तक जो भी सरकार हरियाणा में रही है, उस सरकार ने विकास कार्यो की अपेक्षा एक-दूसरे से बदला लेने का ही काम किया है।
पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हरियाणा अकालीदल राज्य के अन्य चुनाव क्षेत्रों में अपने प्रत्याशियों की घोषणा 13 सितम्बर को कुरूक्षेत्र में होने वाली बैठक के बाद ही करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि वे अब तक हल्का डबवाली के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र का दौरा पूर्ण कर चुके हैं। उनके सामने न तो कोई सिक्ख है और न ही कोई डेरा प्रेमी। अगर कोई है तो केवल इंसान। इसलिए वे बिना किसी भेदभाव के सभी के पास मत मांगने के लिए डोर-टू-डोर गये हैं और वे विजयी होने के बाद भी बिना भेदभाव के विकास कार्यों को करवाएंगे।
इस मौके पर जत्थेदार हरबन्स सिंह पाना, शिवराज सिंह प्रधान श्री गुरूग्रंथ साहिब सत्कार सभा, बलकरण सिंह खालसा आदि उपस्थित थे।
कर्मचारियों का जेल भरो आंदोलन 24 को
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा कर्मचारी महासंघ से सम्बन्धित एचएसईबी वर्करज यूनियन यूनिट डबवाली, सब यूनिट कालांवाली, चौटाला की एक सभा जनजागरण अभियान के तहत गांव डबवाली स्थित बिजलीघर में बने हनुमान मन्दिर के प्रांगण में हुई। जिसकी अध्यक्षता यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष राज सिंह दहिया ने की।
इस अवसर पर प्रदेशाध्यक्ष राज सिंह दहिया ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान नहीं किया जाता तो इसके परिणाम भुगतने के लिए सरकार तैयार रहे। दहिया ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि हरियाणा सरकार राज्य को नम्बर वन बनाने का नारा लगा रही है, जबकि कर्मचारी वर्ग को देने के नाम पर उसके पास पैसा नहीं है। उन्होंने कहा कि 24 सितम्बर को हरियाणा कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर जेल भरों आंदोलन में बिजली कर्मचारी बढ़चढ़ कर भाग लेंगे।
इस मौके पर महासचिव वीर सिंह ने हरियाणा सरकार को आड़े हाथो लेते हुए कहा कि ग्रेड व भत्तों में कटौती सहन नहीं की जाएगी। उन्होंने सरकार द्वारा गठित छठे वेतन आयोग की विसंगतियों को लेकर बनी कमेटी की रिपोर्ट जल्द पेश करने, कर्मचारियों को एसीपी लाभ, 1995 की एक्स ग्रेशिया नीति लागू करने तथा सभी भत्तों को दुगुना करने की भी मांग की।
सभा को वेदप्रकाश शर्मा वरिष्ठ उपप्रधान, भागीरथ उपप्रधान, जिले सिंह, अनिल कौशिक, विजयपाल जाखड़, दलीप सिंह लोदा तथा यूनिट प्रधन केवल कृष्ण ने भी सम्बोधित किया। जबकि मंच का संचालन ओमप्रकाश शर्मा सर्कल सचिव ने किया।
अकालीदल ने चुनाव कार्यालय खोलकर ठोकी ताल
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा अकाली दल ने राज्य विधानसभा चुनाव में ताल ठोकते हुए डबवाली विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लडऩे की पहल करते हुए अपने प्रत्याशी जगदेव सिंह मटदादू का चुनाव कार्यालय भी यहां खोल दिया है।
बुधवार को डबवाली के बठिण्डा चौक में हरियाणा अकाली दल के प्रत्याशी जगदेव सिंह मटदादू के चुनाव कार्यालय का उद्घाटन गांव गंगा के पूर्व सरपंच गुरपाल सिंह ने किया। इस मौके पर रखे गये श्री आनन्द साहिब के पाठ का भोग डाला गया। इस मौके पर उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए गुरपाल सिंह गंगा तथा हरबन्स सिंह पाना ने कहा कि डबवाली विधानसभा क्षेत्र पर एक ही खानदान का वर्चस्व रहा है। भले ही यह खानदान इनेलो में है या फिर कांग्रेस में। इस खानदान ने सबको गुलाम बनाकर रख लिया और बोलने की आजादी तक छीन ली। अब समय है इस खानदान से मुक्ति पाने का। इसी को मद्देनजर रखते हुए हरियाणा अकालीदल ने हल्का डबवाली के लोगों को जगदेव सिंह मटदादू के रूप में अपना प्रत्याशी दिया है। जो जीतकर लोगों की सेवा करेगा। उनके अनुसार यह लड़ाई राजनीतिक नहीं है बल्कि इज्जत और अनख की लड़ाई है। इस अवसर पर बलदेव सिंह मांगेआना, डॉ. भाटी, रघुवीर सिंह, बलकरण सिंह खालसा, मथरा दास चलाना, सुच्चा सिंह भुल्लर, सतपाल सिंह सत्ता, शिवराज सिंह अलीकां प्रधान श्री गुरूग्रंथ साहिब सत्कार सभा हल्का डबवाली, सुखविन्द्र सिंह खालसा प्रधान गुरूद्वारा श्री विश्वकर्मा मन्दिर, गुरविन्द्र सिंह, गुरपाल सिंह अलीकां आदि उपस्थित थे।
छात्रों ने किया संघर्ष समिति का गठन
औढ़ां (जितेंद्र गर्ग) औढ़ां में बसें न रूकने सहित छात्रों के समक्ष आ रही विभिन्न समस्याओं के मद्देनजर ओढ़ां के छात्रों ने छात्र संघर्ष समिति का गठन करने का निर्णय लिया है और ओढ़ां में बस स्टेंड की पर्याप्त व्यवस्था न होने तथा बसें न रोके जाने के कारण प्रशासन व सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।
औढ़ां छात्र संघर्ष समिति के अनेक सदस्यों मुकेश चौधरी, इकबाल सिंह, रतन सिंह, पलविंद्र सिंह, संदीप कुमार, जगबीर सिंह व मुकेश टोनी आदि छात्रों ने आज यहां एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि ओढ़ां में बसें न रूकने के कारण छात्रों को जबरदस्ती बसें रूकवाने पर मजबूर होना पड़ता है जिस कारण पुलिस छात्र व छात्राओं को परेशान करती है तथा बसों के चालक परिचालक छात्रों के खिलाफ रुपयों से भरा बैग छीनने आदि के झूठे केस दर्ज करवाते हैं। छात्रों ने कहा कि छात्र छात्राएं घंटों सड़कों पर खड़े रहकर बसों की प्रतीक्षा करते हैं और थक हार कर अपने घरों को वापिस चले जाने पर मजबूर हो रहे हैं। छात्रों ने मांग की है कि यदि 3 दिन के भीतर क्षेत्र सैकड़ों छात्रों की समस्या को हल न किया गया तो छात्रों द्वारा की जाने वाले प्रदर्शन के लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा।
क्लब सदस्यों ने लगाए 48 पौधे
औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) नेहरू युवा केंद्र के तत्वाधान में शिव शक्ति युवा क्लब नुहियांवाली द्वारा चलाए गए पौधारोपण अभियान के अंतर्गत बुधवार को ओढ़ां में थाना परिसर, सहकारी समिति व पशु अस्पताल में अमरूद व शीशम के 48 पौधे लगाए गए।
पौधारोपण अभियान का शुभारंभ करते हुए क्लब अध्यक्ष अनिल परिहार ने कहा कि मानव चाहे अपना कितना भी विकास क्यों न कर ले लेकिन पेड़ पौधों के बिना वो अधूरा है क्योंकि पेड़ पौधे हमारे जीवन का आधार हैं। उन्होंने कहा हमारा यह परम कर्तव्य बनता है कि हम ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाएं और अन्यों को भी इस हेतु प्रोत्साहित करें। क्लब सचिव पवन देमीवाल ने कहा कि हमारा उद्देश्य मात्र पेड़ लगाना ही नहीं होना चाहिए बल्कि हमें चाहिए कि हम उस पेड़ को किसी बच्चे की भांति पाल पोसकर बड़ा भी करें ताकि बड़ा होकर वह हमारा सहारा बने। नेहरू युवा केंद्र के जिला युवा समन्वयक अनिल जैन ने क्लब द्वारा पौधारोपण अभियान चलाए जाने की प्रशंसा की। इस अभियान को सफल बनाने में क्लब सदस्य पवन कुमार, हनुमान दास, गोपी राम, गुरदीप सिंह, नरेश कुमार, अनिल कुमार, चंद्रकांत व भजन लाल आदि ने भी सहयोग दिया।
पुलिस पिटाई से ट्रेक्टर-ट्राली चालक घायल
डबवाली (लहू की लौ) यहां के रामबाग के पास बने नगरपालिका के कूडाघर में कूड़ा फेंकने जा रहे ट्रेक्टर-ट्राली चालक को कबीर चौक में पुलिस के दो कर्मचारियों ने घेर लिया और डंडों से उसकी इतनी निर्दयता से पिटाई की कि उसे घायल अवस्था में डबवाली के सिविल अस्पताल में इलाज के लिये लेजाना पड़ा। घायल हरमिन्द्र सिंह पुत्र मदन लाल निवासी गांव डबवाली ने बताया कि वह कृष्ण गोपाल चलाना के पास जेसीबी मशीन यूनिट पर कार्यरत है और जेसीबी मशीन से गन्दगी उठाने की कार्यवाही नगरपालिका द्वारा करवाई जा रही है। मंगलवार रात को वह जेसीबी मशीन द्वारा यहां के रेलवे स्टेशन के पास से उठाये गये कूड़े को ट्रेक्टर-ट्राली में डालकर रामबाग के पास बने नगरपालिका के कूड़ा घर में फेंकने के लिए जा रहा था कि जैसे ही उसकी ट्रेक्टर-ट्राली रामबाग के पास पहुंची तो वहां पर उसे एक अन्य ट्रेक्टर-ट्राली लेकर खड़े सीरा निवासी रोड़ीकपूरा (जैतो), सुखजीत सिंह निवासी पथराला मिले। वे उनसे बातचीत करता हुआ उन्हें जेसीबी मशीन के कार्य स्थल की जानकारी दे रहा था। इतनी ही देर में उनके पास आकर एक पुलिस की गाड़ी रूकी। शिकायतकर्ता के अनुसार पुलिस की गाड़ी से दो पुलिस कर्मचारी उतरे, जोकि शराब के नशे में धुत्त थे। ये कर्मचारी उनसे बिना कुछ पूछे और बिना कुछ बोले डंडों से टूट पड़े। जिससे उसके बाजू व शरीर के अन्य भागों पर चोटें आई। इसकी सूचना उसने तत्काल जेसीबी यूनिट के मालिक को दी। वे मौका पर पहुंचे। इसी दौरान उन्होंने इसकी जानकारी नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन को दी। इधर उसे इलाज के लिए सिविल अस्पताल में लेजाया गया। यूनिट के पार्टनर अशोक चलाना ने बताया कि मौका पर इस घटना की सूचना पाकर नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन और उसके पति राजेन्द्र जैन भी पहुंचे। उन्होंने भी सम्बन्धित पुलिस कर्मियों से बातचीत की लेकिन उनके साथ भी पुलिस कर्मियों ने दुव्र्यवहार किया। इस संदर्भ में जब नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि पालिका ने पिछले एक माह से नगर में सफाई और स्ट्रीट लाईट अभियान चलाया हुआ है ताकि नगर सुन्दर बन सकें। इसी अभियान के तहत सफाई ठेकेदार को जेसीबी मशीन से कूड़ा डिपुओं से रात को कूड़ा उठवाने की अनुमति दी हुई है। उनके अनुसार दिन में कूड़ा उठाना मुश्किल होता है और रात को भीड़ न होने के कारण जेसीबी मशीन अपना काम सही ढंग से कर लेती है और इससे यातायात में भी बाधा नहीं पड़ती। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि पुलिस कर्मियों ने उनसे दुव्र्यवहार किया और कहा कि नगर की सफाई करवाने वाली नगरपालिका अध्यक्षा कौन होती है। इस मामले को लेकर रात को ही यूनिट के मालिक, सफाई ठेकेदार भरत कुमार तथा पालिका अध्यक्षा थाना पहुंचे और सम्बन्धित कर्मचारियों की शिकायत की। सफाई ठेकेदार भरत कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि सफाई के बाद कूड़ा ढो रहे कर्मचारियों के साथ एएसआई रामनिवास और हवलदार महावीर ने दुव्र्यवहार किया तथा डंडों से नशे में पिटाई की। उन्होंने यह भी बताया कि रात को जब वह इस मामले की शिकायत लेकर थाना पहुंचे तो वहां भी उनकी सुनवाई नहीं हुई। बल्कि थाना प्रभारी ने यह जवाब दिया कि पुलिस में कोई शराब पीता ही नहीं। उनके अनुसार थाना प्रभारी से यह कहने पर कि सम्बन्धित पुलिस कर्मचारियों की डॉक्टरी करवाई जाये तो पुलिस ने आरोपियों को वहां से गायब ही कर दिया। इस संदर्भ में बुधवार सुबह जब थाना शहर प्रभारी वीरेन्द्र सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि कोई खास मामला नहीं है। लेकिन इस मामले को सुलझा लिया गया है। इधर रात की इस घटना को लेकर पूरे नगर में पुलिस के खिलाफ रोष की लहर फैल गई है। पुलिस पर यह दबाव भी बनने लगा है कि आरोपी कर्मचारियों को तत्काल निलम्बित किया जाये। इस मामले को लेकर इनेलो नेता तथा डबवाली से पूर्व विधायक डॉ. सीता राम ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य की लॉ एण्ड ऑर्डर की व्यवस्था इतनी खराब हो चुकी है कि पुलिस के हाथों ही आम जनता सुरक्षित नहीं है। उन्होंने सफाई के बाद कूड़ा ढोने वाले ट्रेक्टर-ट्राली चालक के साथ पुलिस द्वारा की गई मारपीट को निन्दनीय बताया और साथ में यह भी कहा कि कांग्रेस के राज में कांग्रेस की नगरपालिका अध्यक्षा के साथ पुलिस ने जिस प्रकार का व्यवहार किया कि उससे भी इस बात की पुष्टि होती है कि राज्य में कानून नाम की कोई चीज नहीं है। बल्कि कानून के रखवाले ही कानून की धज्जियां पड़ा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जिस पार्टी की सत्ता में उसकी पार्टी के महत्वपूर्ण व्यक्ति भी सुरक्षित नहीं है, ऐसी सत्ता का कोई लाभ नहीं। नगरपालिका के पूर्व उपाध्यक्ष तथा वर्तमान पार्षद और इनेलो नेता गुरजीत सिंह ने भी पुलिस की सफाई कर्मचारियों के साथ की गई बदमिजाजी और मारपीट की निन्दा की तथा कहा कि कांग्रेस की सत्ता में न तो आम आदमी सुरक्षित है और न ही कांग्रेस पार्टी का कोई पदाधिकारी।
09 सितंबर 2009
मुख्यमंत्री के हैलीकॉप्टर ने की इमरजैंसी लैंडिंग
हिसार (लहू की लौ) हरियाणा के मुख्यमंत्री आज एक निजी हैलीकॉप्टर के द्वारा दिल्ली से मुक्तसर पंजाब के लिए रवाना हुए जहां उन्होंने हरियाणा के पूर्व राज्यपाल तथा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय श्री एच.एस. बराड़ को श्रद्धांजलि अर्पित करनी थी। परन्तु मौसम खराब होने के कारण उनका हैलीकॉप्टर हिसार उतारा गया जहां से वह सड़क मार्ग द्वारा दिल्ली के लिये वापिस रवाना हो गये। आज यहां जारी एक पै्रस विज्ञप्ति में हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पै्रस सचिव सुरेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हैलीकॉप्टर की इमरजैंसी लैंडिंग एक सामान्य घटना है क्योंकि मौसम के खराब हो जाने पर हैलीकॉप्टर को सुरक्षित स्थान पर उतारा जाता है और ऐसा ही आज भी हुआ।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री तथा उनके साथ सफर कर रहे सभी सुकुशल और सुरक्षित हैं।
धार्मिक स्थलों का प्रयोग चुनावी मंच के रूप में नहीं किया जाये : चुनाव आयोग
डबवाली (लहू की लौ) भारत के चुनाव आयोग ने राजनीतिक पार्टियों एवं प्रत्याशियों को हरियाणा विधानसभा 2009 के आम चुनावों के दौरान उनके सामान्य आचरण के बारे सुझाव दिए हैं।
हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सज्जन सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि चुनाव प्रचार के लिए मस्जिदों, गिरिजाघरों, मंदिरों या अन्य धार्मिक स्थलों का उपयोग मंच के रूप में नहीं किया जाएगा। कोई भी पार्टी या प्रत्याशी ऐसी गतिविधि में संलिप्त नहीं होगा, जिससे विद्यमान मतभेद और अधिक गंभीर हों या आपसी घृणा उत्पन्न होती हो या विभिन्न जातियों एवं समुदायों, धर्र्मों या भिन्न-भिन्न भाषा बोलने वालों के बीच तनाव उत्पन्न हों।
उन्होंने कहा कि अन्य राजनीतिक पार्टियों की आलोचना करते समय केवल उनकी नीतियों एवं कार्यक्रमों, पिछले रिकार्ड तथा कार्य तक ही सीमित रहना होगा। पार्टियों एवं प्रत्याशियों को अन्य पार्टियों के नेताओं या कार्यकत्र्ताओं के निजी जीवन, जिसका सम्बन्ध उनकी सार्वजनिक गतिविधियों से नहीं है, के विभिन्न पहलुओं की आलोचना करने से बचना होगा। वोट प्राप्त करने के लिए जाति या सामुदायिक भावनाओं के आधार पर अपील नहीं की जाएगी। सभी पार्टियों एवं प्रत्याशियों को ऐसी सभी गतिविधियों से परहेज करना होगा, जो चुनाव कानून के तहत भ्रष्टï या अपराध हैंं, जैसेकि-मतदाता को रिश्वत देना, मतदाताओं को धमकी देना, मतदाताओं का प्रतिरूपण, मतदान केन्द्रों की 100 मीटर की परिधि में प्रचार करना, मतदान समाप्त होने के निर्धारित समय को समाप्त होने वाले 48 घण्टों के दौरान सार्वजनिक बैठकें आयोजित करना तथा मतदाताओं को मतदान केन्द्रों तक ले जाना और वापिस लाना।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के शांतिपूर्ण एवं विघ्ररहित पारिवारिक जीवन के अधिकार का सम्मान किया जाना चाहिए चाहे राजनीतिक पार्टियां या प्रत्याशी उनके राजनीतिक विचारों या गतिविधियों को कितना भी बुरा मानते हों। लोगों के विचारों एवं गतिविधियों के विरूद्घ विरोध के रूप में उनके घरों के सामने प्रदर्शन करना या धरना देने को किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कोई भी राजनीतिक पार्टी या प्रत्याशी अपने कार्यकत्र्ताओं को किसी भी व्यक्ति की अनुमति के बिना उसकी जमीन, भवन, चारदीवारी आदि पर झण्डे लगाने, बैनर लगाने, नोटिस चिपकाने, स्लोगन आदि लिखने की अनुमति नहीं देगा। राजनीतिक पार्टियां या प्रत्याशी यह भी सुनिश्चित करेंगे कि उनके समर्थकों द्वारा अन्य पार्टियों द्वारा आयोजित बैठकों एवं जुनूसें में कोई व्यवधान उत्पन्न न किया जाए। एक राजनीतिक पार्टी के कार्यकत्र्ताओं या उनके समर्थकों द्वारा अन्य राजनीतिक पार्टी द्वारा आयोजित सार्वजनिक बैठकों में मौखिक या लिखित रूप से प्रश्न पूछक र या अपनी पार्टियों के पैम्फलैटस वितरित करके व्यवधान उत्पन्न नहीं किया जाएगा जहां एक पार्टी द्वारा बैठकें आयोजित की जा रही हैं, उसके पास दूसरी पार्टी द्वारा जलसे नहीं निकाले जाएंगे। किसी पार्टी द्वारा लगाए गए पोस्टरों को दूसरी पार्टी के कार्यकत्र्ताओं द्वारा हटाया नहीं जाएगा।
पार्टी या प्रत्याशी प्रस्तावित बैठक के स्थान एवं समय के बारे स्थानीय पुलिस प्राधिकारियों को समय पर सूचित करेंगी ताकि पुलिस यातायात को नियंत्रित करने तथा शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक प्रबन्ध कर सके । पार्टी या प्रत्याशी बैठक आयोजित किए जाने के प्रस्तावित स्थल पर लागू किसी प्रतिबंध या निषेध आदेश के बारे पहले ही पता लगा लेंगे। यदि ऐसे कोई आदेश हैं, तो वे उसका कड़ाई से पालन करेंगे। यदि ऐसे आदेशों से कोई छूट ली जानी आवश्यक है, तो उसके लिए समय पर आवेदन करना होगा। किसी भी प्रस्तावित बैठक के सम्बन्ध में लाऊड स्पीकर या कोई अन्य सुविधा के उपयोग के लिए अनुमति या लाईसैंस लिया जाना आवश्यक है, तो पार्टी या प्रत्याशी ऐसी अनुमति या लाईसैंस प्राप्त करने के लिए सम्बन्धित प्राधिकारियों को समय रहते आवेदन करेंगे। बैठक के आयोजकों द्वारा बैठक में बाधा उत्पन्न करने या उपद्रव मचाने का प्रयास करने वाले लोगों से निपटने के लिए डयूटी पर तैनात पुलिस की सहायता ली जाएगी। उन्होंने कहा कि आयोजक स्वयं ऐसे व्यक्तियों के विरूद्घ कार्रवाई नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि जुलूस आयोजित करने वाली पार्टी या प्रत्याशी स्थान एवं समय, जहां से और जिस समय जुलूस शुरू होगा, उसका मार्ग तथा जुलूस समाप्त होने के समय एवं स्थान के बारे पहले ही निर्णय ले लेंगे। सामान्य तौर पर कार्यक्रम में कोई परिवर्तन नहीं होगा। आयोजकों को स्थानीय पुलिस प्राधिकारियों को कार्यक्रम के बारे समय पर सूचित करना होगा ताकि वे आवश्यक प्रबन्ध कर सकें। आयोजक इस बात का भी पता लगाएंगे कि उन स्थलों, जहां से जुलूस निकलेगा, पर कोई प्रतिबन्ध आदेश तो जारी नहीं हैं और जब तक कि सक्षम प्राधिकारी द्वारा विशेष छूट नहीं ली जाती तब तक वह उन प्रतिबंधों को भी मानेेगा।
उन्होंने कहा कि यातायात विनियमों एवं प्रतिबंधों का भी ध्यानपूर्वक पालन किया जाएगा। आयोजक जुलूस के मार्ग के लिए समय रहते कदम उठाएंगे ताकि यातायात में कोई व्यवधान उत्पन्न न हो। उन्होंने कहा कि जुलूस को इस प्रकार नियोजित किया जाना चाहिए कि जहां तक सम्भव हो सके जुलूस सड़क के दाईं ओर ही रहे तथा डयूटी पर तैनात पुलिस के दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाए। यदि दो या दो से अधिक राजनीतिक पार्टियां या प्रत्याशी एक ही समय पर एक ही मार्ग से जुलूस निकालना चाहें तो आयोजक समय रहते आपस में सम्पर्क करेंगे तथा किए जाने वाले उपायों के बारे निर्णय लेंगे ताकि जुलूसों का आपस में टकराव न हो या उनके कारण यातायात में क ोई व्यवधान उत्पन्न न हो। संतोषजनक व्यवस्था करने के लिए स्थानीय पुलिस की सहायता लेनी होगी तथा इस कार्य के लिए पार्टियांं शीघ्रातिशीघ्र पुलिस से सम्पर्क करेंगी।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टियों या प्रत्याशियों द्वारा जुलूस में चलने वाले लोगों द्वारा ले जाई जा रही ऐसी वस्तुएं, जिनका अवांछित तत्वों द्वारा विशेष रूप से जोश के क्षणों में, दुरूपयोग किया जा सकता है, को जहां तक संभव हो सके नियंत्रित करने का प्रयास किया जाना चाहिए। किसी भी राजनीतिक पार्टी या प्रत्याशी द्वारा अन्य राजनीतिक पार्टियों के सदस्यों या उनके नेताओं के पुतले ले जाना, सार्वजनिक स्थलों पर ऐसे पुतलों को जलाना और ऐसे ही अन्य प्रदर्शन नहीं किए जाएंगे।
चौटाला ने किया जनविरोधी कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान
होडल (लहू की लौ) इनेलो ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए विधिवत रूप से आज चुनाव अभियान का श्रीगणेश करते हुए प्रदेश की जनता से राज्य की भ्रष्ट व जनविरोधी कांग्रेस सरकार को उखाड़ फैंकने का आह्वान किया है। इनेलो प्रमुख व पूर्व मुख्यमन्त्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने आज पलवल जिले के होडल विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के चुनाव अभियान की शुरुआत की और पार्टी प्रत्याशी व पूर्व मन्त्री जगदीश नैयर के समर्थन में एक विशाल चुनावी जनसभा को सम्बोधित किया। उन्होंने लोगों से होडल के प्रत्याशी जगदीश नैयर और हथीन के प्रत्याशी केहर सिंह रावत को भारी मतों से विजयी बनाने का आह्वान किया।
कांग्रेस पर तीखे प्रहार करते हुए श्री चौटाला ने कहा कि आज कांग्रेस सरकार से प्रदेश का कर्मचारी, व्यापारी, किसान, मजदूर व युवाओं सहित हर वर्ग बेहद दुखी और परेशान है। उन्होंने कहा कि आज किसानों की बेशकीमती जमीन कौडिय़ों के भाव अधिग्रहण करके बड़े-बड़े बिल्डरों व भू-माफिया को दी जा रही है। उन्होंने कहा कि बड़े बिल्डरों को फायदा पहुंचाने के लिए पहले सरकार द्वारा जमीन अधिग्रहण करने के नाम पर धारा 4 व 6 के नोटिस जारी किए जाते हैं और जब दबाव में आया परेशान किसान अपनी जमीन कौडिय़ों के भाव बिल्डरों को बेच देता है तो सरकार उसी जमीन को न सिर्फ रिलीज कर देती है बल्कि उसी जमीन पर बिल्डरों को लाइसेंस भी दे दिए जाते हैं।
इनेलो प्रमुख ने कहा कि एसईजेड के नाम पर हजारों एकड़ जमीन बड़े-बड़े बिल्डरों को रियल अस्टेट का धन्धा करने के लिए दे दी गई है और उसमें से किसी भी बिल्डर ने अभी तक कहीं कोई निर्माण नहीं किया है। उन्होंने कहा कि रिलायंस एसईजेड के नाम पर प्रदेश सरकार ने अरबों रुपए का घोटाला किया है और प्रदेश के हितों को भारी नुकसान पहुंचाया गया है। इनेलो प्रमुख ने कहा कि प्रदेश के उनकी पार्टी की सरकार बनने पर किसानों को न सिर्फ फसलों के पूरे दाम दिए जाएंगे बल्कि जनहित के कार्यों के लिए सरकार द्वारा जो भी जमीन एनसीआर क्षेत्र में अधिग्रहण की जाएगी उसका किसान को कम से कम एक करोड़ रुपए और एनसीआर क्षेत्र से बाहर 50 लाख रुपए प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाएगा।
श्री चौटाला ने कहा कि आज बढ़ती महंगाई, सरकारी भ्रष्टाचार, बिजली-पानी संकट और कानून व्यवस्था की खराब स्थिति को लेकर प्रदेश की जनता बेहद परेशान है। उन्होंने कहा कि किसानों को न तो समय पर खाद मिलती है और न ही बीज मिल रहे हैं और सिंचाई के लिए पानी मिलना तो दूर लोगों को पीने के पानी के लिए भी भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक परिवार से एक युवा को नौकरी देने का वायदा करके सत्ता में आई कांग्रेस सरकार ने सत्ता सम्भालते ही राजनीतिक द्वेष के कारण 25 हजार युवकों को नौकरी से निकालकर युवा वर्ग के साथ भारी अन्याय किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इनेलो की सरकार बनने पर न सिर्फ छंटनीग्रस्त कर्मचारियों को वापिस लिया जाएगा बल्कि प्रदेश के युवाओं को सरकारी अथवा गैर सरकारी नौकरियां उपलब्ध करवाई जाएंगी और प्राइवेट क्षेत्र में भी प्रदेश के युवाओं को नौकरियां दिलाने के लिए 50 फीसदी आरक्षण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक युवाओं को नौकरी नहीं मिल जाती तब तक हर बारहवीं अथवा इससे ज्यादा शिक्षा हासिल हर युवा को तीन हजार रुपए महीना बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा।
इनेलो प्रमुख ने बादशाहपुर में पार्टी प्रत्याशी व पूर्व डिप्टी स्पीकर गोपीचंद गहलोत के समर्थन में भी चुनावी सभा को सम्बोधित किया। होडल की जनसभा में इनेलो नेता देवेंद्र चौहान, पार्टी के युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष बलदेव अलावलपुर, पूर्व मन्त्री जगदीश नैयर, होडल चौबीसी के प्रधान युद्धवीर जैलदार, जिलाध्यक्ष महेंद्र चौहान, लाल रामकिशन सिकरैया, किरण सिंह चौधरी, उदय सिंह सरोत, भूदेव शर्मा, रामदत्त शर्मा, डॉ. किशोर, लाला रमेश चंद सहित पार्टी के अनेक नेता भी मौजूद थे।
न्यायालय के आदेश पर दहेज प्रताडऩा का मामला दर्ज
सिरसा (लहू की लौ) दहेज प्रताडऩा के आरोप में न्यायालय के आदेश पर सदर थाना पुलिस ने पति, सास व ससुर के खिलाफ अभियोग दर्ज किया है। मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार एकता नगर निवासी सरोज उर्फ पिंकी पुत्री खरैती लाल का विवाह कुछ वर्ष पूर्व किलियांवाली निवासी जगदीश पुत्र नत्थुराम के साथ हुआ था। विवाहोपरांत पिंकी को ससुराल पक्ष द्वारा दहेज की मांग को लेकर प्रताडि़त किया जाने लगा। मामले को निपटाने के लिए अनेकों बार पंचायतें हुईं, लेकिन स्थिति ज्यों की त्यों बनी रही। ससुराल पक्ष द्वारा पिंकी के साथ मारपीट जारी रही। पीडि़ता ने सदर थाना पुलिस में शिकायत की, लेकिन पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। आखिरकार पीडि़ता ने न्यायालय की शरण ली।
दायर याचिका में पीडि़ता ने आरोप लगाया कि पति जगदीश, सास बंसो देवी तथा ससुर नत्थुराम और दहेज लाने की मांग करने लगे। मांग पूरी न होने पर आरोपियों ने मार-पिटाई शुरू कर दी। आरोप था कि दहेज न लाने की सूरत में ससुराल पक्ष द्वारा जान से मारने की धमकी दी गई। न्यायालय ने सदर थाना पुलिस को पति जगदीश सहित उक्त तीनों लोगों के खिलाफ मारपीट, दहेज प्रताडऩा व जान से मारने की धमकी देने का अभियोग दर्ज करने के आदेश दिए हैं। मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई।
भाजपा को ढूंढे नहीं मिल रहे उम्मीदवार, बोले अजय चौटाला
सिरसा (लहू की लौ) इनेलो के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एवं राज्य सभा सदस्य चौ. अजय सिंह चौटाला ने कहा कि अगर पार्टी ने आदेश दिया तो वह चुनाव लड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि इनेलो ने 42 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुनावी बिगुल बजा दिया है। चौटाला आज अपने आवास पर पत्रकारवार्ता को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने आज होडल से चुनावी अभियान शुरु कर दिया है। उन्होंने कहा कि कांगे्रस में खींचतान जारी है और टिकट की दावेदारी को लेकर पर्यवेक्षकों के समक्ष नंगा नाच हो रहा है। जो लोग चुनाव से पूर्व गुंडागर्दी कर रहे हैं वे जनता के अधिकारों के प्रति कैसे सजग रह सकते हैं। उन्होंने भाजपा के नेताओं पर सौदेबाजी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि 45 सीटों पर दावेदारी जताने वाली भाजपा को उम्मीदवार नहीं मिल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे लोग सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रहे हैं जिसकी शिकायत राज्यपाल और मुख्य चुनाव आयोग से की जा चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार बैक डेट में नियुक्तियां और पदोन्नति कर रही है जिसकी शिकायत चुनाव आयोग से शीघ्र ही की जाएगी। उन्होंने एक आजाद उम्मीदवार का नाम लिए बिना कहा कि ऐसे लोग पैसे के बल पर शहर की शांति और भाईचारा खराब करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उक्त लोगों से पार्टी का कोई नाता नहीं है।
उन्होंने कहा कि इनेलो का गठबंधन केवल जनता से है। इनेलो का उदेश्य जनता को कांग्रेस की जनविरोधी नीतियों से दूर रखना है क्योंकि कांगे्रस जनता का शोषण कर रही है। उन्होंने कहा कि कांगे्रस को चुनाव में ही गरीबों की याद आती है। इनेलो का मुकाबला केवल कांगे्रस से है। चौटाला ने कहा कि पार्टी का घोषणा पत्र वायदा नहीं इरादा है जिसे अवश्य पूरा करेंगे। उन्होंने दावा किया कि इनेलो जनता के सहयोग से बहुमत हासिल कर अवश्य सरकार बनाएगी।
विदेश नीति से संबंधित पूछे गए सवाल में उन्होंने कहा कि चीन द्वारा घुसपैठ करना सरकार की कमजोर नीति का परिणाम है। सरकार की गलत नीति के चलते पड़ोसी देशों के साथ संबंध अच्छे नहीं रहे। इस मौके पर पदम जैन, कृष्णा फौगाट, आरके भारद्वाज, अमीर चावला, प्रदीप मेहता, महाबीर बागड़ी, डा. हरि सिंह भारी आदि उपस्थित थे।
प्योर फूड इंस्पेक्टर की दस्तक, दुकानें बन्द कर भागे मिलावटखोर
डबवाली (लहू की लौ) प्योर फूड इंस्पेक्टर के मंगलवार देर शाम को अचानक नगर में दस्तक देने से दुकानदारों में हड़कम्प मच गया और कई मिलावटखोर अपनी दुकानें बन्द करके भाग खड़े हुए।
प्राप्त जानकारी अनुसार प्योर फूड इंस्पेक्टर सुभाष चौधरी ने यहां के सिविल अस्पताल के डॉ. राजकुमार के साथ अचानक कुछ दुकानों से सैम्पल लिये। जिसमें एक सूजी का, दो देसी घी, एक चाय, नमक, दो वनस्पति घी, खोया बर्फी और आलू भुजिया के नमूने शामिल हैं। प्योर फूड इंस्पेक्टर ने बताया कि उन्होंने उक्त खाद्य पदार्थो के नमूने राजवन्त सिंह चैनसुख दास, कलोनी रोड़ पर बीकानेरी मिष्ठान भण्डार और सचदेवा ट्रेडिंग कम्पनी से भरे। उन्होंने यह भी बताया कि इन नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेज दिया गया है।
इसके अतिरिक्त प्योर फूड इंस्पेक्टर ने सब्जी मण्डी और बस अड्डा पर हलवाईयों तथा सब्जी-फल विक्रेताओं की दुकानों का भी निरीक्षण किया और मौका पर आदेश दिये कि मिठाईयां ढक कर रखी जायें और गले-सड़े फल किसी भी कीमत पर न बेचे जायें।
इस संवाददाता से बातचीत करते हुए प्योर फूड इंस्पेक्टर सुभाष चौधरी ने यह भी बताया कि पिछले महीनों भरे गये खाद्य पदार्थो के नमूनों में से अबूबशहर से लिया गया पारस देसी घी का नमूना मिलावटी पाया गया है। जबकि डबवाली से लिया गया भारत देसी घी का नमूना भी फेल आया है। इसके अतिरिक्त महेश ब्रांड के दलिया, अजवायन, नमक और प्रिंस ऑयल में अनियमितताएं पाई गई हैं। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में केस भी आज दर्ज करवा दिये हैं।
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